अमेरिका की धमकी को नजरअंदाज कर उत्तरकाशी पहुंचे पीएम मोदी, शीतकालीन यात्रा को किया प्रमोट

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत सहित कई देशों पर भारी टैरिफ लगाने की धमकी दे रहे हैं। यही नहीं, उनका दृष्टिकोरण भारत को लेकर कुछ विशेष ही है। वह भारत को टैरिफ किंग या दूसरे शब्दों में संबोधित करते हैं। साथ ही वह भारत पर सौ फीसदी टैरिफ लगाने की बात करते हैं। कनाडा, फ्रांस, चीन के साथ ही यूक्रेन ने अमेरिकी राष्ट्रपति के तेवरों को लेकर विरोध जता दिया, लेकिन भारत ने इसका कोई जवाब नहीं दिया। वहीं, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन बातों को नजरअंदाज करते नजर आ रहे हैं। इसे इस बात से समझ लिया जाए कि जब कई देश अमेरिका की दादागिरी का विरोध कर रहे हैं, वहीं भारत के विदेश मंत्रालय सहित पीएम ने ऐसे मामलों में चुप्पी साथ ली है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गौरतरब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर भी 2 अप्रैल से टैरिफ लगाने की धमकी दी है। यह खबर कल देशभर में छाई रही और आज भी अखबारों के पहले पन्ने पर छपी है। हालांकि, पहले तक पीएम मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति को अपना दोस्त और अमेरिकी राष्ट्रपति पीएम मोदी को अपना दोस्त कहते रहे थे। कौन दोस्त है या कौन शुद्ध व्यापारी है, ये बातें धीरे धीरे लोगों के समझ आ रही है। अब अमेरिका की इस धमकी को नजर अंदाज कर भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने विशेष फोटो शूट कार्यक्रम में बिजी हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने रविवार को गुजरात के जामनगर जिले में पशु बचाव, संरक्षण और पुनर्वास केंद्र ‘वनतारा’ का उद्घाटन किया और एशियाई शेर के शावकों को दुलारा। उन्होंने इस कार्यक्रम में अंबानी परिवार के साथ सात घंटे बिताए। उन्होंने शावकों को दूध भी पिलाया। शीशे की दीवार के दूसरी तरफ शेर भी मोदी जी से मस्ती करते नजर आए। अब बटा लो ध्यान। बात भारत की अर्थव्यवस्था की हो रही है, लेकिन उसका समाधान क्या होगा, ये तो हमें पता नहीं, लेकिन वनतारा की फोटो और वीडियो देखकर खुश हो जाइए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आज उत्तरकाशी पहुंचे पीएम मोदी
अमेरिका क्या कर रहा है, ये खबर देश और विदेश के मीडिया में छाई है। हालांकि, भारत सरकार की ओर से इस मामले में चुप्पी है। अब देश की जनता को क्या चाहिए। 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज मिल रहा है। फिर ऐसी बातों से किसी को क्या लेना देना। सौ करोड़ लोगों की महीना की आमदनी साढ़े सात हजार रुपये है। इससे भी किसी को मतलब नहीं होना चाहिए। अमेरिका के टैरिफ लगाने से पहले भारत ने अमेरिका के करीब 30 से ज्यादा कंपनियों के उत्पाद पर भारी छूट दी। इससे भी किसी को कोई मतलब नहीं होने चाहिए। क्योंकि व्हाट्सएप इंडस्ट्री के ज्ञान में ऐसी बातों का कोई स्थान नहीं है। बाकि गंगा में डुबकी लगाओ और तर हो जाओ। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

हर्षिल में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने सबसे पहले उत्तराखंड के माणा गांव में हुए हिमस्खलन में हुई मजदूरों की मौतों पर शोक जताया। उन्होंने कहा माणा में जो हादसा हुआ है, उसके प्रति दुख व्यक्त करता हूं। मैं हादसे में जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। इसके बाद पीएम मोदी ने उत्तराखंड की अपनी पुरानी यात्राओं को याद किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान दशक उत्तराखंड का दशक है। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड में कोई भी सीजन ऑफ सीजन नहीं होना चाहिए। यहां हमेशा टूरिज्म ऑन रहना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पीएम मोदी ने कहा कि उत्तराखंड की ये देवभूमि आध्यात्मिक ऊर्जा से ओत-प्रोत है। चारधाम और अनंत तीर्थों का आशीर्वाद है। मैं मानता हूं कि मां गंगा के आशीर्वाद से मैं काशी तक पहुंचा हूं और सांसद के रूप में काशी की सेवा कर रहा हूं। मैंने कहा भी था कि मुझे मां गंगा ने बुलाया है। कुछ महीने पहले मुझे ये अनुभूति हुई कि मां गंगा ने मुझे गोद ले लिया है। ये उनका स्नेह ही है कि आज मैं उनके मायके मुखवा गांव आया हूं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ साल पहले जब मैं बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए गया था, मैं बोल पड़ा था कि ये दशक उत्तराखंड का दशक होगा, वो शब्द मेरे थे, भाव मेरे थे, लेकिन उसके पीछे की शक्ति स्वयं बाबा केदारनाथ ने दी थी। बाबा केदार के आशीर्वाद से वो शब्द, वो भाव, सच्चाई और हकीकत में बदल रहे हैं। ये दशक उत्तराखंड का बन रहा है। मैं चाहता हूं कि कोई भी सीजन हो, टूरिज्म ऑन रहे। सर्दियों में रिसॉर्ट खाली पड़े रहते हैं, ये आर्थिक असंतुलन पैदा करता है। अगर देश विदेश के लोग आएं तो यहां की आध्यात्मिक आभा का वास्तविक परिचय मिलेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को विकसित राज्य बनाने के लिए हमारी डबल इंजन सरकार मिलकर काम कर रही है। केंद्रीय कैबिनेट ने केदारनाथ रोपवे प्रोजेक्ट और हेमकुंड रोपवे प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। केदारनाथ रोपवे बनने के बाद जो यात्रा 8-9 घंटे में पूरी होती थी, वह महज 30 मिनट में पूरी हो जाएगी। इससे बुजुर्गों और बच्चों के लिए केदारनाथ यात्रा और सुगम हो जाएगी। पीएम नरेंद्र मोदी ने देवभूमि उत्तराखंड से लोगों को संबोधित किया। उत्तराखंड की धरती के बारे में उन्होंने कहा कि ये धरती आध्यात्मिक ऊर्जा से भरी हुई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि यहां चार धाम के साथ-साथ कई अन्य तीर्थ स्थल भी हैं। उन्होंने यहां आकर खुद को धन्य बताया। पीएम ने अपने भाषण में कहा कि मां गंगा की कृपा से ही उन्हें उत्तराखंड की सेवा करने का सौभाग्य मिला है। शीतकाल में उत्तराखंड में घाम तापो (सर्दियों में धूप सेंकना) पर्यटन स्पेशल इवेंट बन सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने लोगों और उद्योगपतियों से शीतकाल में उत्तराखंड आने की अपील की। पीएम मोदी ने कहा कि मैं चाहता हूं कि उत्तराखंड में कोई भी सीजन हो ऑफ सीजन ना हो। उन्होंने कहा कि देश के बड़े हिस्से में जब कोहरा होता है और सूर्य देव के दर्शन नहीं होते, तब पहाड़ों पर लोग धूप का आनंद मिल रहा होता है। उन्होंने कहा कि ये स्पेशल इवेंट बन सकता है। गढ़वाली में जिसे घाम तापो पर्यटन कहा जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए देश के कोने-कोने से लोग उत्तराखंड जरूर आए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इससे पहले उत्तराखंड में शीतकालीन पर्यटन को प्रोत्साहन देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से वह हेलीकॉप्टर से उत्तरकाशी के हर्षिल पहुंचे। देहरादून एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक आदि प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर मौजूद रहे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।