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November 16, 2024

उत्तराखंड में हरेला पर्व की धूम, पौधरोपण अभियान शुरू, सरकार सहित कई संगठनों ने निभाई भागीदारी

देवभूमि उत्तराखंड में प्रकृति के श्रृंगार में चार चांद लगाने के लिए हरेला पर्व पर शनिवार से पौधारोपण अभियान की शुरुआत की गई। सरकार सहित विभिन्न संगठनों, संस्थानों ने इस पर्व पर पौधरोपण किया।

देवभूमि उत्तराखंड में प्रकृति के श्रृंगार में चार चांद लगाने के लिए हरेला पर्व पर शनिवार से पौधारोपण अभियान की शुरुआत की गई। सरकार सहित विभिन्न संगठनों, संस्थानों ने इस पर्व पर पौधरोपण किया। वन विभाग आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम में मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी ने पौधरोपण किया। इस मौके पर हरेला पूजा भी की गई। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। पौधरोपण का यह कार्यक्रम अगले एक महीने तक चलेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को हरेला पर्व के अवसर पर महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज के निकट वन विभाग की ओर से आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पौधा रोपण किया। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों पर्यावरण संरक्षण को संस्कृति से जोड़ने वाले पारंपरिक पर्व हरेला की शुभकामनाएं दी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हरेला पर्व के तहत एक माह तक वृक्षारोपण अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में निरंतर प्रयासों की जरूरत है। प्रत्येक जनपद में जल स्रोतों एवं गदेरों के पुनर्जीवन एवं संरक्षण के लिए कार्य किए जायेंगे। नदियों के संरक्षण एवं नदियों के पुनर्जीवन थीम पर इस वर्ष हरेला पर्व मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विकास एवं पर्यावरण में संतुलन होना जरूरी है। आने वाली पीढ़ी को शुद्ध पर्यावरण मिले, इसके लिए पर्यावरण संरक्षण सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड धर्म, अध्यात्म एवं संस्कृति का केन्द्र है। उत्तराखंड जैव विविधताओं वाला राज्य है, यहां का प्राकृतिक सौन्दर्य पर्यटकों को आकर्षित करता है। पर्यावरण संरक्षण के लिए उत्तराखंड की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है। सभी को समर्पित भाव से प्रकृति संरक्षण की दिशा में आगे बढ़ना होगा।

वन मंत्री सुबोध उनियाल ने हरेला पर्व की बधाई देते हुए इस पर्व को सांस्कृतिक धरोहर बताया। उन्होंने कहा पौधारोपण एवं प्रकृति के संरक्षण से ही हम शुद्ध हवा शुद्ध जल एवं अन्य प्राकृतिक लाभ ले सकते हैं। एक जागरूक नागरिक के तौर पर हमने अपने भविष्य को संवारना होगा एवं पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान देना होगा । पौधों के संरक्षण एवं प्रकृति कि स्वच्छता का कार्य प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने युवाओं से विशेष आग्रह करते हुए पौधारोपण एवं स्वच्छता कार्यक्रमों पर ज्यादा से ज्यादा अपना सहयोग देने की बात कही । उन्होंने कहा कि हरेला पर्व पर प्रदेश में 15 लाख वृक्ष लगाए जायेंगे। जिनमें 50 प्रतिशत फलदार पौधे होंगे।

इस अवसर पर मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक श्री उमेश शर्मा काऊ, प्रमुख सचिव वन आर.के. सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक विनोद कुमार सिंघल, गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार, जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आर राजेश कुमार एवं वन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

पुलिस ऑफिसर्स कालोनी में किया गया पौधरोपण
हरेला पर्व के शुभ अवसर पर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने देहरादून में पुलिस ऑफिसर्स कालोनी किशनपुर में पर्यावरण सुरक्षा, संरक्षण एवं जागरूकता के सन्देश के साथ पौधरोपण किया। इस मौके पर डीजीपी अशोक कुमार ने पर्यावरण संरक्षण, प्रकृति प्रेम और हरियाली को समर्पित देवभूमि उत्तराखंड के लोक पर्व हरेला की समस्त प्रदेशवासयों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बताया कि हरेला पर्व पर समस्त पुलिस परिसरों (थाना, चौकी, वाहिनी, पुलिस लाइन, इकाईयों) में वृक्षारोपण किया जा रहा है।

