विदेश में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी में गिरोह का सरगना गिरफ्तार, चौथी फेल कर चुका लाखों की धोखाधड़ी
देहरादून में कैंट पुलिस ने विदेश में नौकरी लगाने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करने का आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक वह अंतरराज्यीय गिरोह का सरगना है। अब तक वह लाखों रुपये की धोखाधड़ी कर चुका है। इस मामले में चौंकाने वाली बात ये निकली कि गिरोह का सरगना चौथी फेल है। इसके बावजूद वो कई पढ़े लिखे लोगों को बेवकूफ बना चुका है।
पुलिस के मुताबिक आठ दिसंबर 2020 को कैंट थाने में रविन्द्र सिंह निवासी सोसाईटी एरिया क्लेमेन्टाउन देहरादून ने लिखित तहरीर दी। आरोप लगाया था कि निर्मल सिंह व राजपाल सिंह की फास्ट वे टूर एन्ड ट्रैवल नाम से बल्लूपुर चौक देहरादून में फर्म है। ये विदेश भेजने व विदेशो में नौकरी दिलाने का झांसा देती है। आरोप लगाए गए कि निर्मल सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर रविंद्र सिंह को सिंगापुर में इन्टर कान्टिनैन्टल होटल एन्ड रिसोर्ट में एकाउन्ट आपरेटर की जॉब दिलाने का झांसा दिया। इसकी एवज में 40,000 रुपये नगद और 60 हजार रुपये चेक के माध्यम से ठग लिए।
पुलिस के मुताबिक जांच में पता चला कि निर्मल सिंह व उसके साथियो ने करीब 30 से 40 लोगों से विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 20 से 25 लाख रुपये ठगे हैं। उनके पासपोर्ट आदि कागजात अपने पास रखकर उनको विदेशी कम्पनियों के फर्जी नियुक्ति पत्र व फर्जी वीजा देकर धोखाधड़ी कर रहे हैं। इसके बाद वे दो माह में ही अपना कार्यालय बन्द कर फरार हो गए।
नाम व मोबाइल नंबर भी थे फर्जी
पुलिस टीम ने जब जांच की तो पता चला कि निर्मल सिंह पुत्र वीर सिंह निवासी उगो मोगा पंजाब मुख्य अभियुक्त है। उसका ये नाम भी फर्जी है। मोबाईल नम्बर भी उसके फर्जी नाम से निकले। उन्होंने अपना नाम व पता बदलकर देहरादून में फर्जी पहचान से कार्यालय खोला था।
हरियाणा से किया गिरफ्तार
उसका असली नाम लक्ष्मी नारायण उर्फ बिनोद उर्फ निर्मल सिह पुत्र सुरेश निवासी वार्ड नं एक रेलवे रोड ग्राम कलायत थाना कलायत जिला कैथल हरियाणा है। उसने हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ में कई जगह कार्यालय बनाकर कई लोगों से विदेश भेज कर नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी की है। इसके बाद पुलिस ने लक्ष्मी नारायण उर्फ बिनोद उर्फ निर्मल सिह कैथल हरियाणा के कुरुक्षेत्र से गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से मुकदमा सम्बन्धी फर्जी दस्तावेज भी बरामद हुये है।
चौथी फेल बना गया कई को बेवकूफ
आरोपी ने पूछताछ मे बताया कि वह चौथी फेल है और नाई बिरादरी से है। वह अपने गाँव मे ही नाई का कार्य करता था। उसकी मुलाकत पिछले वर्ष चंडीगढ़ मे विक्की उर्फ लखविन्दर नाम के व्यक्ति से हुई। जो लोगो को विदेश भेजने के नाम पर मोटी रकम ऐंठता था। विक्की के साथ उसने यमुनानगर मे अपना आफिस ब्राइट विजन (BRIGHT VISION) के नाम से खोला था। कुछ समय बाद वहां से आफिस बन्द कर दिया।
