Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

November 24, 2024

बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी का निधन, लंबे समय से थे बीमार

बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी का सोमवार की देर रात निधन हो गया है। वह लंबे वक्त से कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे। नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में उनका इलाज चल रहा था। जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने अपनी इस बीमारी का खुलासा सोशल मीडिया पर खुलासा किया था। मंगलवार की सुबह पटना स्थित आवास पर उनका पार्थिव शरीर लाया जायेगा। सुशील मोदी के निधन के बाद बिहार के सियासी गलियारों में शोक की लहर दौर गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सुशील मोदी ने तीन अप्रैल को सोशल मीडिया एक्स पर जानकारी देते हुए लिखा था कि पिछले 6 माह से कैंसर से संघर्ष कर रहा हूं। अब लगा कि लोगों को बताने का समय आ गया है। लोक सभा चुनाव में कुछ कर नहीं पाऊंगा। पीएम को सब कुछ बता दिया है। देश, बिहार और पार्टी का सदा आभार और सदैव समर्पित। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सुशील मोदी का पार्थिव शरीर आज पटना पहुंचेगा। दोपहर करीब 12 बजे उनका पार्थिव शरीर पटना पहुंचेगा। विशेष विमान से पार्थिव शरीर पटना आ रहा है। एयरपोर्ट से राजेंद्र नगर आवास पर पहुंचेगा पार्थिव शरीर। आवास के बाद बीजेपी कार्यालय भी पार्थिव शरीर को ले जाया जायेगा। बीजेपी कार्यालय से अंतिम संस्कार के लिए ले रवाना होंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

जेपी आंदोलन से राजनीति में रखा था कदम
सुशील मोदी ने जेपी के छात्र आंदोलन से सक्रिय राजनीति में कदम रखा था। बाद में पटना मध्य से विधायक भागलपुर से सांसद तथा बाद में राज्यसभा के सदस्य हुए। 2010 में वे पहली बार नीतीश कुमार के साथ उप मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद 2005 के नवंबर में जब बिहार में एनडीए की सरकार बनी तो सुशील कुमार मोदी उप मुख्यमंत्री बनाये गये। वे लंबे समय तक राज्य के उप मुख्यमंत्री रहे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page