रुद्रपुर में देवहोम्सवासियों ने किया पौधरोपण
हरियाली व पर्यावरण संरक्षण के प्रतीक लोकपर्व हरेला पर उधमसिंह नगर के रुद्रपुर में देवहोम्स वासियों ने पौधरोपण किया। देव होम्स में आयोजित आर्यभट्ट शाखा के स्वयंसेवकों व अन्य कालोनियों के निवासियों ने पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। कार्यक्रम समन्वयक सचिन शर्मा ने लोकपर्व हरेला की बधाई दी। बताया कि हरेला पर्व पर्यावरण संरक्षण, खुशहाली ओर समृद्धि का प्रतीक है।

इस शुभ अवसर पर हम सभी को मिलकर अधिक से अधिक संख्या में पौधरोपण कर अपनी भावी पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित करने में सहयोग करना है। आने वाली पीढ़ी को “हरा भरा धरा” देना है। कार्यक्रम में आर्यभट्ट शाखा के स्वयंसेवकों ने पीपल, बरगद, पाखड़, नीम, आंवला, रुद्राक्ष, सीता-अशोक, जमैका चैरी, आम, अमरूद आदि 21 पौध रोगी। इस मौके पर सुखदेव, विजय बहादुर मौर्य, सुधीर डागर, मोरसिंह यादव, ध्यान सिंह, यतेंद्र कटारिया, जयंत डागर, पीके आदि उपस्थित रहे।

शिक्षकों, स्कूल स्टाफ और छात्रों ने किया पौधरोपण
हरेला पर्व पर राजकीय प्राथमिक विद्यालय जैली विकासखंड जखोली रुद्रप्रयाग में विद्यालय के शिक्षक, छात्र, भोजन माता, आंगनवाड़ी के सहयोग के कुल 25 पौधों का रोपण किया गया। इसमें फूलदार आठ, औषधीय पांच, सजावटी सात, फलदार पांच पौधे रोपित किये गये।

इसके साथ ही गत वर्ष लगाये गये पौधौं की निराई की गयी। इससे एक दिन पहले हरेला कार्यक्रम के परिप्रेक्ष्य में शिशु सभा का आयोजन भी किया गया था।शिशु सभा का संचालन सांस्कृतिक मंत्री पांचवीं कक्षा की छात्रा कु कंचन ने किया। शिशु सभा में दीप प्रज्ज्वलन, दीप वन्दना, गुरु वन्दना, सरस्वती वन्दना के साथ ही छात्रों ने कविताएं प्रस्तुत की। साथ ही संगीता राणा ने हरेला का महत्व बताया गया। पौधरोपण शिक्षक माधव सिंह नेगी के नेतृत्व में किया गया।

पौधरोपण और चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन
भारतीय वैश्य महासंघ जीएमएस. मंडल देहरादून की ओर से आदित्य दून शायर, साईं लोक तथा राजकीय प्राथमिक विद्यालय ढंडार में उत्तराखंड के लोक पर्व हरेला के पावन पर्व पर पौधरोपण किया गया। सात ही छात्रों की चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि भारतीय वैश्य महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष विनय गोयल जी ने कहा कि उत्तराखंड अपनी प्राकृतिक सौंदर्यता, सुरमयता, रमणीयता एवं बासंती वैभव के लिए जग प्रसिद्ध रहा है। उत्तराखंड में स्थित हिमालय की हरीतिमा संपूर्ण विश्व को आकर्षित करती है। उत्तराखंड को हरा भरा बनाए रखने के लिए प्रतिवर्ष 16 जुलाई को हरियाली का पर्व हरेला मनाया जाता है।

