हरिद्वार पुलिस पर लगाया हत्या का आरोप, राजनीतिक दलों और संगठनों के प्रतिनिधियों ने सीएम को भेजा ज्ञापन

विभिन्न राजनीतिक दलों और जनसंगठनों के प्रतिनिधियों ने हरिद्वार जिले में रुड़की क्षेत्र की पुलिस पर जिम संचालक की हत्या का आरोप लगाया। इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। इस मांग को लेकर देहरादून में जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ज्ञापन देने वालों ने आरोप लगाया कि रुड़की इकबालपुर थाने अन्तर्गत वसीम उर्फ मोनू की पुलिस ने बर्बरता से पिटाई की। उसकी आंख तक फोड़ दी गई। हाथ पैर तोड़ने के बाद उसे तालाब में फेंककर हत्या कर दी। माकपा, सीआईटीयू, भीम आर्मी, आरयूपी, एआईएलयू, एसएफआई, उत्तराखंड आन्दोलनकरी संयुक्त परिषद, नेताजी संघर्ष समिति आदि के प्रतिनिधियों ने इस मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच की मांग की। साथ ही हत्या के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पढ़ेंः आया डाकू सुंदर सिंह वाला ट्रेंड, तालाब में कूदने लगे आरोपी, असम के बाद उत्तराखंड में मौत
मुख्यमन्त्री को प्रेषित ज्ञापन में जनसंगठनों ने कहा कि रूड़की स्थित इकबाल पुर थाने सोहलपुर गाड़ा गांव में गत 25 अगस्त को जिम चलाने वाले युवक वसीम उर्फ सोनू को गोरक्षकों के इशारे पर पहले पुलिस ने बुरी तरह पीटा। उसके हाथ पैर तोडे़ तथा आंख फोड़ी गई। सबूत मिठाने के लिये उसे घायलावस्था में तालाब में उसे फेंक दिया। गांव वाले जब उसे निकालने के लिये गये तो पुलिस वालों ने उन्हें धमका कर भगा दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन में कहा गया कि राज्य की पुलिस बेलगाम हो चुकी है। ऋषिकेश में भी रणबीर सिंह को भी बुरी तरह पीटा गया था। उसकी बाद में जेल में मौत हो गई थी। अब हरिद्वार पुलिस के अधिकारी दोषियों को बचाने के लिए उक्त घटना को गलत मोड़ दे रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ज्ञापन देने वालों में सीपीएम से अनन्त आकाश, सीआईटीयू से लेखराज, भीम आर्मी से आजम खान, आरयूपी से नवनीत गुंसाई, उत्तराखंड आन्दोलनकारी संयुक्त परिषद से बालेश बबानिया, नेताजी संघर्ष समिति से प्रभात डंडरियाल, एआईएलयू से शान्ति प्रसाद,एडवोकेट आमिर मिर्जा, गौरव रजौरिया, मौहम्मद फुरकान, विवेक राज, दिलशाद आदि शामिल थे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।