एचआईएमएस ने लगाया कृमि उन्मूलन जागरुकता शिविर, 50 बच्चों को खिलाई एल्बेंडाजॉल दवा
स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) के कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग की ओर से आयोजित मायाकुड ऋषिकेश के आंगनबाड़ी में कृमि उन्मूलन जागरुकता शिविर आयोजित किया गया। विभागाध्यक्ष डॉ.जयंती सेमवाल के नेतृत्व में डॉ.शैली व्यास व डॉ.अशोक श्रीवास्तव ने आंगनबाड़ी के बच्चों को कृमि दवाई खिलवाई। साथ ही उन्होंने बच्चों को पर्सनल हाइजीन (खुद को साफ कैसे रखें), डेंटल हाइजीन व नेल हाइजीन के बारे में भी बताया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
विभागाध्यक्ष डॉ.जयंती सेमवाल ने बताया कि कृमि मुक्ति दवा एल्बेंडाजोल की गोली एक से दो साल तक के बच्चों को आधी देनी चाहिए, व तीन से 19 वर्ष के बच्चों को एक गोली खिला सकते हैं। इस दवा का सेवन हरेक छह माह में किया जाना चाहिए। डॉ.शैली व्यास ने बच्चों से कहा कि बीमारी व कृमि के प्रभाव से बचने के लिए स्वच्छ रहें। खाना खाने से पहले हाथों को अच्छी तरह धोएं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि नाखून छोटे कटे होने चाहिए, ताकि उनमें कचरा न फंसे। खाली पैर के बजाए चप्पल का उपयोग करें। खेल के दौरान गंदगी वाले जगह से दूर रहें। डॉ.अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि कृमि मुक्ति अभियान के लिए को सफल बनाने के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। शिविर को सफल बनाने में आंगनबाड़ी कार्यकत्री प्रतिभा गुप्ता, मंजू अंग्रवाल, आशा हेल्थ वर्कर सरस्वती रावत, सरोजनी चौहान, निशा नेगी, आभा रानी आदि का सहयोग सराहनीय रहा।
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।