रुद्रप्रयाग में सीएम धामी ने की शहीद के नाम से स्कूल व सड़क का नाम रखने की घोषणा, आइआइपी के समारोह में किया प्रतिभाग
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम में वैशाखी एवं पर्यटन मेले की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सरकार द्वारा तय किए गए सभी संकल्पों को जल्द ही पूरा किया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा पूरी पारदर्शिता के साथ विकास कार्यों को गति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में आयोजित होने वाले मेले हमारी धरोहर हैं जिनका संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है। इस दौरान उन्होंने चारधाम मोटर मार्ग, रेल निर्माण सहित अटल आवास, किसान सम्मान निधि, आयुष्मान कार्ड, समान नागरिक कानून आदि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय लोगों की मांगों को उचित कार्यवाही हेतु संबंधित विभागों को प्रेषित किया जाएगा।
कार्यक्रम में स्थानीय विधायक भरत सिंह चौधरी ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में क्षेत्र में अभिनव विकास कार्य संपन्न होंगे। इससे पूर्व स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को चांदी का मुकुट पहनाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, बाल संरक्षण आयोग के सदस्य बाचस्पति सेमवाल, विकास खंड जखोली प्रमुख प्रदीप थपलियाल, जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल, महावीर पंवार, विक्रम कंडारी, गिरवीर सिंह रावत, जिलाधिकारी मनुज गोयल, पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल, मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार विभिन्न विभागीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि व बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण मौजूद थे।
आइआइपी के स्थापना दिवस समारोह में किया प्रतिभाग
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में आईआईपी मोहकमपुर में भारतीय पेट्रोलियम संस्थान के 63वें स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुखद संयोग है कि आज बैसाखी, भगवान महावीर जयंती, डा. भीमराव अंबेडकर जयंती तथा सीएसआईआर-भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (आईआईपी) स्थापना दिवस है। इस अवसर पर उन्होंन सर्वप्रथम भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव अबेंडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने आईआईपी की ओर से किये जा रहे विभिन्न कार्यों की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देश में जीवाश्म ईंधन से नवीकरणीय ईंधन की ओर बढ़ने की यात्रा में भारतीय पेट्रोलियम संस्थान का अहम योगदान रहा है। आईआईपी के वैज्ञानिकों ने शोध के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। इसमें प्लास्टिक से डीजल बनाने व जहाजों के लिए बायोफ्यूल बनाने जैसी महत्वपूर्ण उपलब्धियां शामिल हैं। आईआईपी ने ऊर्जा और ईंधन के क्षेत्र में ही नहीं अपितु वैश्विक महामारी के दौरान भगीरथ प्रयास और सेवा से जन-जन के लिए उपयोगी कार्यों सहित अभिनव अनुसंधान और प्रौद्योगिकी के लाभ का अद्धितीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।
उन्होंने कहा कि संस्थान ने पूरे भारतवर्ष में 108 ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए हैं। जिसमें से उत्तराखंडवासियों की सेवा में अल्मोड़ा, चमोली, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, रूद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल तथा ऊधमसिंह नगर सहित 08 संयंत्र स्थापित किए गए हैं। जिससे इन जनपदों के 100 से अधिक चिकित्सालय लाभान्वित हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के तीव्र विकास के लिए संस्थानों एवं विभागों की भूमिका भी अहम हो जाती है। उन्होंने कहा कि आईआईपी राज्य के 10 सीमान्त विकासखण्डों को एडोप्ट कर उनके विकास में योगदान के बारे में सोचे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2025 तक उत्तरखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। हम आत्मनिर्भर उत्तराखंड की ओर आगे बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा कि यह दशक विकास की दृष्टि से उत्तराखंड का दशक होगा। उत्तराखंड के समग्र विकास के लिए सभी को आगे आना होगा। जन सहभागिता एवं जन सहयोग से उत्तराखंड का समग्र विकास किया जायेगा। उत्तराखंड देवभूमि, वीरभूमि के साथ ही संस्कृति एवं आध्यात्म का केन्द्र भी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आईआईपी देहरादून देश का एक मात्र बायोजेट ईंधन निर्माता है। वर्ष 2018 में देहरादून से दिल्ली तक की भारत की पहली बायोजेट ईंधन प्रचालित उड़ान में इसी बायोजेट ईंधन का प्रयोग किया गया था। 05 केन्दीय मंत्रियों द्वारा इस बायोजेट ईंधन उड़ान के दिल्ली आगमन पर स्वागत किया गया । उत्तराखंड के युवाओं की कौशल वृद्धि एवं आजीविका के बेहतर अवसर हेतु संस्थान द्वारा अनेक कार्य किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि आईआईपी के वैज्ञानिक वानाग्नि, फलों-सब्जियों के भंडारण एवं परिवहन तथा वाहनों एवं डीजल जेनसेट से होने वाले प्रदूषण की रोकथाम एवं प्रबंधन क्षेत्रों में भी तेजी से कार्य करेंगे।
इस अवसर पर सीएसआईआर आईआईपी के निदेशक डा. अंजन रे, आर एंड डीआई ओसीएल के निदेशक डा. एसएसवी रामकुमार, पूर्णिमा अरोड़ा, दुर्गेश पंत, सोमेश्वर पांडेय एवं संस्थान के वैज्ञानिक, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।