भाजपा पूर्व विधायक लाखीराम का लेटर बम, संगठन ने किया निलंबित, जोशी बोले-दाल में कुछ काला, कांग्रेस को मिला मुद्दा
उत्तराखंड में भाजपा के पूर्व विधायक लाखीराम जोशी ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ लेटर बम फोड़कर उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल ला दिया। इस मामले को विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार पर हमला बोल दिया। वहीं, भाजपा संगठन भी जोशी की इस बात पर नाराज हो गया और उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया। पीएम को पत्र लिखने और निलंबन को लेकर पूर्व विधायक लाखीराम जोशी ने कहा कि वह अपनी जगह ठीक हैं। जिस प्रकार से हबड़बड़ में ये कार्रवाई की जा रही है, उससे साबित होता है कि दाल में कुछ काला है।
लाखीराम जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प त्र लिखकर मुख्यमंत्री की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए। इसमें कहा गया कि उन्हें सीएम के पद से हटा दिया जाना चाहिए। उच्च न्यायालय से उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआइ जांच के आदेश दिए गए हैं। ऐसे में यदि जांच होती है तो निष्पक्ष जांच के लिए उनका सीएम बना रहना उचित नहीं होगा।
वहीं, लाखीराम के लेटर को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत का बयान आया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने पूर्व भाजपा विधायक व मंत्री रहे लाखी राम जोशी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए उन्हें पार्टी से निलम्बित कर दिया है ।
साथ ही जोशी को उनके द्वारा लिखे गए एक पत्र के सम्बंध में की गई इस कार्यवाही के अंतर्गत उन्हें नोटिस दे कर उन्हें सात दिन में उत्तर देने के लिए भी कहा गया है। उत्तर न मिलने अथवा उनका उत्तर संतोषजनक न पाए जाने पर उन्हें पार्टी से निकाला भी जा सकता है।
प्रदेश अध्यक्ष भगत ने कहा कि पार्टी में अनुशासन सबसे महत्वपूर्ण विषयों में से है। अतः किसी भी कार्यकर्त्ता को चाहे वह कितना भी बड़ा क्यों न हो, उसे अनुशासन हीनता के मामले में कोई रियायत नहीं दी जा सकती। यदि किसी के मन में कोई विषय है तो वे सीधा उनसे कहें। वे उस विषय को उचित स्तर पर ले जाएँगे, लेकिन अनुशासनहीनता किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं की जा सकती ।
देखें भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र भसीन की वीडियो
पूर्व भाजपा विधायक लाखीराम जोशी को भाजपा से निलंबित करने की जानकारी भाजपा के उत्तराखंड प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र भसीन ने दी। इस संबंध में उन्होंने वीडियो भी जारी किया। इसमें कहा गया है कि अनुशासनहीनता को लेकर यह निलंबन किया गया। नोटिस का समय से जवाब नहीं आने पर उन्हें पार्टी से बाहर किया जा सकता है।
कांग्रेस को बैठे बैठाए मिला मुद्दा
लाखीराम जोशी प्रकरण पर उत्तराखंड कांग्रेस को बैठे बैठाए मुद्दा मिल गया। प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि पूर्व मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता लाखीराम जोशी के लैटर बम को लेकर उनके विरुद्ध की गई कार्यवाही पर बीजेपी से सवाल किए। कहा कि जोशी को बीजेपी ने सजा तो सुना दी, लेकिन उनके द्वारा जो गंभीर आरोप राज्य के मुख्यमंत्री के ऊपर लगाए गए हैं उनका जवाब कौन देगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता जोशी ने इतने गंभीर आरोप मुख्यमंत्री के ऊपर लगाए हैं, उनका जवाब मुख्यमंत्री को स्वयं देना चाहिए। वे जवाब देने की बजाय पार्टी में आवाज उठाने वालों के खिलाफ कार्यवाही करवा कर उनको चुप करवाने में लगे हैं ।
धस्माना ने कहा कि मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप बीजीपी पार्टी का अंदरूनी मामला नहीं है, बल्कि ये राज्य की जनता के जनादेश का अपमान है। इसलिए मुख्यमंत्री को तत्काल पद छोड़ कर अपने ऊपर लगे आरोपों की जांच माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल के आदेशानुसार सीबीआई से करवा कर अपने आप को निर्दोष साबित करना चाहिए।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।