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November 10, 2024

द्वेष-भाव भुलाकर आपस में मिलकर रहना सीख रहे हैं बच्चे, मनोरंजन के साथ ही कई गतिविधियों में कर रहे प्रतिभाग

उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद के तत्वावधान में देहरादून के आमवाला तरला, अंबेडकर कालोनी ननूरखेड़ा रायपुर रोड स्थित बाल भवन में बच्चों के लिए पांच दिवसीय शिविर चल रहा है। इस शिविर का नाम ‘मिलकर रहना सीखो’ शिविर-2024 रखा गया है। 21 मई 2024 से 25 मई 2024 तक चलने वाले इस शिविर के माध्यम से प्रदेश के जरूरतमंद, अभावग्रस्त बच्चे, पारिवारिक जीवन शैली से अलग रहकर आपसी भाई-चारे के साथ स्थानीय बोली-भाषा और रीति-रिवाज़ का आदान-प्रदान कर रहे हैं। साथ ही प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को जीवन्त रखने का सन्देश भी देंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

राज्य स्तरीय ‘मिलकर रहना सीखो’ शिविर-2024 का उद्दघाटन मुख्य अतिथि एवं एससीईआरटी निदेशक वन्दना गर्वियाल तथा विशिष्ट अतिथि डॉ एस फारुख ने किया। मुख्य अतिथि ने अपने बचपन की यादें ताजा करते हुए बच्चों से आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उन्होंने साथ में आये हुए एस्कार्ट्स शिक्षकों से इस पुनीत कार्य में बढ़चढ़कर भागीदार बनने का आह्वान किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

परिषद की महासचिव पुष्पा मानस ने परिषद के उद्देश्य एवं गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। विभिन्न जनपदों से आये बच्चों ने अपने अपने क्षेत्र के पारंपरिक लोकगीत व लोकनृत्य प्रस्तुत किए। परिषद के बरिष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश बाबला ने अपने उद्धबोधन में बच्चों से स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने को कहा। संचालन सयुंक्त सचिव कमलेश्वर भट्ट ने किया। इस अवसर पर उपाध्यक्ष मधु बेरी, कोषाध्यक्ष आशा श्रीवास्तव, सदस्य कुसुम कुठारी, योगा प्रशिक्षक आनन्द सिंह रावत, कविता दत्ता सहित एस्कार्ट्स शिक्षक उपस्थित रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस दौरान नित्य योगा कार्यक्रम, क्षेत्रीय भाषाओं में लोकगीत-लोकनृत्य, पारंपरिक तरीके के खेलकूद, लेखन अभिरुचि हेतु निबन्ध व सामान्यज्ञान प्रतियोगिता के साथ-साथ तनावपूर्ण वातावरण से मुक्ति हेतु विषय विशेषज्ञों द्वारा बच्चों के लिए काउंसलिंग की व्यवस्था भी की गई है। ग्रामीण इलाकों से आये बच्चों की जानकारी के लिए उन्हें प्रदेश मुख्यालय के प्रमुख ऐतिहासिक धरोहर आईएमए, एफआरआई व अन्य दर्शनीय स्थलों का भ्रमण करवाया जायेगा। साथ ही विशिष्ट पहचान के व्यक्तित्वों से बच्चों की मुलाकात भी प्रस्तावित है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

शिविर में प्रदेश के प्रत्येक जनपद से 6-6 प्रतिभागी बच्चे व उनके संरक्षक के रूप में एस्कार्ट अध्यापक/अध्यापिका शामिल हैं। महासचिव श्रीमती पुष्पा मानस ने मनोवैज्ञानिक ढंग से शिविर में उपस्थित बच्चों व उनके साथ आए एस्कॉर्ट्स की काउंसलिंग की। लगभग एक घण्टे तक बच्चों के साथ चर्चा-परिचर्चा में अनेकों प्रश्न पूछे गए साथ ही उनका समाधान भी किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

दूसरे दिन निर्धारित कार्यक्रम के तहत बच्चों में लेखन की आदतें विकसित करने के उद्देश्य से आईआरडीई के अवकाश प्राप्त निदेशक डॉ सत्येसिंह नेगी की ओर से प्रायोजित निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें सभी बच्चों ने भाग लिया। प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त बच्चों को नकद पुरस्कार दिया जाएगा। बच्चों के मनोरंजन के लिए सायंकालीन खेलों की व्यवस्था भी की गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

संयुक्त निदेशक एससीईआरटी आशारानी पैनूली ने शिविर में उपस्थित बच्चों को गर्मी के सीजन में स्वच्छ जल लेने को कहा। उन्होंने उपस्थित सभी बच्चों को एक एक पानी की बोतल भी भेंट की। बच्चों के व्यावहारिक ज्ञान को बढ़ाने के उद्देश्य से मधु बेरी ने सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया। ये प्रतियोगिता सीनियर एवम् जूनियर दो अलग अलग वर्गों में सम्पन्न हुई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

शिविर में राजीव गांधी नवोदय विद्यालय की प्राचार्य सुनीता भट्ट द्वारा बच्चों को बाल यौन शोषण एवम् गुड टच-बैड टच के बारे में जानकारी दी। बच्चे आधुनिक शिक्षा में वैज्ञानिक गतिविधियों का समावेश कर सकें। इसके लिए अजीम प्रेमजी फाउंडेशन से मीनाक्षी द्वारा प्रस्तुतिकरण दिया गया। इस दौरान इनर व्हील क्लब देहरादून की ओर से भी सहयोग दिया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

परिषद द्वारा क्लब की अध्यक्ष निर्मल गोयल एवम् सम्मानित सदस्यों का आभार व्यक्त किया गया। शिविर संचालन में परिषद कोषाध्यक्ष आशा श्रीवास्तव, सदस्य केपी सती, कुसुम कुठारी, डॉ कुसुम रानी नैथानी, कविता दत्ता, शकुंतला गोयल, सत्येन्द्र सिंह भंडारी, धन सिंह घरिया, भूपेंद्र चौधरी, ठाट सिंह, योगम्बर सिंह रावत, मनजीत सिंह आदि भी सहयोग कर रहे हैं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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