गंगोत्री में कांग्रेस प्रत्याशी विजयपाल सजवाण का प्रचार अभियान जारी, बोले-विकास की गाड़ी को पटरी में लाने का करूंगा प्रयास
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए गंगोत्री सीट के कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण का गांव गांव दौरा कर लोगों से मुलाकात करने का सिलसिला जारी है। इस दौरान वह लोगों को कांग्रेस की नीतियां बता रहे हैं। जनता से वायदे कर रहे हैं। साथ ही केंद्र और प्रदेश की बीजेपी सरकार पर हमले भी कर रहे हैं। भ्रमण के दौरान लोग फूल मालाएं पहनाकर उनका स्वागत कर रहे हैं। साथ ही वह भी लोगों को माला पहनाकर कांग्रेस में शामिल कर रहे हैं।उन्होंने बताया कि भ्रमण के दौरान विधानसभा के प्रत्येक क्षेत्र से उन्हें अपार जनसमर्थन मिल रहा है। ऐसे में उन्हें विश्वास है कि निश्चित रूप से कांग्रेस बड़ी जीत दर्ज करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार बनते ही मैं विकास की रुकी गति को पुनः पटरी पर लाने का काम करूंगा। उन्होंने कहा कि गंगोत्री क्षेत्र सहित उत्तरकाशी में मेडिकल कॉलेज की स्थापना, पट्टी स्तर पर मिनी स्टेडियम का निर्माण, सड़क, स्वास्थ्य व शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाना उनकी प्राथमिकता में रहेगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने विपक्ष की भूमिका का पूरी निष्ठा से निर्वहन करते हुए पिछले 5 सालों से जनता की समस्याओं को सड़क से सदन तक उठाने का कार्य किया है। भाजपा के राज में हर वर्ग संघर्ष कर रहा है। कांग्रेस चुनाव के लिए और जनता की समस्याओं के निवारण के लिए पूरी तरह तैयार है। जनता के आशीर्वाद से हम गंगोत्री से भारी जनसमर्थन से जीत रहे है।निश्चित ही 10 मार्च को अगली सरकार कांग्रेस की बननी तय है।
कई लोगों ने ग्रहण की कांग्रेस की सदस्यता
वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ता भी उनके समर्थन में गांव गांव दौरा कर लोगों को कांग्रेस में शामिल करा रहे हैं। इस दौरान कई लोगों ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। इनमें ग्राम बार्सू से यशवीर सिंह रावत, संजीव रावत, प्रदीप रावत, कुलदीप रावत, महावीर रावत, सारी से कुलदीप राणा, कुज्जन से प्रदीप पंवार, आजाद पंवार, नितेश पंवार, भूपेंद्र राणा,ममराज पंवार, गिरबर पंवार,अनुज पंवार, गौतम राणा, नाल्ड से क्षेत्र पंचायत प्रतिनिधि महेश राणा, नाल्ड से से बुद्धि सिंह नेगी, सरविन्द राणा, वीरेंद्र पंवार, भरत सिंह पंवार, चिंवां से जशपाल सिंह राणा, उत्तरों से सुभाष मखलोगा, साल्ड से कमलेश कुमार, व सिरोर से भरत सिंह महर, पंचम सिंह गुसाईं, लखन सिंह मराठा ने कांग्रेस पार्टी का दामन थामा।





