कोरोना की दूसरी डोज के बाद बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में किया भर्ती, बाथरूम में मिला शव
भोपाल में एक होमगार्ड जवान की कोरोना की दूसरी डोज लेने के बाद तबीयत बिगड़ी तो उन्हें जेपी अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती कराना पड़ा। वहां से अचानक वह गायब हुए तो अस्पताल प्रशासन ने कहा कि वह बिन बताए भाग गए।
भोपाल में एक होमगार्ड जवान की कोरोना की दूसरी डोज लेने के बाद तबीयत बिगड़ी तो उन्हें जेपी अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती कराना पड़ा। वहां से अचानक वह गायब हुए तो अस्पताल प्रशासन ने कहा कि वह बिन बताए भाग गए। वहीं, गायब होने के 36 घंटे के बाद इस जवान का शव अस्पताल के कोरोना वार्ड के बाथरूम में मिला।
होमगार्ड जवान 42 साल के पुष्पराज सिंह ने कोरोना के टीके की दोनों डोज लगवाई थी। परिजनों का आरोप है इसके बाद ही उनकी तबीयत खराब हुई और उन्हें रविवार को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। अगले दिन सुबह साढ़े छह बजे परिजनों की फोन पर बात हुई, उसके करीब डेढ़ घंटे बाद उसका मोबाइल रिसीव होना बंद हो गया।
इस पर परिजन अस्पताल पहुंचे तो स्टाफ ने कहा कि वह बिना बताए कहीं भाग गए। परिजन उसे पूरे अस्पताल में खोजते रहे, लेकिन पता नहीं चला। करीब 36 घंटे बाद सूचना मिली की उनका शव वॉर्ड के बाथरूम में है।
परिजनों के मुताबिक 17 मार्च को उन्हें दूसरा टीका लगने के एक दिन बाद घबराहट और चक्कर आने लगे थे। उनके पिता नरेन्द्र सिंह ने बताया कि उनके बेटे को कोविड आईसीयू में रखा गया था। सोमवार सुबह करीब साढ़े छह बजे तक उनकी फोन पर बात हुई। आठ बजे से उसका मोबाइल रिसीव नहीं हुआ। हम लोग अस्पताल पहुंचे तो स्टाफ ने कहा कि वह बिना बताए कहीं चला गया है।
आरोप है कि जब परिजनों ने सीसीटीवी कैमरे देखने के लिए कहा तो अस्पताल प्रबंधन ने ये कहा कि आपका बेटा भाग गया है। पुलिस में रिपोर्ट लिखाकर आओ तब कैमरे दिखाएंगे। अब खबर मिली कि कोविड वार्ड के बाथरूम में उसकी डेडबॉडी पड़ी हुई है। मामले की जांच के लिए तीन डॉक्टरों की कमेटी बना दी गयी है। साथ ही स्टाफ नर्स सहित तीन लोगों को निलंबित कर दिया गया है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
बहुत दुखद, टीका भी शुरक्षित नहीं है