सिख पंथ के आठवें गुरु हरिकृष्ण साहेब के जन्मोत्सव पर पटेलनगर गुरुद्वारे में सजा भव्य कीर्तन दरबार
सिख पंथ के आठवें गुरु श्री हरिकृष्ण साहेब के आगमन पर्व के अवसर पर आज देहरादून में गुरुद्वारा हरिकृष्ण साहेब पटेनगर में भव्य कीर्तन दरबार व सत्संग का आयोजन हुआ। इसमें नानकसर सिंगड़ा करनाल से पधारे संत अमरजीत सिंह भोला ने गुरु की महिमा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज के समाज की दिक्कत ये है कि हम गुरु को तो मानते हैं। मानने का दिखावा भी बहुत करते हैं, किंतु हम गुरु की कही बात नहीं मानते। उन्होंने कहा सत्संग में आने का लाभ तभी है, जब हम इसमें बताए रास्ते पर चलने की कोशिश करें। दरबार साहिब अमृतसर से पधारे रागी जत्थे भाई गुरप्रीत सिंह ने शास्त्रीय संगीत शैली में शब्द गायन कर लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर गुरुद्वारा कमेटी के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, गरिमा दसौनी व सरदार अमरजीत सिंह को सरोपा भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर धस्माना ने संगतों को गुरुपर्व की बधाई देते हुए कहा कि सिख पंथ के आठवें गुरु श्री हरिकृष्ण साहेब एक चमत्कारी गुरु थे। उन्होंने 7 वर्ष की आयु में गुरुगद्दी पर विराजमान हो कर मात्र दो वर्षों में वो कर दिखाया जो दशकों तक लोग सत्ता व सरकारों में रह कर नहीं कर सकते। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि गुरु हरिकृष्ण साहेब ने दिल्ली में फैली चेचक महामारी से ग्रसित लोगों की सेवा कर उन्हें ठीक किया व खुद अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। धस्माना ने कहा कि आज कोरोना काल में पूरे देश में अगर सबसे ज्यादा महामारी के वक्त लोगों की किसी ने सबसे ज्यादा सेवा की तो वो सिख समाज के लोगों ने की और ये सेवा का रास्ता गुरु हरिकृष्ण साहेब का ही दिखाया हुआ है। इस अवसर पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार हरमोहन सिंह, उपाध्यक्ष सरदार जसविंदर सिंह, सचिव सरदार जगजीत सिंह, सरदार करतार सिंह समेत तमाम पदाधिकारी कार्यक्रम को सफल बनाने में लगे रहे।