गोयल ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के लिए न केवल हमको वृक्ष लगाने हैं। वरन जिस प्रकार हम नवजात बच्चों की देखभाल करते हैं, उसी प्रकार से हमको इन छोटे पौंघौं की कम से कम 1 वर्ष तक देखभाल करनी है। हमें इन पौधों को समय से निराई गुड़ाई के साथ-साथ खाद पानी भी देना है। इस पावन पर्व पर छायादार, फलदार एवं सजावटी 50 से अधिक पौधे लगाए गए।

जीएमएस मंडल के अध्यक्ष संजय गुप्ता ने अशोक का पौधा रोपित किया। वहीं, महासचिव शिखर कुचछल ने आम की पौध लगाई। संस्था के सह सचिव एवं मीडिया प्रभारी संजय गर्ग ने बताया कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय ढंडार में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए छात्र छात्राओं के मध्य एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें कक्षा पांच की कु सोनम ने प्रथम स्थान, कक्षा 4 की कु आरती ने द्वितीय स्थान तथा कक्षा 5 की रोशनी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विजयी छात्राओं को भारतीय वैश्य महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष विनय गोयल ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

पूजा अर्चना के साथ मनाया हरेला पर्व
मनोरमा डोबरियाल शर्मा मैमोरियल फाउंडेशन व काफल चैप्टर ऑफ गढ़वाल की ओर से संयुक्त रुप से श्री पंचायती मन्दिर गांधी रोड़ देहरादून में हरेला महोत्सव के मनाया गया। इसमें प्रदेश कांग्रेस महिला अध्यक्ष ज्योति रौतेला व मनोरमा डोबरियाल शर्मा मैमोरियल फाउंडेशन की अध्यक्ष व काफल चैप्टर ऑफ गढ़वाल की संयोजक आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने संयुक्त रुप से हरियाली की पूजा अर्चना की। इस अवसर पर बोलते हुए प्रदेश कांग्रेस महिला अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने कहा कि हरेला हमारी परम्परा, हमारी संस्कृति की प्रतीक है। मॉ नंदा देवी के मायके से जुड़ी हमारी परम्पराओं को इससे जोड़कर देखा जाता है। उत्तराखंड में हमारी बेटीयों को मायके से खुशहाली के रुप में हरियाली भेजने की परम्परा है। राज्य की इस प्राकृतिक व सास्कृतिक विरासत को अपने आने पीढ़ी के लिये भी सहज के रखना है। इस प्रकृतिक व सास्कृतिक विविधता के सम्वर्धन व सुवर्धन के लिये भी प्रयास करना है।

फाउंडेशन की अध्यक्ष व काफल चैप्टर ऑफ गढ़वाल की संयोजक आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने सभी को हरेला की शुभकामना देते हुए बताया हमें अपने राज्य की इस प्राकृतिक व सास्कृतिक विरासत को अपने आने पीढी के लिये भी सहज के रखना है।उन्होने कहा कि आज घी संक्राद भी है। पं. शशि बल्लभ शास्त्री व पं विपिन ने संयुक्त रूप से हरियाली की पूजा अर्चना सम्पन्न कराई। झंगोरे की खीर व मंडुवे की पकौड़ी प्रसाद के रुप में वितरित की गई। कार्यक्रम में पार्षद उर्मिला थापा, नजमा खान, कौशल्या देवी, रेखा डिंगरा, अनुराधा तिवारी, सुमन काला, बाला शर्मा, उमा देवी, कुलदीप प्रसाद, हरीश नागपाल, दीपक बंसल, गब्बर सिंह बिष्ट, बबिता सिंह, राजेश भट्ट, गौरव आदि उपस्थित रहे।

