मशहूर कॉमेडियन सुनील ग्रोवर का ग्राफिक एरा में संवाद, छात्रों ने पूछे सवाल, हंसाने के अंदाज में दिए जवाब, वीडियो में देखें शो
अभिनेता और मशहूर कॉमेडियन सुनील ग्रोवर ने आज देहरादून स्थित ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में धमाल मचाया। छात्रों से संवाद किया। हास्य के साथ ही गंभीर मुद्दों पर वार्ता की। शो का लाइव प्रसारण किया किया गया। ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के पांचवे फ्लोर पर स्थित केपी नौटियाल आडिटोरियम में ये कार्यक्रम आयोजित किए गए इस कार्यक्रम का यू ट्यूब चैनल पर इसका लाइव प्रसारण गया। सुनील ग्रोवर ने कलाकार के जीवन पर भी चर्चा की। बताया कि किसी चरित्र का अभिनय करने के लिए किस तरह से मेहनत करनी पड़ती है।
इस मौके पर उन्होंने उन छात्रों को टोका, जिन्होंने नाक के नीचे मास्क लगाया है। ठोढी के नीचे लगाया है। सुनील ग्रोवर ने छात्रों से बात की। बातों ही में लोगों को हंसाया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मिमिकरी चुटकिले तो चलते रहते हैं, लेकिन मैं कुछ काम की बात कर रहा हूं। कई छात्र पढ़ाई के बाद करियर शुरू करेंगे। घबराने की जरूरत नहीं है। लगे रहो अपने काम में। उन्होंने कहा कि एक्टर बनने का सपना था। एक टीवी में काम मिल गया। बहुत खुश हुआ। ग्राफिक एरा एजुकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. कमल घनशाला के संबंध में उन्होंने कहा कि मुझे सतीश शर्मा ने आपके बारे में बताया। कैसे संघर्ष किया। प्रेरणा ही सबका जीवन बदल देती है। सतीश शर्मा दून के जाने माने पत्रकार हैं। वह कई फिल्मों में भी अभिनय कर चुके हैं। डॉ. कमल घनशाला से बातचीत के दौरान ही सुनील ग्रोवर हर बात को मजाक के रूप में लेते हुए सबका मनोरंजन करते रहे।
इस दौरान उन्होंने अपने जीवन के कई किस्से सुनाए। बीच बीच चुटकिले सुनाकर उन्होंने सबको हंसाया। दर्शकों से सवाल पूछे। एक छात्रा के सवाल-एक्टर बनने के लिए क्या मुंबई जाना जरूरी है। इस पर उन्होंने कहा कि इस सवाल को पूछने के लिए मैं गलत आदमी हूं। मैं खुद की 15 साल खराब कर चुका हूं। प्लेटफार्म पर कोई मोहताज नहीं। ऐसा जरूरी नहीं है, कि मुंबई से ही शुरू करना है। कई ऐसे हैं कि जो अन्य शहरों से भी शुरूआत कर चुके हैं। हां मुंबई में फिल्में बनती हैं। इसलिए वहां कुछ मौका मिल जाता है। पर धैर्य जरूरी है। कार्तिक ग्रोवर नाम के दर्शक को तपाक से उन्होंने कहा कि सर नेम अच्छा है।
कार्तिक ने सवाल पूछा कि शाहरूख खान के आसपास रहने में कैसा लगता है। उन्होंने कहा कि शुरू में देखकर अच्छा लगता है, लेकिन आप अपना काम नहीं करोगे और देखते रह जाओगे तो अपना काम छूट जाएगा। जिन अभिनेता को हम शुरू से देखते हैं, उनके पास जाने में अच्छा तो लगता ही है। उन्होंने कहा कि शाहरुख खान और सलमान खान की फिल्में देख कर बड़ा हुआ हूं। बातचीत के दौरान फोटो ले रहे सिख युवक को उन्होंने एक झप्पी भी दी।
कार्यक्रम को देखने के लिए देखें वीडियो
अभिनेता सुनील ग्रोवर के पहुँचते ही उपस्थित छात्र-छात्राओं ने तालियों से जोरदार स्वागत किया। स्टैण्डअप कामेडियन सुनील ग्रोवर छात्र-छात्राओं के बीच एक्टर के बजाए एक मोटिवेटर के रूप में दिखे। उन्होंने अपने खास अंदाज में इण्टरैक्शन करते हुए कहा कि लाकडाउन के बाद वे पहली बार युवाओं के बीच प्रत्यक्ष रूप से बातचीत कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि किस तरह वे हरियाणा की छोटी जगह से इस मुकाम तक पहुँचे। अपने अनुभवों को साझा करते हुए उन्होंने बताया कि एक मुकाम तक पहुँचने में संघर्ष के साथ-साथ विफलता भी आपको आगे बढ़ाना सिखाती है। आप धैर्य और लगन के साथ जब अपनी मंजिल को देखते हैं तो सफलता जरूर मिलेगी।
