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December 23, 2024

सब कुछ ठीक रहा तो सुरंग से दो दिन में निकाले जा सकते हैं 41 श्रमिक, नहीं तो लग जाएंगे 15 दिन

उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग में 10 दिन से फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने की कोशिश लगातार जारी है। कई मोर्चों पर रेस्क्यू का कार्य चल रहा है। ड्रिलिंग मशीन की मदद से अगले दो दिनों के भीतर सभी श्रमिकों को बाहर निकाला जा सकता है, लेकिन अगर इससे काम नहीं बना तो रेस्क्यू ऑपरेशन 15 दिनों तक भी खिंच सकता है। ऐसी ही सूचनाएं अधिकारियों के दावों के आधार पर आ रही हैं। फिलहाहल 12 नवंबर से सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को स्टील पाइप के जरिए खाना, पानी और दवाएं भेजी जा रही हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

आगर मशीन के साथ ही हॉरिजोंटल बोरिंग पर भी काम
मौके पर ऑगर मशीन और हॉरिजोंटल बोरिंग से टनल को खोलने का काम किया जा रहा है। इसमें 12-15 दिन लग सकते हैं। शुक्रवार दोपहर को ड्रिलिंग मशीन एक कठोर चट्टान के पार चली गई, जिस वजह से कंपन शुरू हो गया था। इसके बाद सुरक्षा कारणों से बचावकर्मियों को अभियान रोकना पड़ा था। इसके बाद पांच अन्य एक्शन प्लान तैयार करके रखे गए हैं। इनमें 12 से15 दिन तक का समय लग सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए सड़क निर्माण का काम तेज
कुल 37 श्रमिक सड़क निर्माण के लिए पहाड़ी पर जा रहे हैं। जहां तक लक्ष्य था, वहां तक सड़क निर्माण का कार्य पूरा कर लिया गया है और मशीनें भी पहुंच गई हैं। सुरंग के ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग कर रेस्क्यू सुरंग और लाइफ लाइन सुरंग तैयार करने को मशीनें स्थापित करना शुरू कर दिया गया है। मंगलवार की दोपहर तक मशीनों को स्थापित करने के लिए बेंच तैयार कर दिए गए थे, जबकि रात नौ बजे तक तीन ड्रिलिंग मशीन स्थापित हो चुकी थीं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

रात भर ड्रिलिंग का काम चला
सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को बचाने के लिए आगर मशीन से मंगलवार रात भर ड्रिलिंग का काम चला। ऑगर मशीन से 800 एमएम के छह पाइप डाले जा चुके हैं। 36 मीटर तक ड्रिलिंग की जा चुकी है। सातवें पाइप की वेल्डिंग का काम चल रहा है। ड्रिलिंग सकारात्मक दिशा में बढ़ रही है। अब सुरंग में करीब 20 से 22 मीटर की दूरी रह गई है। मजदूर करीब 56 मीटर अंदर हैं। ऐसे में रेस्क्यू आपरेशन के लिए आज का दिन अहम है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सभी 41 श्रमिक एकदम ठीक
एक बचावकर्मी को उन लोगों से यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वे एक-एक करके कैमरे के सामने आएं, ताकि भेजे गए वॉकी-टॉकी गियर पर उनकी पहचान की पुष्टि हो सके। रेस्क्यू कंट्रोल रूम के एक अधिकारी ने कहा कि क्लिप में, फंसे हुए लोग ठीक दिख रहे हैं। जब उनसे हालहाल के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे बिल्कुल ठीक हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पीएम मोदी ने सीएम धामी से फोन पर ली जानकारी
पीएम मोदी ने आज सुबह सीएम धामी को फोन कर सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों के लिए भोजन, दवाइयां, अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति एवं उन्हें सकुशल बाहर निकालने हेतु चल रहे बचाव कार्यों की जानकारी ली। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ये है घटनाक्रम
गौरतलब है कि जनपद उत्तरकाशी के यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरासू एवं बड़कोट के मध्य सिल्क्यारा के समीप लगभग 4531 मीटर लम्बी सुरंग का निर्माण हो रहा है। इसमें सिल्क्यारा की तरफ से 2340 मीटर तथा बड़कोट की तरफ से 1600 मीटर निर्माण हो चुका है। इसमें 12 नवम्बर 2023 की सुबह सिल्क्यारा की तरफ से लगभग 270 मीटर अन्दर लगभग 30 मीटर क्षेत्र में ऊपर से मलबा सुरंग में गिर गया था। इसमें 41 व्यक्ति फँस गए। उसी दिन से श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चल रहा है। हालांकि, अभी तक इसमें सफलता नहीं मिल पाई है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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