Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

June 23, 2025

यदि सर्दियों में सूख रहा तुलसी का पौधा, करें ये उपाय, हो जाएगा हरा भरा, जानिए तुलसी के पत्तों के गुण

हिंदू घरों में तुलसी के पौधा रखने की परंपरा काफी पुरानी है। इसे धर्म और अध्यात्म की दृष्टि से देखा जाता है। साथ ही जबरदस्त आयुर्वेदिक दवा के रूप में इसका इस्तेमाल भी होता है। इसीलिए तुलसी के पौधे का महत्‍व आयुर्वेद में भी बताया गया है। घर में तुलसी के पौधे हों तो सर्दी-खांसी को दूर रखने के लिए इनके पत्तों को इस्‍तेमाल किया जाता है। इस तरह यह कई तरह के संक्रमण को भी दूर रखने का काम कर सकता है। अक्सर आप देखते होंगे कि सर्दी के मौसम में इस पौधे को बचाना मुश्किल भरा काम होता है। ठंड बढ़ने के साथ ही घर या बालकनी में रखी तुलसी के पौधे सूखने लगते हैं। ऐसे में अगर आप भी इस समस्‍या से परेशान हैं तो कुछ बातों को ध्‍यान में रखकर इन्‍हें हरा भरा रख सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

क्यों बार-बार सूख जाता है तुलसी का पौधा
तुलसी का पौधा सूखने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इसमें जरूरत से ज्यादा पानी, खाद डालना और कम धूप मिलना मुख्य रूप से शामिल हैं। इसके अलावा कीड़े लगने जैसी वजहों से भी तुलसी का पौधा सूखने लगता है।
सर्दियों में तुलसी को धूप में रखें
तुलसी के पौधे को हेल्‍दी रखने के लिए धूप में रखना जरूरी होता है। इन्‍हें अगर आप धूप में रखें तो ये हरे-भरे रहते हैं। उन्हें कम से कम 6 से 7 घंटे धूप में रखना जरूरी होता है।
मामूली पानी डालें
सर्दियों के मौसम में तुलसी के पौधों में जहां तक हो सके कम से कम पानी डालें। अगर आप सर्दियों में अधिक पानी दे रहे हैं तो तुलसी का पौधा सूखने लगेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

नीम की पत्तियों से करें इलाज
सर्दियों के इस मौसम में आप नीम की सूखी पत्तियां ले आएं और उन्‍हें उबालकर ठंडा कर लें। अब इस पानी को आप तुलसी के पौधों में डालें. पौधे हरे-भरे रहेंगे। आप नीम की पत्तियों के पाउडर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। ये तुलसी के पौधे को हरा भरा रखने का अचूक उपाय है। इसके लिए नीम की पत्तियों को सुखाकर सिर्फ दो चम्मच पाउडर तुलसी के पौधे में डालें। आप देखेंगे कुछ ही दिनों में पौधे में नई पत्तियां आने लगेंगी और पौधा सूखने से बचेगा। नीम की पत्तियों के पाउडर को तुलसी के पौधे की मिट्टी में अच्छी तरह से मिक्स कर दें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ढक कर रखें
इस मौसम में तुलसी की पत्तियों को कॉटन के कपड़े से ढक कर रखें। आप लाल कपड़े से इसे ढक सकते हैं. इससे ये ठंडी हवा से बचे रहते हैं।
ज्यादा सर्दी में रखें घर के अंदर
अगर बहुत अधिक सर्दी पड़ रही है तो बेहतर होगा कि आप इस पौधे को घर के अंदर रखें या ऐसी जगह पर रखें जहां अधिक ठंड ना हो। ऐसा करने से ये सूखने से बचे रहेंगे।
नोटः यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

नमी से खराब होता है पौधा
तुलसी के पौधे के लिए आवश्यकता से अधिक नमी अच्छी नहीं होती। पौधे में पानी ज्यादा जमा हो जाने से इसके पत्ते झड़ने लगते हैं और पौधा सूखने लगता है। इस समस्या से निपटने के लिए तुलसी के पौधे से 15 सेंटीमीटर की दूरी पर उसकी मिट्टी को 20 सेंटीमीटर गहराई तक खोदें। जड़ों में नमी दिखाई देने पर उसमें सूखी मिट्टी और बालू भरें। इससे पौधे की जड़ों को हवा मिलेगी और पौधा सांस ले पाएगा।
धुंए और तेल से दूर रखें
तुलसी के पौधे को धुएं और तेल से दूर रखें और हर रोज इसकी पत्तियां न तोड़ें। पूजा करते समय अगर आप पौधे के पास दीपक और अगरबत्ती रखते हैं, तो इससे पौधा खराब हो सकता है। इसे पौधे से कुछ दूरी पर रखें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

