आपदा पीड़ितों की मदद को पहुंचा ग्राफिक एरा, प्रशासन ने हैलीकॉप्टरों से पीड़ितों तक पहुंचाया राशन

उत्तरकाशी जिले के धराली और हर्षिल के आपदा पीड़ितों की मदद के लिए उत्तराखंड के अग्रणीय शिक्षण संस्थान ग्राफिक एरा ने राशन के पैकेट भेजे हैं। राशन के ये पैकेट प्रशासन ने हेलीकॉप्टरों की मदद से आपदा पीड़ित परिवारों तक पहुंचा दिये। गुरुवार की दोपहर ग्राफिक एरा का आपदा राहत दल राशन लेकर उत्तरकाशी पहुंचा। जिला प्रशासन ने आपदा पीड़ितों तक तत्काल राहत सामग्री पहुंचाने के लिए इस दल को मातली हवाई पट्टी पर पहुंचने का आग्रह किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मातली में बने राहत एवं बचाव केंद्र के नोडल अधिकारी सुधीर जोशी ने कुछ ही मिनटों से हैलीकॉप्टरों के जरिये यह सामान आपदा पीड़ितों के पास भेज दिया। यह राहत कार्य अपर जिलाधिकारी मुक्ता मिश्रा के निर्देशन में किया गया। ग्राफिक एरा के राशन के पैकेटों में चार हजार किलोग्राम आटा, चावल, दालें, चीनी, तेल, मसाले, चाय आदि शामिल हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इससे पहले ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी से राहत सामग्री से लदे वाहनों को ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। डॉ घनशाला ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में ग्राफिक एरा परिवार धराली और हर्षिल के लोगों के साथ खड़ा है। राज्य सरकार और जिला प्रशासन के प्रयास सबके लिए एक बड़ी प्रेरणा हैं। इस आपदा से सब दुखी हैं और पीड़ितों के दुख दर्द कम करने के प्रयास कर रहे हैं। इस अवसर पर ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ नरेश कुमार शर्मा, निदेशक अवस्थापना डॉ सुभाष गुप्ता और प्रशासनिक अधिकारी निकेश जोशी भी मौजूद थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ग्राफिक एरा अस्पताल के डॉक्टरों की टीम धराली व हर्षिल के पीड़ितों की मदद के लिए दवाएं लेकर कल ही उत्तरकाशी पहुंच गई थी। इस टीम को जिला प्रशासन ने हैलीकॉप्टरों के जरिये आपदा क्षेत्र से रेस्क्यू करके मातली लाये जाने वाले लोगों की चिकित्सा के कार्य में लगाया है। डॉ अशोक और डॉ अंकिता तोमर के नेतृत्व में इस टीम ने आज अनेक पीड़ितों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गौरतलब है कि उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के धराली में पांच अगस्त को बादल फटने से भारी तबाही मची। पहली सूचना के मुताबिक, चार लोगों की मौत और बड़ी संख्या में लोगों के लापता होने की खबर आई। बाद में एक शव और बरामद किया गया है। वहीं, कई लोगों के मलबे में दबे होने या फिर जल बहाव में बहने की भी आशंका है। हालांकि, लापता लोगों का आंकड़ा अभी तक सरकार ने जारी नहीं किया है। वहीं, मौके पर सुरक्षा बलों ने रेस्क्यू अभियान तेज कर दिया है। इसके अलावा उत्तरकाशी जिले में अन्य दो स्थानों पर भी उसी दिन बादल फटने से तबाही मची थी।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।