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October 14, 2025

हेमकुंड साहिब की यात्रा स्थगित, 10 मई को खुलने थे कपाट, अगली तिथि पर अभी फैसला नहीं, पिछले साल 36 दिन चली थी यात्रा

सिखों के पवित्र धार्मिक स्थल हेमकुंड साहिब की यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। इस बार हेमकुंड साहिब में गुरुद्वारा के कपाट खोलने की तिथि 10 मई को नियत थी।


सिखों के पवित्र धार्मिक स्थल हेमकुंड साहिब की यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। इस बार हेमकुंड साहिब में गुरुद्वारा के कपाट खोलने की तिथि 10 मई को नियत थी। हालांकि हर साल हेमकुंड साहिब के कपाट एक जून को खोले जाते थे। इस बार उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत के अनुरोध पर कपाट पहले खोलने का फैसला लिया गया था। इसे अब स्थगित कर दिया गया। पिछले साल भी कोरोनाकाल के चलते हेमकुंड साहिब की यात्रा मात्र 36 दिन चली थी।
उत्तराखंड में कोरोना के लिहाज से हालात अच्छे नहीं हैं। हर दिन नए संक्रमितों का आंकड़ा पांच हजार के आसपास निकल रहा है। ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गुरुद्वारा श्री हेमकुण्ट साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट ने 10 मई से शुरू होने वाली यात्रा को स्थगित करने का फैसला लिया है। यात्रा शुरू होने की अगली तारीख के बारे में अभी फैसला नहीं लिया गया है। सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब परिसर मे ही हिंदुओं की आस्था का केंद्र लोकपाल लक्ष्मण मंदिर भी है। दोनों के कपाट एकसाथ खुलते और बंद किए जाते हैं।
पिछले साल 36 दिनों तक चली यात्रा में करीब 8500 श्रद्धालुओं ने हेमकंड साहिब में मत्था टेका। वहीं, वर्ष 2019 में 2.39 लाख से अधिक श्रद्धालु हेमकुंड साहिब पहुंचे थे। हेमकुंड साहिब समुद्रतल से 15225 फीट की ऊंचाई पर चमोली जिले में स्थित है। यह सिखों का पवित्र तीर्थस्थल है। कहा जाता है कि सिखों के 10वें गुरु गोविंद सिंह ने यहां तपस्या की थी।

Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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