तुलसी के पौधे को हरा रखने के आसान टिप्स
– सबसे पहले तुलसी के पौधे को लगाने वाली मिट्टी का चयन ध्यान पूर्वक करें, पौधा उगाते समय मिट्टी के साथ 30% रेत को मिक्स जरूर कर लें।
– तुलसी की जड़ों में फंगस लगने का खतरा अन्य पौधों के मुकाबले ज्यादा रहता है, इसीलिए तुलसी में पानी की मात्रा सीमित रखें। तुलसी को हर रोज थोड़ा-थोड़ा पानी ही दें।
– अधिकतर लोग तुलसी के पौधे में गीली गोबर का खाद डाल देते हैं। इसके कारण पौधा खराब हो जाता है। गोबर का खाद पौधे के लिए अच्छी होती है, लेकिन आपको उसे सुखाकर और पाउडर बनाकर ही तुलसी के पौधे में डालना चाहिए।
– तुलसी को हमेशा गहरे गमले में उगाएं। ऐसा करने से उसकी जड़ों में नमी रहेगी और पौधा लंबे समय तक हरा रहेगा।
– तुलसी की पत्तियों पर नीम का पानी या जिप्सम साल्ट को पानी में मिलाकर मिक्सर का छिड़काव कर सकते हैं। ऐसे करने से पत्तियां सूखती नहीं है और लंबे समय तक हरी रहती हैं।
– तुलसी के पौधे की छटाई थोड़े-थोड़े समय के अंतराल में करते रहना चाहिए।
– सर्दियों के मौसम में तुलसी के पौधे को बहुत ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है, इसीलिए 3 से 4 दिन बाद ही पानी दें। हर रोज पानी का छिड़काव कर सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सर्दी-खांसी में फायदेमंद
किसी के पत्तों में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। ऐसे में रोजाना सुबह तुलसी का एक पत्ता खाली पेट खाने से सर्दी-खांसी की समस्या से राहत मिल सकती है।
पाचन के लिए गुणकारी
अगर आप पाचन संबंधी समस्याओं से परेशान है, तो तुलसी के पत्ते आपके लिए मददगार साबित होंगे। रोजाना खाली पेट तुलसी के पत्ते चबाने से एसिडिटी और पेट में जलन की समस्या दूर होती है। साथ ही यह शरीर के पीएच लेवल को बरकरार रखने में भी सहायक है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुंह की बदबू करे दूर
अक्सर मुंह से जुड़ी कई समस्याओं की वजह से कई लोगों की सांस से दुर्गंध आने लगती है। ऐसे में रोजाना सुबह तुलसी के पत्तों का सेवन करने से मुंह के बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं, जिससे सांस की बदबू की समस्या भी दूर होती है।
तनाव में लाभकारी
शारीरिक समस्याओं से निजात दिलाने के साथ ही तुलसी के पत्ते मानसिक समस्याओं में भी काफी कारगर है। कई अध्ययनों में यह सामने आया है कि तुलसी के पत्तों में मौजूद एडेप्टोजन स्ट्रेस को कंट्रोल करने में मदद करता है। साथ ही यह नर्वस सिस्टम को रिलैक्स कर ब्लड फ्लो में सुधार करता है। ऐसे में तनाव और सिर दर्द की समस्या से निजात पाने के लिए रोजाना सुबह खाली पेट 2-3 तुलसी की पत्ती खाना फायदेमंद होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इम्यूनिटी करे बूस्ट
अगर आप अपनी प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करना चाहते हैं, तो इसके लिए भी रोजाना खाली पेट तुलसी के पत्तों का सेवन कर सकते हैं। इस में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबायोटिक गुण सिस्टम को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

Bhanu Prakash

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page

Optická iluze k nalezení přídavku: Musíte najít motýla Jaký počet dětí chtějí chytré ženy: Vědec vysvětluje, jak Hádanka o nejchytřejším chybějícím čísle, které Tajemné jedinečné boty: hádanka pro velmi pozorné Rychlý hádanky: Najděte číslo 58 za 7