Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

September 20, 2024

विधान सभा सत्र गैरसैण में ना कराने को पूर्व सीएम हरीश रावत ने राज्य निर्माण भावना का बताया अपमान, बैठे मौन उपवास पर

1 min read

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा सहित कई विधायकों, पूर्व मंत्रियों, कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ देहरादून के गांधी पार्क में एक घंटे का मौन उपवास किया। वहीं, कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन से जुड़े दलों और सामाजिक संगठनों के साथ गैरसैंण में कल 27 फरवरी को प्रतीकात्मक विधानसभा सत्र आयोजित करने का निर्णय किया हुआ है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

हरीश रावत ने मौन उपवास के बाद कहा कि विधानसभा से गैरसैण बजट सत्र करने का प्रस्ताव करा था। बजट सत्र को गैरसैण में करने का निर्णय विधानसभा के संकल्प के रूप में लिया गया था। भाजपा की सरकार ने बजट सत्र वहां न कर उत्तराखंड की जनता का अपमान किया है। साथ ही गैरसैण की भावना का अपमान किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि यह राज्य सरकार का उत्तराखंड की ओर से जनता का व शहीदों का भी अपमान है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने विधान सभा भवन सहित कई आधारभूत ढाँचे का निर्माण भी गैरसैंण में किया था। अब बीजेपी की राज्य सरकार लगातार उत्तराखंड निर्माण की जनभावनाओं का अपमान कर रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

हरीश रावत के साथ धरने पर बैठने वालों में पूर्व मंत्री मंत्रीप्रसाद नैथानी, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डॉक्टर जसविंदर सिंह गोगी, राजकुमार जायसवाल, कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी, कर्नल मन्हास, महेंद्र नेगी गुरुजी, कमल रजवार, राजेश चमोली, रजनीश जुयाल, ओम प्रकाश सती बब्बन, मनमोहन शर्मा, मदन लाल, श्याम सिंह चौहान, मनीष नागपाल, संजय थापा, अनुराधा तिवारी, सुशील राठी, विनोद रावत, ललित बिष्ट, मोहन खत्री, विशाल डोभाल, पूरन सिंह रावत आदि कार्यकर्ताओं शामिल रहे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *