कारोबारी अजय गुप्ता और नुपुर शर्मा की फैमली को जेड सिक्योरिटी देने का गृह मंत्री का फेक पत्र हुआ वायरल, सीएम ने दिए जांच के निर्देश

अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि सोशल मीडिया में चल रहे इस फेक लैटर को गम्भीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दोषी व्यक्ति पर सख्त कार्यवाही के निर्देश दिये हैं। गौरतलब है कि पीआईबी की फेक्टचैक द्वारा भी इस पत्र को फेक पाया गया है।
A letter is doing rounds on social media claiming to be written by Union Home Minister, Amit Shah, to CM of Uttarakhand, Pushkar Singh Dhami.#PIBFactCheck
▶️ This letter is FAKE
▶️ No such letter has been issued by @HMOIndia
▶️ Do not share the letter pic.twitter.com/uHM5KGhu3j
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) June 14, 2022
उत्तराखंड शासन की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि एसटीएफ उत्तराखंड मे सोशल मीडिया इंटरवेशंन सैल (SMIC) कार्यरत है। इसका उद्देश्य सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की भ्रामक एवं गलत सूचना प्रसारित होने पर तत्काल प्रभाव से विश्लेषण कर वैधानिक एवं उचित कार्यवाही करना है। इस क्रम मे आज दिनांक 15 जून को सोशल मीडिया इंटरवेशंन सैल (SMIC) को एक पोस्ट प्राप्त हुई। इसमे मा. गृह मंत्री जी के लैटर पैड पर एक सशंय पैदा करने वाला पत्र लिखा गया था। इस पत्र की प्रथमदृष्टया जांच के उपरान्त प्रतीत होता है की मा. गृह मंत्री के पत्र का रुपांतरण कर इस प्रकार से समाज मे कानून व्यवस्था बाधित करने हेतु भ्रामक सूचना प्रसारित की गयी है। इस क्रम मे एसटीएफ उत्तराखंड द्वारा सुसगंत धाराओ मे अभियोग पजींकृत करने की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी है।
ये है पत्र की भाषा
श्री पुष्कर सिंह धामी,
मैं राज्य में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के आपके प्रयासों और आपकी गहरी रुचि की प्रशंसा करता हूं। वर्तमान परिदृश्य में अजय गुप्ता को जेड सुरक्षा प्रदान करना भी प्रशंसनीय है। देहरादून में नुपुर शर्मा के फैमिली हाउस के लिए उभरते खतरों का मूल्यांकन करने के लिए मैं आपको सलाह देता हूं कि उन्हें तत्काल आधार पर जेड सुरक्षा प्रदान करें। मुझे विश्वास है कि आप इस कार्य को अच्छी तरह से और कुशलता से निष्पादित करेंगे। दोनों श्री अजय गुप्ता और श्रीमती नुपुर शर्मा राष्ट्रीय स्वयंसेवक को बढ़ावा देने के प्रतीक हैं। संघ की विचारधारा जो अंततः हमें हिंदू राष्ट्र बनाने को पूरा करने के लिए प्रेरित करेगी। मुझे लगता हे, आप इस कार्य की संवेदनशील प्रकृति को समझेंगे और अपना प्रमुख महत्व देंगे। आपको और आपकी टीम को मेरी शुभकामनाएं।
कौन हैं ये अजय गुप्ता
हाल ही में दक्षिण अफ्रीका में अरबों रुपये का घोटाला करने के आरोपी भारतीय मूल के राजेश गुप्ता और अतुल गुप्ता को दुबई से गिरफ्तार कर लिया गया है। गुप्ता बंधु दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के शासनकाल के दौरान हुए राजनीतिक भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं। गुप्ता बंधु उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के रहने वाले हैं। अजय गुप्ता अभी फरार हैं।
सहारनपुर के कारोबारी गुप्ता बंधु देहरादून में भी विवादों में रहे हैं। यहां कर्जन रोड पर गुप्ता बंधुओं की कोठी है। वे अक्सर यहां आते-जाते रहते हैं। उत्तराखंड आने पर उन्हें अपने खर्चे पर जेड श्रेणी की सुरक्षा मिलती थी। यही नहीं, करीब चार साल पहले आयकर विभाग ने यहां भी उनकी कोठी पर छापे मारे थे।
करीब चार साल पहले दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के इस्तीफा प्रकरण के बाद सुर्खियों में आए गुप्ता बंधुओं की दून और हरिद्वार में भी संपत्तियां हैं। अब अतुल गुप्ता और राजेश गुप्ता की गिरफ्तारी के बाद गुप्ता बंधु फिर चर्चा में हैं। उनका देहरादून से भी गहरा नाता है। उत्तराखंड आने पर उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा दी जाती थी। इसके लिए वे हर माह छह से सात लाख रुपये एडवांस जमा कराते थे।
बताया जाता है कि वर्ष 2018 में जिस दिन दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा इस्तीफा दे रहे थे, उस दिन अजय गुप्ता देहरादून स्थित अपनी कोठी में ही थे। तभी यह खुलासा हुआ था कि गुप्ता बंधुओं को उत्तराखंड में अपने खर्च पर जेड श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध है। मीडिया में यह मामला उछलने के बाद गुप्ता बंधुओं की कोठी से पांच पुलिसकर्मियों की गारद को हटा दिया गया था। सुरक्षा एजेंसियों ने गृह विभाग को रिपोर्ट भेजी थी। यही नहीं, वर्ष 2018 में आयकर विभाग ने गुप्ता बंधुओं के खिलाफ कार्रवाई की थी। उनकी दून स्थित कोठी में भी छापे मारकर ब्लैंक चेक बरामद किए गए थे।
बेटे की शादी में चर्चा में रहे अजय गुप्ता
पांच साल पहले अजय गुप्ता ने बेटे सूर्यकांत की शाही शादी की थी। इसका रिसेप्शन उत्तराखंड के मशहूर पर्यटक स्थल औली में किया गया था। बताया जाता है कि इस रिसेप्शन में दो सौ करोड़ से अधिक की राशि खर्च की गई। रिसेप्शन में हेलीकॉप्टर से मेहमानों को औली ले जाया गया था। राजनीतिक दिग्गजों और अनिल कूपर आदि बॉलीवुड हस्तियों से लेकर कई बड़े अधिकारियों ने रिसेप्शन में भाग लिया था। इस समारोह में कचरा फैलाने पर जोशीमठ नगरपालिका प्रशासन ने गुप्ता बंधुओं पर ढाई लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। तब यह रिसेप्शन भी चर्चा का विषय बना था।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।