पहले 22 हजार, फिर बोले सात हजार, शुक्र है अब बोल दिया अन्य 19 हजार, कुल 26 हजार नौकरियों की युवाओं को उम्मीद

पहली बार शपथ के दौरान की ती ये घोषणा
वर्ष 2021 में जुलाई माह में तत्कालीन सीएम तीरथ सिंह रावत ने इस्तीफा दिया था। इसके साथ ही पुष्कर सिंह धामी की सीएम के पद पर ताजपोशी की गई थी। सीएम की शपथ लेते ही सीएम धामी ने कहा था कि वह जो भी घोषणा करेंगे, उसे छह माह के भीतर पूरा करके दिखाएंगे। यदि वह शिलान्यास करेंगे तो अपने उसी कार्यकाल में उसे पूरा करेंगे। नौकरी की घोषणा करेंगे तो छह माह में पूरी कर दिखाएंगे (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
22 हजार नौकरियों की धामी ने की थी घोषणा
पहली बार शपथ लेते हुए पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि अगले चुनाव से पहले ही छह माह के भीतर प्रदेश में विभिन्न विभागों में रिक्त पड़े 22 हजार पदों पर नियुक्तियां कर दी जाएंगी। तब प्रदेश के युवाओं को सरकार से आस बंधी थी, लेकिन ये घोषणा कोरी साबित हुई और किसी भी विभाग में नियुक्ति नहीं हुई। इसी तरह जो शिलान्यास तब हुए, उनमें से भी अधिकांश उनके पहले कार्यकाल में उद्घाटन के लिए पूर्ण नहीं हो पाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दूसरे कार्यकाल में सरकारी नौकरियां
करीब आठ माह के पहले कार्यकाल में सीएम पुष्कर सिंह धामी की सबसे पहले वाली सरकारी विभागों में रिक्त पदों को भरने की घोषणा पूरी नहीं हो सकी। फिर वह दोबारा मार्च 2022 में सीएम बने और इसके बाद कई परीक्षाओं में भर्ती घोटाला सामने आया। उत्तराखंड अधिनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा घोटाले में तो 41 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी हैं। इसके साथ ही उनके कार्यकाल में विधानसभा में बैकडोर से नियुक्ति के साथ ही अन्य कई अन्य विभागों में नियुक्तियों में घोटाले की बात सामने आई। इस पर कई पिछली भर्ती परीक्षाएं भी निरस्त कर दी गई। ऐसे में अधिनस्थ चयन आयोग की परीक्षाओं को उत्तराखंड लोकसेवा आयोग से कराने की बात की गई। अब आयोग विभिन्न परीक्षा कराने में जुटा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भाषणों से गायब हुई थी 22 हजार की संख्या
पहले कार्यकाल में जहां प्रदेश भर में सरकारी विभागों में 22 हजार नियुक्तियों की बात सीएम के हर भाषण में होती थी, वहीं दूसरे कार्यकाल में ये संख्या अब घटा दी गई। सरकारी नौकरियों के संबंध में सीएम धामी के जितने भी भाषण को आप पढ़ोगे या सुनोगे, उमें कहीं 22 हजार का जिक्र नहीं हो रहा है। अब वह सात हजार नियुक्तियों पर अटक गए हैं। मंगलवार को मुख्यमंत्री की ओर से राज्य की स्थापना दिवस के मौके पर जो बधाई संदेश दिया गया, उसमें भी सात हजार नौकरियों की बात की गई। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के युवा हमारा भविष्य हैं। इसीलिए हमने युवाओं साथ धोखा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की है। भर्तियों में घोटाला करने वालों पर कड़ी क़ानूनी कारवाई की जा रही है। पारदर्शिता और समयबद्धता से परीक्षाओं के आयोजन के लिये हमने उत्तराखंड अधीनस्थ आयोग से भर्तियों को राज्य लोक सेवा आयोग को हस्तांतरित किया है। वर्तमान में जारी भर्ती कैलेण्डर के अनुसार 7 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया गतिमान है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अब 19 हजार अन्य नौकरियों का किया जिक्र
सीएम पुष्कर सिंह धामी के सात हजार नौकरियों का जिक्र करने को लेकर लोकसाक्ष्य वेब न्यूज पोर्टल ने भी तीन स्टोरी की थी। अब युवाओं को कुछ उम्मीद बंधेगी कि सीएम धामी ने अपने भाषण में सात हजार सरकारी नौकरियों के अलावा अन्य 19 हजार पदों की भी बात की है। राज्य की स्थापना दिवस के मौके पर सीएम धामी और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूड़ी ने ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण में कई योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया था।
इस मौके पर उन्होंने राजधानी भराड़ीसैंण में विधानसभा परिसर भराड़ीसैंण में शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने लगभग 11736 लाख रूपये की 28 योजनाओं का लोकार्पण एवं लगभग 4948 लाख की 22 योजनाओं का शिलान्यास किया। साथ ही जिला सूचना कार्यालय चमोली की ओर से प्रकाशित जनपद की ‘विकास पुस्तिका’ का विमोचन भी किया। समारोह में सीएम ने कहा कि वर्तमान में जारी भर्ती कैलेण्डर के अनुसार सात हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया गतिमान है। जल्द ही 19 हजार पदों पर भी भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड में बेरोजगारी की दर में उछाल
उत्तराखंड में अचानक एक महीने में करीब तीन प्रतिशत बेरोजगारी दर बढ़ गई है। बता दें कि बेरोजगारी दर कम होने के मामले में उत्तराखंड तीसरे स्थान से सातवें स्थान पर पहुंच गया है। सितंबर के अंत में 0.5 फीसदी बेरोजगारी दर थी, लेकिन अक्तूबर के आकंड़ों में बेरोजगारी की दर 3.4 पहुंच गया है। सेंटर फॉर मॉनीटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) ने 31 अक्तूबर तक की रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के अनुसार 30 सितंबर के मुकाबले अक्टूबर में उत्तराखंड में अधिक बेरोजगारी दर है। 30 सितंबर तक प्रदेश में 0.5 फीसदी दर थी। हालांकि उत्तराखंड के साथ ही देश में भी बेरोजगार की दर एक फीसदी से अधिक बढ़ी है। राष्ट्रीय स्तर पर सितंबर में बेरोजगारी की दर 6.43 थी, अक्तूबर में यह बढ़कर 7.77 पहुंच गई है।

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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।