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September 16, 2024

उत्तराखंड में एडिट कॉलेजों के एफीलिएशन में भ्रम की स्थिति को दूर करे सरकारः डॉ. सुनील अग्रवाल

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डॉ. सुनील अग्रवाल

ऑल इंडिया अन एडिड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. सुनील अग्रवाल ने एक वक्तव्य में कहा कि हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा 30 मई 2023 को आयोजित एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक में विश्वविद्यालय से संबद्ध राज्य सरकार द्वारा एडिट कॉलेजों को वर्तमान सत्र 2023- 24 से डी एफिलिएट करने का प्रस्ताव पास किया गया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के इस निर्णय से भ्रम की स्थिति बनी हुई है। इसे सरकार को दूर करना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि ये बात समझ से परे है कि अगर कॉलेजों को डी एफिलिएट करना ही था तो उसके लिए उपयुक्त समय होना चाहिए था। अब जबकि इन कॉलेजों में प्रवेश के लिए छात्रों द्वारा सीयूईटी cuet के फॉर्म भर कर परीक्षाएं दी जा चुकी हैं। वह प्रवेश का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे समय पर कॉलेजों को de affiliate करना हजारों छात्रों को भ्रम में डालकर उनके भविष्य से खिलवाड़ करने वाला है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि अब अगर यह कॉलेज श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से एफीलिएशन लेते हैं तो उसके लिए भी अब समय नहीं है। श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय में प्रवेश समर्थ पोर्टल के माध्यम से होने हैं। उसमें फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 24 जून निश्चित है। 24 जून की तिथि निकट आ चुकी है। ऐसे में हजारों छात्र इस भ्रम में रहेंगे कि हम जिस कॉलेज में प्रवेश लेना चाहते हैं, वह किस विश्वविद्यालय से एफिलिएटिड है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

डॉ. अग्रवाल ने कहा कि वैसे भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी एक्ट में यह प्रावधान था के कॉलेजों का एफीलिएशन यथावत रहेगा और अभी तक सेंट्रल यूनिवर्सिटी एक्ट में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। अग्रवाल ने कहा कि कॉलेजों को एफिलिएट या डि एफिलिएट करने का एक समय होता है और वह समय छात्रों के एडमिशन के समय तो बिल्कुल भी उचित नहीं होता। क्योंकि किसी विश्वविद्यालय से एफीलिएशन लेने की प्रक्रिया होती है, जिसमें समय लगता है। अब जिस समय प्रवेश शुरू हो रहे हों, उस वक्त भ्रम की स्थिति छात्रों के हित में नहीं है। इस संबंध में विश्वविद्यालय एवं राज्य सरकार को तुरंत स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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