पूर्व सीएम हरीश रावत ने उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह को लिखा, हमारे छोटे भाई, तुम्हें डांटने का मन कर रहा
सोशल मीडिया में हर दिन विभिन्न मुद्दों को उठाने वाले उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने फिर सोशल मीडिया में पोस्ट डालकर उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत को संबोधित किया। कहा आपको डांटने का मन कर रहा है। मुद्दा था, अशासकीय विद्यालयों के अनुदान का। साथ ही उन्होंने सीएनजी पाइप लाइन और बिजली की केबिल डालने के संबंध में भी कटाक्ष करते हुए कहा कि केवल खुदाई माल बनाई हो रही है। मानकों का ध्यान कौन रखेगा।
अपनी हर पोस्ट को दिलचस्प अंदाज में लिखने वाले हरीश रावत ने उच्च शिक्षामंत्री धनसिंह रावत का ध्यान अशासकीय विद्यालयों की समस्या की तरफ दिलाया। उन्होंने फेसबुक और ट्विटर पर पोस्ट डाली कि-धन सिंह जी हमारे छोटे भाई हैं। आज थोड़ा सा उनको डांटने का मन कर रहा है। ये अशासकीय विद्यालयों के अनुदान बंद करने के विषय में जो चर्चाएं हैं, वो ठीक नहीं हैं।
उन्होंने आगे लिखा कि- अशासकीय विद्यालयों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिये। शिक्षा में यदि हम प्राइवेट पूंजी नहीं लाएंगे तो उत्तराखंड के ग्रामीण अंचलों में कहां से ये पूंजी आयेगी? शिक्षा ही एक ऐसा क्षेत्र है और यदि हम कोई हार्ड एंड फास्ट रूल्स बनाएंगे तो उसे नुकसान होगा। मैंने पहले भी ट्वीट करके कहा था कि ये गलत निर्णय है और अब भी मैं छोटे भाई तक अपना संदेश पहुंचा रहा हूं इस ट्वीट के माध्यम से।
सीएनजी पाइप लाइन और बिजली की केबल डालने पर उठाए सवाल
हरीश रावत ने सीएनजी पाइप लाइन और बिजली की केबल डालने के लिए सड़क पर हो रही खुदाई से लोगों की परेशानी उठाते हुए सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने फेसबुक और ट्विटर के जरिये कहा कि- आप CNG की लाइन डाल रहे हैं। आप अंडर ग्राउंड बिजली के केबिल डाल रहे हैं या दूसरे केबिल डाल रहे हैं। अच्छी बात है। मगर उसके कुछ कोई मानक बनाईये। हरिद्वार में निरंतर यह शिकायत आ रही है कि लोगों के घरों में बिजली का करंट आ जा रहा है। अभी भगवान की कृपा से कोई दुर्घटना नहीं हुई, लेकिन दुर्घटना की संभावनाएं बनी हुई हैं। मानकों का पालन नहीं हो रहा है, केवल खुदाई माल बनाई। तो लोगों की हिफाजत हो इसका ध्यान कौन रखेगा।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।