एम्स में चार दर्जन से ज्यादा फलदार और छायादार पौधों का रोपण
हरेला पर्व पर एम्स, ऋषिकेश में विभिन्न स्थानों पर चार दर्जन से अधिक फलदार व छायादार पौधों का रोपण किया गया। इस अवसर पर एम्स निदेशक प्रोफेसर डा. मीनू सिंह ने कहा कि वृक्ष ही जीवन का आधार हैं और इन्हीं से जीवन के लिए प्राण वायु प्राप्त होती है। लिहाजा सभी को पौधों का रोपण व संरक्षण करना चाहिए।शनिवार को एम्स, ऋषिकेश परिसर में नेशनल मेडिकोज आर्गेनाइजेशन की ओर से आयोजित हरेला पर्व कार्यक्रम के दौरान संस्थान की निदेशक प्रो. मीनू सिंह की अगुवाई में संस्थान के अधिकारियों व फैकल्टी सदस्यों ने पौधे रोपे। इस दौरान अमलतास, चम्पा, शहतूत, जामुन, नीम और पिलखन आदि विभिन प्रजातियों के कई फलदार और छायादार पौधे रोपे गए।
पौधरोपण का आयोजन एम्स परिसर में आयुष भवन मार्ग, हॉस्टल मार्ग और आवासीय क्षेत्र के विभिन्न मार्गों से सटे स्थानों पर किया गया। इस अवसर पर एम्स निदेशक प्रोफसर मीनू सिंह ने वृक्षों को प्रकृति का संतुलन बनाए रखने के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि वृक्ष प्रकृति का वरदान हैं और वृक्षों से ही धरती हरी-भरी होती है। उन्होंने पर्यावरण के संरक्षण के लिए वृक्षों को अति महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य सिर्फ पौधे लगाना ही नहीं बल्कि रोपे गए पौधों की पर्याप्त देखभाल करना भी होना चाहिए।
इस अवसर पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डा. गीता खन्ना, ऋषिकेश की मेयर अनीता ममगाईं, एम्स के डीन एकेडेमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता, चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर संजीव कुमार मित्तल, नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन, उत्तराखंड के प्रदेश सचिव डॉ. विनोद, प्रो. जया चतुर्वेदी, प्रो. ब्रिजेंद्र सिंह, डा. हिमांशु ऐरन, डा. शशि कंडवाल, डा. बलरामजी ओमर, डा. रविकांत, डा. वरुण कुमार, डा. जितेंद्र गैरोला, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सुदामा सिंघल, डॉ. अजय पाल, डॉ. कौशल, डॉ. संकेत, डॉ. प्रकाश, करण, प्रखर आदि मौजूद थे।

हरेला पर्व पर वृक्षारोपण कर प्रकृति को बचाने का ले संकल्पः राजीव महर्षि
आज हरेला पर्व पर उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ पैनलिस्ट एवं निवर्तमान उत्तराखंड मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि ने गढ़वाली कालोनी समुदाय भवन रिंग रोड रायपुर और अन्य क्षेत्रों में पौधरोपण किया। इस अवसर पर राजीव महर्षि ने लोगों को पौधे बांट कर वृक्षारोपण व प्रकृति के बचाव के लिए अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि हरेला सिर्फ एक त्योहार न होकर उत्तराखंड की जीवनशैली का प्रतिबिंब है। यह प्रकृति के साथ संतुलन साधने वाला त्योहार है। प्रकृति का संरक्षण और संवर्धन हमेशा से पहाड़ की परंपरा का अहम हिस्सा रहा है। उन्होंने कहा कि जहां आज प्रकृति और मानव को परस्पर विरोधी के तौर पर देखा जाता है वहीं, हरेला का त्योहार मानव को प्रकृति के साथ सामंजस्य बैठाने की सीख देता है। हरेला पर्व हरियाली और जीवन को बचाने का संदेश देता है। हरियाली बचने से जीवन भी बचा रहेगा।
युवा कांग्रेस सोशल मीडिया जिला अध्यक्ष विकास नेगी ने कहा हरेला पर्व प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन को खासा अहमियत देता है। उन्होंने कहा कि हम हमेसा से प्रकृति की सुरक्षा के लिए वृक्षारोपण करते आए हैं और आगे हमारा हजारों वृक्ष लगाने का लक्ष्य है। इस अवसर पर युवा कांग्रेस सोशल मीडिया विकास नेगी, सत्या फाउंडेशन वेलफेयर संस्था के अध्यक्ष दीपिका नेगी, पूर्व पार्षद वार्ड 64 पूजा, संदीप, सूरज चंद, डीएवी पीजी कॉलेज में छात्र नेता ऋषभ जाकी, गीता, लक्ष्मी, कविता, जमुना, रश्मि, शुभम थपलियाल प्रवीण आदि उपस्थित रहे।

