उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को भाजपा संगठन में मिली राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी

गौरतलब है कि आठ सितंबर को बेबी रानी मौर्य ने उत्तराखंड की राज्यपाल के पद से इस्तीफा दे दिया था। वह तीन साल 12 दिन इस पद पर कार्यरत रहीं। इस्तीफा देने से तीन दिन पहले नई दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से उनकी मुलाकात हुई थी। उनके इस्तीफा देने के बाद से ही उनके उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उत्तर प्रदेश की राजनीति में उनकी वापसी का अनुमान लगाया जा रहा था। अब उन्हें पार्टी संगठन ने बड़ी जिम्मेदारी से नवाजा है।
बेबी रानी मौर्य ने 26 अगस्त, 2018 में उत्तराखंड के सातवें राज्यपाल के तौर पर पदभार संभाला था। वह राज्य की दूसरी महिला गवर्नर थीं। उनसे पहले मार्ग्रेट अल्वा भी यह पद संभाल चुकी हैं। वह उत्तरप्रदेश में आगरा की मेयर रह चुकीं हैं।
सार्वजनिक-राजनीतिक जीवन
– वर्ष 1995 से वर्ष 2000 तक आगरा की महापौर।
– वर्ष 1997 में वर्तमान राष्ट्रपति और तत्कालीन अध्यक्ष राष्ट्रीय अनुसूचित मोर्चा राम नाथ कोविंद के साथ बतौर कोषाध्यक्ष कार्य।
– वर्ष 2001 में प्रदेश, सामाजिक कल्याण बोर्ड की सदस्य।
– वर्ष 2002 में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य।
सम्मान
– वर्ष 1996 में सामाजिक कार्यों के लिए समाज रत्न।
– 1997 में उत्तर प्रदेश रत्न।
– 1998 नारी रत्न।