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August 5, 2025

पहाड़ों पर खुशहाली की नई इबारत लिखेगा ग्राफिक एरा, दोगने कुर्कुमिन की हल्दी को मिलेगा बाजार

उत्तराखंड में शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणीय संस्थान ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय अब उत्तराखंड की हल्दी को नया बाजार देगा। प्रोजेक्ट ‘गाजणा’ के तहत ग्राफिक एरा व यूकोस्ट के सहयोग से उत्तराखंड के हिमालीय क्षेत्रों में उगाई जाने वाली उच्च कुर्कुमिन युक्त हल्दी को देश-विदेश में कोने-कोने तक पहुंचाया जाएगा। इससे इससे न सिर्फ उत्तराखंड से पलायन रुकेगा, बल्कि गांवों की आर्थिकी मजबूत और बंजर पड़ी भूमी भी गुलजार होगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

देश में उगाई जाने वाली हल्दी में अमुमन 5-6 प्रतिशत कुर्कुमिन पाया जाता है। ग्राफिक एरा डीम्ड विश्वद्यिालय के लाईफ साइंस विभाग की ओर से किए गए शोध में उत्तराखंड के हिमालीय क्षेत्रों में उगाई जाने वाली हल्दी में इसकी मात्रा 9.5 से 10 प्रतिशत पाई गई। इसके बाद विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने वैज्ञानिक तरीकों से इन क्षेत्रों में हल्दी की खेती की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

आज ग्राफिक एरा में उत्तराखण्ड के डायरेक्टर इंस्ट्टिूयूट्स सुबोध नौटियाल की मौजूदगी में विश्वविद्यालय के कुलपति डा. संजय जसोला और लाईफ सांइस के विभागाध्यक्ष डा. आशिष थपलियाल ने उच्च कुर्कुमिन युक्त हल्दी को बाजार में लांच किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

जानिए हल्दी क्यों है इतनी गुणकारी
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुणों से भरपूर है। इसके फायदों की फेहरिस्त लंबी है। एक स्वस्थ व्यक्ति को दिनभर में 500 से 1000 मिलीग्राम करक्यूमिन की जरूरत होती है। एक चम्मच हल्दी में लगभग 200 मिलीग्राम करक्यूमिन होता है और इसलिए दिनभर में चार या पांच चम्मच हल्दी ले सकते हैं। इसका सीधा सेवन करने की बजाए हल्दी से बने अन्य प्रोडक्ट्स का सेवन करने से भी करक्यूमिन की कमी पूरी होती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ये हैं हल्दी के फायदे, ऐसे करें इस्तेमाल
-खून के रिसाव को रोकने या चोट को ठीक करने के लिए हल्दी का आमतौर पर उपयोग होता है, लेकिन हाथ-पैरों में होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए भी हल्दी वाला दूध फायदेमंद है। इसके एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुण होते हैं और दूध में मौजूद कैल्शियम के उपयोग में इससे खूब फायदा होता है।
-रोजाना एक गिलास दूध में सुबह के समय आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पिएं। इससे शरीर सुडौल रखने में मदद मिलती है। गुनगुने दूध के साथ हल्दी लेने से शरीर में जमा एक्स्ट्रा फैट धीरे-धीरे कम होने लगता है।
-हल्दी को नैचुरल लिवर डिटॉक्सीफायर है। इसके इस्तेमाल से रक्त में मौजूद विषैले तत्व बाहर निकलते हैं और ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है। रक्त का धमनियों में प्रवाह बढ़ जाता है और हार्ट संबंधी परेशानियां नहीं होती।
-सर्दी, जुकाम या कफ की शिकायत हो तो हल्दी वाला दूध पीना लाभकारी होता है। हल्दी मिला गर्म दूध पीने से सर्दी-जुकाम ठीक होने के साथ फेफड़ों में जमा हुआ कफ भी निकल जाता है।
-हल्दी के सेवन से हड्डियां मजबूत होती हैं। दूध में हल्दी मिलाकर पीने से हड्डी से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
-ब्लड शुगर बढ़ने पर हल्दी वाले दूध का सेवन करना लाभकारी है। शुगर लेवल कम होता है।
-हल्दी में मौजूद करक्यूमिन कैंसर को बढ़ने से रोकता है।
-हल्दी पित्ताशय को उत्तेजित करती है, जिससे पाचन सुधरता है और गैस ब्लोटिंग को कम करती है।
-हल्दी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाती है। इसमें मौजूद लाइपोपॉलीसकराइड नाम का पदार्थ यह काम करता है।

Bhanu Prakash

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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