पूर्व सीएम हरीश रावत ने ढपली पर छेड़ी मीठी तान और महिलाओं ने गाया गान

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने आज ढपली से मीठी तान छेड़ी। फिर क्या था, इस पर महिलाओं ने गीत गाए। सबने एक दूसरे पर रंग लगाए और होली का उल्लास भरे माहौल में चार चांद लगा दिया गया। मौका था हरीश रावत की ओर से आज सुभाष रोड़ स्थित गुरु नानक वैडिंग प्वाईंट में होली मिलन कार्यक्रम का आयोजन। इसमें राजनैतिक, सांस्कृतिक, टेड यूनियन सहित विभिन्न संगठनों के लोग आमंत्रित किए गए थे। लोग आए और सामाजिक सौहार्द का संदेश देकर गए।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत हर मौसम के कार्यक्रमों को आयोजित करने के लिये जाने जाते है। उसी क्रम में उन्होने आज होली का उत्सव मनाने के लिए होली मिलन कार्यक्रम आयोजित किया था। इसमें काफी लोगों ने शिरकत की। इस अवसर पर अपने हाथ से चंन्दन का टीका लगा उन्होंने लोगों को होली की बधाई दी। साथ ही ढपली बजाई। इसकी धुन के साथ महिलाओं ने लोकगीतों की प्रस्तुति दी।
इस मौके पर उन्होने कहा कि होली का पावन पर्व बुराई के उपर सच्चाई की जीत है। उमंग, हर्ष-उल्लास, भाईचारे को बढ़ाने वाला यह पावन पर्व है। सामाजिक सौहार्द को बनाये रखने के लिये भी होली का अपना अलग महत्व है। उन्होने कहा कि उत्तराखंड की होली के भी कई रंग और रूप हैं। उत्तराखंड तो अपने आप में एक कौमी गुलदस्ता है, जिसमें कई रंगों के फूल खिलते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे चारधाम हों, नानकमत्ता हों, गोल्जू देवता हों, गंगा मईया हों, मॉं पूर्णगिरी हो, मॉं द्रोणागिरी, मॉं मनसा देवी, मॉं चंड़ी देवी, कलियर साहब हो, हेमकुंड साहिब, मॉ सरकुण्ड़ा देवी, सब देवी देवताओं का आर्शीवाद हमें अपने सामाजिक सौहार्द को बनाये रखने में मिलता रहेगा। ऐसा मेरा मानना है। कहा कि आप सबके जीवन में भी होली के रंग, उमंग और उत्साह जीवन भर बने रहे ऐसी मेरी कामना है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने सरकार में रहते हुए हमने अपनी संस्कृति को बढ़ाने का काम किया। उसको अब भी आगे बढ़ा रहे हैं। राज्य की संस्कृतिक विरासत, अपने उत्पाद मंडूवा, झंगोरा, गहत, गलगल, अपने शिल्प, अपने परिधान, अपने साहित्य, अपने पहाड़ी व्यंजनों को प्रोत्साहन देने के अपने एजेंडे को मैं छोड़ुगा नहीं। मुझे प्रसन्नता है कि हमारे झंगोरे की खीर राष्टपति भवन में पहुंच गई है। मैं गांव-गधेरों के विकास की बात भी करता रहूंगा।
इस अवसर पर शुभ कीर्तन मंड़ली नेहरु ग्राम ने सुन्दर सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दी। इसका आयोजन अनुज उपाध्याय, गीता उपाध्याय, लीला, कान्ता, दीना, शारदा व समिति के सदस्यों ने किया। होली मिलन कार्यक्रम में कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी रहे मनीष खडूरी, पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल, मातवर सिंह कंडारी, शूरवीर सजवाण, पूर्व विधायक गणेश गोदियाल, पूर्व विधायक राजकुमार, प्रभुलाल बहुगुणा, अनुपमा रावत, कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने नींबू की सन्नी, पकोड़े, गुझिया, जलेबी को अपने हाथों से अपने मेहमानों को मालू के पत्तों में परोसा। साथ ही पहाड़ के व्यंजनो का भी स्वाद सभी को कराया। गुलाब के फूल की पंखूड़ी, चंन्दन का टीका व कई रंगो के गुलाल अबीर से एक दूसरे को गले मिल होली मिलन सम्पन्न हुआ।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
वाह बहुत सुन्दर हरीश रावत जी??????