पीएम मोदी के केदारनाथ से लाइव टेलीकास्ट देख रहे भाजपाइयों को किसानों ने मंदिर में बनाया बंधक, पूर्व मंत्री ने मांगी माफी
आंदोलनरत किसानों के गुस्से का भाजपाइयों को कोपभाजन होना पड़ा।ु
हरियाणा में आंदोलनरत किसानों के गुस्से का भाजपाइयों को कोपभाजन होना पड़ा। पीएम नरेंद्र मोदी के केदारनाथ से लाइव टेलीकास्ट को देखने के लिए हरियाणा के रोहतक जिले के एक मंदिर में पहुंचे कई बीजेपी नेताओं को किसानों ने ‘बंधक’ बना लिया। पीएम के कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट देखने मंदिर पहुंचे इन नेताओं ने अपने आप को बड़ी संख्या में आंदोलनकारी किसानों से घिरा पाया। ये किसान पिछले एक साल से अधिक समय से केंद्र सरकार के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन छेड़े हुए हैं। बाद में मामला सुलझ गया है। राज्य के पूर्व मंत्री ने अपने बयान के लिए हाथ जोड़कर माफी मांगी है। किसानों ने इस मामले में पूर्व मंत्री को ‘अल्टीमेटम’ दिया था।
प्रदर्शनकारियों ने पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर सहित कई बीजेपी नेताओं को छह घंटे से ज्यादा रोककर रखा था। पुलिस किसानों की ओर से की गई घेराबंदी को तोड़ने की कोशिश की। इन किसानों की मांग है कि ग्रोवर, किसानों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा के इस्तेमाल के लिए माफी मांगें। किसानों का कहना है कि ग्रोवर को टिप्पणी पर खेद जताने के लिए वक्त भी दिया। पुलिस का कहना है कि 80 किमी दूर गुड़गांव से करीब रोहतक जिले के किलोई गांव के एक मंदिर में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अन्य जिलों से पुलिसकर्मियों को घटना के स्थान पर भेजा गया। दो प्रदर्शनकारियों को अरेस्ट किया गया है।
दिल्ली-हिसार नेशनल हाईवे को फिलहाल ट्रैफिक के लिए बंद किया गया है। जिन अन्य नेताओं को मंदिर में बंधक बनाया गया है, उसमें पार्टी के संगठन मंत्री रवींदर राजू, मेयर मनमोहन गोयल, बीजेपी जिला प्रमुख अजय बंसल और पार्टी नेता सतीश नांदाल शामिल है। इस बीच किसानों ने भीड़ से मंदिर को चारोंतरफ से घेरने को कहा है। सूत्रों के अनुसार, सोनीपत और झज्जर जिले से भी पुलिसकर्मी क्षेत्र में पहुंच गए हैं और उनसे किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है।
बीजेपी सांसद को दिखाए काले झंडे
बीजेपी के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा को शुक्रवार को किसानों का भीषण विरोध झेलना पड़ा। किसानों के एक समूह ने हरियाणा के हिसार जिले में बीजेपी सांसद को काल झंडे दिखाए और उनके खिलाफ नारेबाजी की। जांगड़ा यहां एक धर्मशाला का उद्घाटन करने आए थेष। जैसे ही किसानों को इस बात की भनक लगी, वे वहां पहुंचकर बीजेपी के सांसद के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस दौरान, किसानों और पुलिस के बीच झड़प में बीजेपी सांसद की कार का शीशा भी टूट गया। बीजेपी सांसद को रोहतक में गुरुवार को एक कार्यक्रम के दौरान भी इसी तरह का प्रदर्शन झेलना पड़ा था। एक कार्यक्रम में सांसद के बयान पर बवाल मचा हुआ है। उन्होंने किसानों को “बेरोजगार शराबी” कहते हुए जोर दिया था कि विरोध करने वालों में से कोई भी किसान नहीं था।
गौरतलब है किसान, खासकर हरियाणा और पंजाब के किसान, तीन कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनरत हैं। इनका आरोप है कि इन कानूनों के अमल में ाने से कृषि कानियंत्रण निजी हाथों में पहुंच जाएगा। दूसरी ओर, सरकार ने इन आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि वह किसानों से मिलने वाले सुझावों के अनुसार, कानूनों में बदलाव के लिए तैयार है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।