एसएसजे विश्वविद्यालय में हरेला महोत्सव का उद्घाटन
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा और यूसर्क (उत्तराखंड साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च सेन्टर, देहरादून) के संयुक्त तत्वावधान में विश्वविद्यालय में स्थापित हरेला पीठ द्वारा हरेला महोत्सव का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो नरेंद्र सिंह भंडारी, हरेला पीठ के निदेशक प्रो जगत सिंह बिष्ट, यूसर्क के निदेशक प्रतिनिधि एवं वैज्ञानिक डॉ भवतोश शर्मा, हरेला पीठ के संयोजक प्रो. अनिल कुमार यादव, बीज वक्ता प्रो.देव सिंह पोखरिया, वैज्ञानिक डॉ. पीएस नेगी आदि अतिथियों ने सरस्वती एवं भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
विश्वविद्यालय के हरेला पीठ द्वारा उगाए गए हरेला की पूजा-अर्चना कर एवं हवन कर हरेला धारण किया।
इसके उपरांत चले उद्घाटन सत्र में संगीत विभाग के विद्यार्थियों ने सरस्वती वंदना, स्वागत गीत का गायन किया। तदुपरांत अतिथियों को हरेला पीठ के सदस्यों द्वारा प्रतीक चिन्ह, शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर हरेला पीठ के निदेशक प्रो. जगत सिंह बिष्ट ने कहा कि हरेला लोक जीवन से जुड़ा है। लोक संस्कृति संरक्षण के लिए स्थापित किए गए हरेला पीठ द्वारा माननीय कुलपति प्रो.नरेंद्र सिंह भंडारी के नेतृत्व में 16 जुलाई से 22 जुलाई,2022 तक आयोजित हो रहा है। जिसके तहत प्रत्येक दिवस विविध कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि यू सर्क के सहयोग से हरेला पीठ के कार्यक्रमों में तेजी आ रही है। उन्होंने कहा कि लोकपर्व हरेला का पर्यावरण के संरक्षण में बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
मुख्य आधार व्याख्याता प्रो देव सिंह पोखरिया ने कहा की लोक में परंपराएं पीढ़ी दर पीढ़ी चलते रहते हैं। हरेला हमारे प्राचीन संस्कृति से जुड़ा है। हरेला में जौ, मक्का आदि को रोपा जाता है और हरेला की पूजा के बाद काटा जाता है। साथ ही सिर में धारण किया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में रोपाई वाले खेतों में महल की टहनियां रोपी जाती हैं। हरेला भावनाओं से यह पर जुड़ा है। हरेला में गीत के माध्यम से परिवार के सदस्यों के सिर पर हरेला रखा जाता है। प्रकृति के प्रत्येक जड़-जीवित पदार्थ के प्रति शुभ कामना की जाती है। लोक और वेद आपस में जुड़े हैं। वेद में लोक से कई महत्वपूर्ण बातें छुपी हैं जिनको प्रकाश में लाने की आवश्यकता है।
