देहरादून के डोईवाला में गरजे किसान नेता नरेश टिकैत, बोले-किसानों को छेड़ा तो पूरे देश में आएगा उबाल

देहरादून के डोईवाला में आयोजित किसान महापंचायत के भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ तब तक आंदोलन जारी रहेगा, जब तक ये तीनों काले कानून वापस नहीं लिए जाते। उन्होंने कहा कि किसानों के सब्र का इम्तिहान नहीं लेना चाहिए। यदि किसानों को छेड़ा तो देशभर में उबाल आ जाएगा। सांसदों को विधायकों की जनता पिटाई कर देगी।
केशवपुरी बस्ती स्थित मेला मैदान में हुई किसान पंचायत में देहरादून के डोईवाला, विकानगर क्षेत्र के साथ ही हरिद्वार, हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब से किसान पहुंचे थे। यहीं से घोषणा की गई कि सात अप्रैल को अगली पंचायत पांवटा साहिब में होगी। इस मौके पर नरेश टिकैत ने कहा कि किसानों के आंदोलन को तोड़ने की साजिश रची जा रही है। इसे किसान भली भांति जानते हैं। कभी किसानों को आंतकवादी कहा जाता है तो कभी भाजपा के नेता उन्हें किसान मानने को तैयार नहीं होते। गोदरा कांड में हजारों की जान लेने वाले आज किसानों पर अनर्गल आरोप लगाते हैं।
उन्होंने कहा कि 26 जनवरी की रैली में किसान निहत्था था। उन पर तब भी आंदोलन तोड़ने के लिए तरह तरह के आरोप लगाए गए। किसानों को यदि छेड़ा तो पूरे देश में उबाल आ जाएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली बार्डर पर अलग अलग स्थानों पर किसानों के आंदोलन चल रहे हैं। साथ ही देश भर में किसान महापंचायतें हो रही हैं। यदि सरकार ने इन तीनों कानूनों को वापस नहीं लिया तो सरकार ही चली जाएगी।
इस मौके पर किसान नेता अभिमन्यु काहड़, धर्मेंद्र मलिक, अधिवक्ता एचएस कुशवाहा, जगतार सिंह बाजवा, संजय चौधरी, गुरदीप सिंह, ताजेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे।
किसान महापंचायत में आप के उत्तराखंड अध्यक्ष एस एस कलेर आप कार्यकर्ताओं के साथ किसानों को अपना समर्थन देने पहुंचे। इस किसान महांपचायत में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैट भी मौजूद रहे।
इस दौरान आप प्रदेश अध्यक्ष एस एस कलेर ने कहा कि आम आदमी पार्टी और पार्टी का हर कार्यकर्ता किसानों के साथ खड़ा है। उन्होंने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र सरकार किसानों के साथ सौतेला व्यवहार अपना रही है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार चाहे किसानों की एकता को तोडने के कितने भी जतन कर ले, लेकिन वो अपने मंसूबों पर कभी कामयाब नहीं हो पाएगी। इस मौके पर आप नेता हिमांशु पुंडीर, अमित विश्नोई, हरेन्द्र त्यागी समेत दर्जनों आप कार्यकर्ता मौजूद रहे।