इसके बाद विक्की के साथ उसने मार्च 2020 मे हिसार हरियाणा मे एस यू 100 अर्बन स्टेट पुष्पा कांम्प्लेक्स के पास ब्लैक बैरी बील्डिंग के समीप मेहता की बील्डिंग के तीसरे फ्लोर पर ड्रीम (DREAM) 7 टूर एंड ट्रैवल के नाम से अपना आफिस खोला था। यहा पर उन्होंने हरियाणा व पंजाब के लोगो को विदेश मे नौकरी पर भेजने के नाम पर लोगो के पासपोर्ट व धनराशि लेकर फर्जी कागजात दिये थे।
इसी आफिस मे निर्मल सिह पुत्र वीर सिह निवासी उगो मोगा पंजाब का पासपोर्ट उन्होंने लिया। उसे विदेश सिंगापुर मे नौकरी पर भेजने की बात पर उसने मूल पासपोर्ट व आधार कार्ड उन्हें दिया। लॉकडाउन के बाद उन्हें हिसार मे आफिस बन्द करके भागना पडा। इसके बाद देहरादून मे उसने निर्मल सिह के मूल पासपोर्ट व आधार कार्ड को अपना दर्शाकर निर्मल सिह के नाम से फास्ट वे टूर एण्ड टैवल नाम से एक कम्पनी खोली।
नाम बदलकर छिपाई पहचान
उसने अपना नाम निर्मल सिह बतौर डाइरेक्टर बताया था। बतौर आईडी निर्मल सिह का पासपोर्ट व आधार कार्ड फर्जी तरीके से बनाकर लगाया था। उसने बताया कि आफिस किराये पर लिया। इसका बकायदा मकान मालिक से किराए का एग्रीमेन्ट भी निर्मल सिह पुत्र वीर सिह के नाम से किया। उस एग्रीमेन्ट मे उसने अपनी फोटो लगाई। आधार कार्ड व पासपोर्ट पर स्पष्ट फोटो नहीं दिखने से कोई संदेह नही कर सका।
उसने बताया कि विक्की उर्फ लखविन्दर सिह पुत्र गुरुजन्त सिह निवासी अलोअरख भवानीगढ जिला संगरुर के साथ उसने आफिस खोला। विदेश मे नौकरी के नाम पर उनका पासपोर्ट धनराशि नकद या बैक खातों मे लेते थे। इसके लिए एक बैंक खाता कैनरा बैंक का था व दूसरा बैंक खाता राजपाल के नाम था जिसे विक्की उर्फ लखविन्दर चलाता था। जो व्यक्ति विदेश जाने के लिए हमारे आँफिस मे आवेदन करते थे। वे उनका पासपोर्ट ले लेते थे व उनको नगद लेते या फिर खातों में राशि जमा कराते।
कर चुका है 30 से अधिक लोगों से ठगी
उसने बताया कि अभी तक डेढ़ माह के भीतर उसने 30-35 लोगो के पासपोर्ट लिये व उन्हे विदेश भेजने के नाम पर धनराशि ली। वह प्रत्येक व्यक्ति को निर्मल सिह के नाम से एक शपथ पत्र देता था। इसमें उसे विदेश भेजने की जिम्मेदारी ली जाती थी। करीब 15 लाख रुपये दो महीने में उन्होंने विभिन्न लोगो से लिए। फिर यहां से फरार हो गए। उसने बताया कि विक्की ने उसके गाँव के ऋषिपाल व डाँक्टर उर्फ शुभम को भी साथ रखा था।जितने भी लोगो के पासपोर्ट लिये गये थे, उनको विक्की ने कोरियर कर वापस कर दिये गये थे। विक्की और वह विदेशी कम्पनियो मे नौकरी के नाम पर फर्जी आवेदन पत्र भराता था। फर्जी एप्वाइमेन्ट लेटर उन सबको दिया जाता था।
राशि विक्की के पास
उसने बताया कि आकाश त्यागी जो विक्की का जानने वाला है। वह ऋषिकेश का रहने वाला था वह कभी कभी एक लड़की के साथ उनके आँफिस आता था। वह भी इस धोखाधडी मे शामिल हो सकता है। धोखाधडी की धनराशि विक्की अपने साथ लेकर चला गया। उससे सम्पर्क नही हो पा रहा है। उसने बताया कि विक्की ने मुझे इस धोखाधडी मे से करीब चार लाख रुपये दिये थे, जो मैने खर्च कर दिये हैं।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।