यूसर्क (उत्तराखंड साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च सेन्टर), देहरादून के निदेशक प्रतिनिधि एवं वैज्ञानिक डॉ भवतोश शर्मा ने एसएसजे विश्वविद्यालय के कुलपति, हरेला पीठ के सभी सदस्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि हरेला पीठ द्वारा हमारे प्राचीन परम्पराओं को प्रकाश में लाया जा रहा है। हरेला पीठ के द्वारा जो कार्य किये जा रहे हैं वो भविष्य में मील का पत्थर साबित होंगी। उन्होंने यूसर्क द्वारा पर्यावरण के संरक्षण के लिए राज्यभर में किये जा रहे कार्यों/क्रिया कलापों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यूसर्क की निदेशक डॉ अनीता रावत के नेतृत्व में हम प्रत्येक जिले, प्रत्येक क्षेत्र, प्रत्येक विश्वविद्यालयों में पर्यावरण संरक्षण को लेकर कार्य कर रहे हैं। प्रकृति के संरक्षण के लिए समुदाय के साथ मिलकर कार्य करें।
उद्घाटन सत्र में कुलपति प्रो नरेंद्र सिंह भंडारी ने हरेला पर्व की सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा हम अपनी जड़ों से जुड़ें। हम अपने कर्म क्षेत्र से जुड़ें। ‘पहल’ परिवार के माध्यम से मैंने पर्यावरण संरक्षण के लिए आरम्भ से ही कार्य किया। शिक्षा तब फलीभूत होती है जब समाज से जुड़ें। सोच को क्रियान्वित किया जाना चाहिए। पर्यावरण और संस्कृति संरक्षण के लिए हरेला पीठ एक नया प्रयोग और विचार है।
हरेला पीठ के तहत आयोजित कार्यक्रम में कहा कि यूसर्क के साथ हम तीव्रता से कार्य करें। हम यू सर्क के साथ जल्दी जी एमओयू कर रहे हैं। उनके सहयोग से हम भविष्य में एक माध्यम से विविध कार्यक्रम आयोजित कराएंगे। उन्होंने सभी को हरेला पर्व की बधाई दी। हवन को लेकर वनस्पति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ बलवंत कुमार, डॉ धनी आर्य, डॉ मंजुलता उपाध्याय ने कहा कि जहां पर हवन किया जा रहा है वहां पर आए हुए बैक्टीरिया 50 प्रतिशत कम हुए,कवक भी खत्म हुई। शोध द्वारा यह परिणाम आये हैं कि हवन में प्रयोग किये जाने वाले पदार्थों के धुंवे से आस पास के कवक और जीवाणु कम हुए हैं। अभी वनस्पति विज्ञान विभाग इस दिशा में शोध कर रहा है। कल्चर मीडियम युक्त प्लेट को धुंवे के संपर्क में लाने से 50 प्रतिशत कवक कम हुए और जीवाणु बहुत हद तक कम हुए हैं। सिद्ध होता है कि हवन किये जाने से पर्यावरण शुद्ध होता है। वनस्पति विज्ञान विभाग अभी भी इस दिशा में शोध कर रहा है।
हरेला महोत्सव का संचालन योग विज्ञान विभाग के डॉ नवीन भट्ट और हरेला पीठ के सह संयोजक डॉ बलवंत कुमार ने आभार जताया। उद्घाटन सत्र में हरेला पीठ के हरेला पीठ के संयोजक प्रो अनिल कुमार यादव, आयोजक सदस्य डॉ बलवंत कुमार, डॉ. धनी आर्य, डॉ.नंदन सिंह बिष्ट (निदेशक, एन.आर.डी.एम.एस.), प्रो.वी.डी.एस. नेगी, प्रो.ए.के.नवीन, डॉ. सबीहा नाज, डॉ वंदना जोशी, डॉ.मंजुलता उपाध्याय, डॉ. ममता असवाल, डॉ. रवींद्र कुमार, डॉ.ललित जोशी, डॉ.मनमोहन कनवाल, डॉ. राजेश राठौर, डॉ. मनीष त्रिपाठी, डॉ अरविंद पांडे, सरिता पालनी,मनीष ममगई, रीतिका टम्टा, गिरीश अधिकारी, जयवीर नेगी आदि के साथ विश्वविद्यालय के शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मी, विद्यार्थी मौजूद रहे।