उन्होंने कहा कि मु-हजये आज एक एक्टर के रूप में मुकाम हासिल है, लेकिन शुरूआती दौर में मनोरंजन के इस चमचमाती दुनिया में कई रिजेक्शन भी मिले। टीवी आडिशन में चयन के बावजूद भी सेट पर समय से न पहुँचने के कारण किसी और एक्टर को रिप्लेस किया गया। लेकिन मैनें अपना हौंसला बना के रखा कि मैं अपने सपनों को ऐसे ही नहीं जाने दूंगा और मैं जोश के साथ योग्यता साबित करने के लिए मेहनत करने लगा।
उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि मैं आप लोगों की बीच यकीन दिलाने के लिए आया हूं कि आपकी जिंदगी में भी उतार-ंचढ़ाव से आगे बढ़ेंगे, उनसे भागे नहीं, बल्कि उनसे सीखें और अपनी जंग जारी रखें। आप जो भी काम करना चाहते हैं उसे जुनून के साथ करें तभी आप सही मायने में अपनी खुद की जिंदगी जीएंगे।
इस दौरान स्टेज में बीच-बीच में कई बार अभिनेता सुनील ग्रोवर अपने मशहूर किरदार गुत्थी और डा. गुलाटी के अंदाज में दर्शकों को हसाँते रहे। इस इण्टरैक्टिव सैशन में उनसे सवाल किए, जिसका उन्होंने बड़े मनोयोग से जवाब दिया साथ ही कुछ छात्रों का अपने पास स्टेज पर भी बुलाया।
स्टैण्डअप कामेडियन सुनील ग्रोवर का स्वागत करते हुए ग्राफिक एरा एजुकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष प्रो. कमल घनशाला ने कहा कि लाकडाउन के लगभग दो साल बाद आज यह आडिटोरियम छात्र-छात्राओं के लिए खुला है और महामारी के इस दौर में सबको कुछ पल के लिए हँसने का मौका मिला। साथ ही उन्होंने कहा कि सुनील ग्रोवर अपना काम
मेहनत, जुनून और जज्बे़ से करते हैं। जिससे उन्हें आगे बढ़ने की ऊर्जा मिलती है। अपने काम और लक्ष्य के प्रति सर्मपण छात्र-छात्राओं को सुनील ग्रोवर से सीखना चाहिये।
ग्राफिक एरा एजुकेशनल ग्रुप की वरिष्ठ पदाधिकारी राखी घनशाला ने सुनील ग्रोवर को स्मृति चिह्न भेंट किया और ग्राफिक एरा एजुकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष प्रो. कमल घनशाला ने उन्हें ग्राफिक एरा हिल युनिवर्सिटी के फैशन विभाग द्वारा निर्मित उत्तराखण्डी कैप पहनाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. राकेश शर्मा, ग्राफिक एरा हिल युनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. संजय जसोला और वरिष्ठ पत्रकार सतीश शर्मा उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन साहिब सबलोक ने किया।
सुनील ग्रोवर के बारे में
सुनील ग्रोवर एक भारतीय अभिनेता और स्टैंडअप कमेडियन हैं। सुनील ग्रोवर को टीवी इंडस्ट्री में पहचान कॉमेडी शो कॉमेडी नाइट्स विथ कपिल के गुत्थी और द कपिल शर्मा शो के डॉ मशहूर गुलाटी और गुत्थी के किरदार से मिली। सुनील ग्रोवर का जन्म 3 अगस्त 1977 हरियाणा के सिरसा में हुआ था। सुनील एक हरयाणवी-पंजाबी परिवार से ताल्लुक रखते हैं।
पढ़ाई
सुनील ग्रोवर ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई आर्य विद्या मंदिर डबवाली, सिरसा से की। ग्रोवर ने अपने स्नातक की पढ़ाई गुरु नानक कॉलेज हरियाणा से की। तब तक ग्रोवर को एक्टिंग का कीड़ा लग गया गया था, जिसके चलते उन्होंने स्नातक के बाद चंडीगढ़ से थिएटर में मास्टर्स की डिग्री ली।
करियर
ग्रोवर ने अपने करियर की शरुआत दिवंगत जसपाल भट्टी के साथ की थी। ग्रोवर के टीवी करियर की शुरुआत शो चला लल्ला हीरो बननें से हुई थी, इसके अलावा ग्रोवर सब टीवी के पहले साइलेंट शो गुंटूर गूं में भी लोगों को हँसाते हुए नजर आये थे। लेकिन ग्रोवर को नेशन वाइड लोकप्रियता कलर्स के कॉमेडी शो कॉमेडी नाइट्स विथ कपिल के गुत्थी और द कपिल शर्मा शो के डॉ. मशहूर गुलाटी के किरदार से मिली।
सुनील छोटे पर्दे पर अपना लोहा मनवाने के साथ ही बड़े पर्दे पर भी नजर आते रहते हैं। हाल ही में वह सलमान खान के साथ फिल्म भारत में नजर आये थे। इस फिल्म में उनके अभिनय की हर किसी ने तारीफ की। इसके अलावा वह हीरोपंती, बागी, जिला गाजियाबाद और गजनी जैसी फिल्मों में नजर आ चुके हैं। वह वर्ष 2002 से मुंबई में रहते हैं।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।