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November 17, 2024

जागेश्वर धाम में बीजेपी सांसद के व्यवहार के खिलाफ पूर्व सीएम हरीश रावत ने किया मौन उपवास, बोले- माफी मांगे भाजपा

अल्मोड़ा में जागेश्वर धाम में मंदिर प्रबंधकों के साथ बीजेपी सांसद की ओर से किए गए दुर्व्यवहार के विरोध में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं उत्तराखंड के पूर्व सीएम अपने देहरादून स्थित आवास में मौत व्रत पर बैठे।

अल्मोड़ा में जागेश्वर धाम में मंदिर प्रबंधकों के साथ बीजेपी सांसद की ओर से किए गए दुर्व्यवहार के विरोध में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं उत्तराखंड के पूर्व सीएम अपने देहरादून स्थित आवास में मौत व्रत पर बैठे। इसके बाद उन्होंने मीडिया से कहा कि भगवान जगन्नाथ का अपमान नहीं सहेगा इंसान। भाजपा को अपने सांसद के इस व्यवहार पर माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जागेश्वर, भगवान जागनाथ का धाम जो एक साक्षात ज्योर्तिलिंग है। वहाँ के प्रधान पुजारी और मंदिर के लिये अपमान जनक शब्दों का प्रयोग कर भाजपा के सांसद ने अपना अहंकार उडेला है। भाजपाई सांसद के इस व्यवहार से मैं पहले ही बहुत आहत हूँ। भाजपा सरकार जागेश्वर में आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव की परंपरा को बंद कर अपनी छोटी सोच पहले ही जाहिर कर चुकी है। अब भाजपा सांसद का अमर्यादित व्यवहार अत्यधिक निंदनीय है। भाजपा को इस व्यवहार के लिये सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगनी चाहिये। उन्होंने कहा कि मैं इस व्यवहार के विरोध में मौन उपवास पर बैठा।
इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रभु लाल बहुगुणा, गोदावरी थापली, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राणा, पूर्व प्रमुख कमल सिंह रावत, उर्मिला थापा, संग्राम सिंह पुंडीर, श्याम सिंह चौहान, ललित जोशी, नीरज त्यागी, दीपेंद्र सिंह भंडारी, दिलबर प्रताप सिंह, मोहन काला, मनमोहन शर्मा, श्रीमती अलका शर्मा, अमन उज्जैनवाल, कैलाश बाल्मीकि आदि मौजूद रहे।

ये है घटनाक्रम
आंवला (बरेली मंडल) से भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप उनके साथी मोहन राजपूत व सुनील तायल के साथ शनिवार शाम करीब पांच बजे जागेश्वर मंदिर पहुंचे। सांसद व उनके सहयोगियों को रुद्राभिषेक हवन में अधिक समय लग गया। इधर कोरोना काल में कोविड नियमों में कुछ ढील देते हुए मंदिर प्रबंधन समिति ने श्रावण मास के मद्देनजर सायं छह बजे तक श्रद्धालुओं को दर्शन व पूजन की अनुमति दी थी।
शाम छह बजते ही प्रबंधक भगवान भट्ट ने मंदिर में जाकर सांसद से मंदिर में पूजा न करने व मंदिर समूह से बाहर जाने को कहा। इस पर सासंद धर्मेंद्र नाराज हो गए। उनकी प्रबंधक भगवान भट्ट से बहस हो गई।
मामला गरमाया तो नौबत धक्कामुक्की तक पहुंच गई। आरोप है कि सासंद ने गुस्से में आकर प्रबंधक के लिए अभद्र शब्दों का प्रयोग किया। सांसद व उनके साथियों के मंदिर गेट पर पहुंचने पर समिति के लोगों व स्थानीय लोगों ने उनका घेराव कर दिया। लोगों ने सांसद पर अभद्रता का आरोप लगाया। वहीं सांसद का आरोप था कि प्रबंधक गर्भगृह के दर्शन कराने के लिए सुविधा शुल्क मांग रहे थे। हालांकि कुछ देर चलती रही गहमागहमी के बाद सांसद गाड़ी में बैठकर वापस चले गए। इस घटना के विरोध में रविवार एक अगस्त को आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी जागेश्वर पहुंचकर प्रदर्शन किया था। मंदिर पुजारियों और व्यापारियों के बाजार बंद करने की चेतावनी के बाद पुलिस ने भाजपा सांसद और उनके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पढ़ें: मंदिर प्रबंधन ने दिया नियमों का हवाला, भाजपा सांसद ने दी गाली, जबरन पूजा को लेकर भिड़े, आप कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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