आम आदमी पार्टी ने धूमधाम से मनाया पूरे प्रदेश में हरेला पर्व
हरेला पर्व के अवसर पर आज पूरे उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने बड़ी ही धूमधाम से हरेला पर्व मनाते हुए प्रदेशवासियों को इस पर्व की शुभकामनाएं दी। राजधानी देहरादून में एक कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के संगठन समन्वयक जोत सिंह बिष्ट ने सभी प्रदेशवासियों को हरेला की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हरेला हमारा एक पारंपरिक त्योहार है जो हमें प्रकृति से जोड़ता है।
उन्होंने कहा कि आज जिस तरीके से शहरों का शहरीकरण हो रहा है उतनी ही तेजी से पेड़ों का कटान किया जा रहा है ,जो पर्यावरण को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं ,लेकिन हरेला जैसे पर्व होने से एक ओर जहां लोग पर्यावरण के प्रति जागरूक होते हैं ,वही लोग इस दिन हरियाली और पेड़ पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी देते हैं।
उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा कि सभी प्रदेश वासी समय-समय पर पेड़ जरूर लगाएं, क्योंकि अगर पेड़ नहीं होंगे तो हम शुद्ध हवा से महरूम रहेंगे। उन्होंने कोरोना काल को याद करते हुए कहा कि कोराना काल के दौरान कई लोगों की मृत्यु ऑक्सीजन की कमी से हुई थी इसीलिए ऑक्सीजन की महत्वता को समझते हुए हमें पेड़ जरूर लगाने चाहिए। उन्होने इसके बाद वृक्षारोपण भी किया।
वही देहरादून के कैंट विधानसभा में भी आम आदमी पार्टी के गढ़वाल मीडिया प्रभारी रविंद्र सिंह आनंद द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया ,जिसमें कई लोगों ने अपने विचार रखे। इस मौके पर रविंद्र आनंद ने कहा कि हरेला पर्व हमारे उत्तराखंड का त्यौहार है । हमारे बुजुर्गों द्वारा इस त्यौहार को मनाया जाता रहा है एवं यह हमें प्रकृति से जोड़ता है।
उन्होंने कहा वह स्वयं एक किसान हैं एवं उनका ध्यान वृक्षारोपण पर अधिक रहता है और हर साल सैकड़ों की संख्या में उनके द्वारा वृक्ष लगाए जाते हैं। उन्होंने गोष्ठी में मौजूद सभी लोगों से आग्रह किया कि आप लोग भी पेड़ लगाएं और अन्य लोगों को भी जागरूक करें।

एनएएसएस स्वयंसेवकों ने रोपे पौधे
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय उत्तरकाशी में हरेला पर्व के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना तथा नमामि गंगे इकाई के संयुक्त तत्वाधान में पुरीखेत परिसर लगभग 25 फलदार वृक्षों की पौध का रोपण किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो . सविता गैरोला ने कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए छात्रों को वृक्षों का संरक्षण के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय में नमामि गंगे के जिला समन्वयक लोकेन्द्र बिष्ट उपस्थित थे। जिन्होंने एक फलदार वृक्ष का रोपण कर सभी को हरेला पर्व की शुभकामनाएं प्रदान की तथा साथ ही नमामि गंगे के तत्वाधान में भविष्य में होने वाले कार्यक्रमों के सम्बन्ध में भी जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में महाविद्यालय की वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ नन्दी गडिया, राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ वीर राघव खण्डूडी, डॉ सुनीता रावत भण्डारी, नमामि गंगे के नोडल अधिकारी डॉ एम पी एस परमार, बीएड विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ डी के सिंह तथा महाविद्यालय के अन्य सभी प्राध्यापक एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थे।

हरेला पर्व पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने गांधी पार्क में किया पौधरोपण
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने आज हरेला पर्व के शुभ अवसर पर समस्त प्रदेशवासियों को पर्व की बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उत्तराखंड की लोक परम्परा का यह अद्भुत पर्व है। पूरे विश्व के पर्यावरण में उत्तराखंड के वनों, उद्यानों, राष्ट्रीय अभ्यारण्य, राष्ट्रीय पार्कों का अलग महत्व व योगदान है। इस अवसर पर करन माहरा ने स्वयं देहरादून के गांधी पार्क में पौधरोपण किया। साथ ही समस्त कांग्रेसजनों से भी अपने-अपने क्षेत्रों में वृक्षारोपण करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि हिमालयी क्षेत्र का देश एवं पर्यावरण की रक्षा में विशेष योगदान रहा है। उत्तराखंड ने देश एवं विश्व के पर्यावरण की रक्षा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हमें केवल पौध रोपण तक ही सीमित नहीं रहना है। हमें इन पेड़ों की रक्षा भी सुनिश्चित करनी है। हम सबको मिलकर पर्यावरण की रक्षा के साथ-साथ हिमालय की रक्षा के लिए भी आगे आना होगा।
इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, पूर्व सांसद महेन्द्र सिंह पाल, प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी, राजेन्द्र शाह, याकूब सिद्धिकी, डा. जसविन्दर सिंह गोगी, पूर्व मंत्री अजय सिंह, निवर्तमान गढवाल मण्डल मीडिया प्रभारी एवं पैनलिस्ट गरिमा दसौनी, पूर्व विधायक राजकुमार, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, प्रदेश महिला अध्यक्ष ज्योति रौतेला, प्रदेश सचिव शांति रावत, आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा, विजयपाल रावत, विनीत प्रसाद भट्ट, शिवा वर्मा, कुंवर सजवाण, विकास नेगी, दर्शन लाल, सुनित राठौर, यशपाल चैहान, नवनीत सती, रॉबिन त्यागी, गुरजीत लहरी, मोहन काला, उर्मिला थापा, सावित्री थापा, गुल मोहम्मद, देवेन्द्र सिंह, नितिन चंचल, शरीफ बेग आदि उपस्थित थे।

हरेला पर्व की सार्थकता को साकार करें: मदन कौशिक
उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने हरेला पर्व पर भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में पौधरोपण किया। उन्होंने इस अवसर पर कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि हर व्यक्ति एक पौधा जरूर लगाएं। प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि हम सबकी जिम्मेदारी पर्यावरण के सरांक्षण व संवर्धन की है। हम सभी को प्रकृति को सजाने और संवारने के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए। कौशिक ने कहा की हरेला पर्व को भाजपा ने बूथ स्तर पर आयोजित कर 5 लाख पेड़ों को लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। साथ ही प्रत्येक बूथ पर 20 पेड़ लगाना सूनिश्चित किया है। इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र भसीन, प्रदेश महामंत्री सुरेश भटट, राजेन्द्र भंडारी, प्रदेश कार्यालय सचिव कौस्तुभ नंद जोशी मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान, राजीव तलवार, संजीव वर्मा समेत भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।

उत्तरांचल प्रेस क्लब ने पौधे रोपकर मनाया लोकपर्व हरेला
अपने पर्यावरण के प्रति उत्तराखंडी लोकमानस के गहरे लगाव का प्रतीक पर्व ‘हरेला’ आज देहरादून में परेड मैदान स्थित उत्तरांचल प्रेस क्लब में भी मनाया गया। संक्षिप्त आयोजन में क्लब पदाधिकारियों व सदस्यों ने परिसर में पौधरोपण किया। दोपहर सामाजिक कार्यकर्ता मोहन खत्री ने क्लब पदाधिकारियों व सदस्यों के साथ आवंला, अमरूद आदि फलदार पौधे रोपे।
इस मौके पर क्लब अध्यक्ष जितेंद्र अंथवाल, संयुक्त मंत्री दिनेश कुकरेती, कोषाध्यक्ष नवीन कुमार, पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह नेगी, पूर्व कार्यकारिणी सदस्य अजय राणा, प्रवीन डंडरियाल, सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रकिरण राणा, क्लब स्टाफ सुबोध भट्ट, सुधीर कुमार, सुरेंद्र आदि पौधरोपण में शामिल हुए। महामंत्री ओपी बेंजवाल ने बताया कि इससे पूर्व 30 मई को हिंदी पत्रकारिता दिवस के मौके पर भी क्लब की ओर से पौधरोपण और 101 पौधों का वितरण किया गया था। उन्होंने बताया कि हरेला माह के अंतर्गत जल्द ही क्लब की ओर से देहरादून के पर्यावरण व नदियों के संरक्षण के सवाल पर वृहद गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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