हादसे में मृतक एएसआई कांता थापा के परिजनों को मिली दुर्घटना बीमा राशि, डीजीपी ने सौंपा एक करोड़ का चेक
सड़क हादसे के दौरान मौत जान गंवाने वाली उत्तराखंड पुलिस की एएसआई कांता थापा के परिजनों को पंजाब नेशनल बैंक के सहयोग से दुर्घटना बीमा रिश के तौर पर एक करोड़ का चेक प्रदान किया गया। ये चेक उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने सौंपा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड में पुलिस सैलरी पैकज योजना के अन्तर्गत विभिन्न बैंकों के साथ पुलिस कार्मिकों का वेतन खातों पर एक करोड़ रुपये का दुर्घटना बीमा अनुमन्य किया गया है। इसी के तहत हादसे की शिकार हुई एएसआई के परिजनों को बीमा राशि दी गई है। उत्तरकाशी में नियुक्त रहीं अपर उपनिरीक्षक कान्ता थापा की कांवड़ मेला में तैनाती थी। 20 जुलाई, 2024 को कांवड़ मेला ड्यूटी के दौरान हरिद्वार बाईपास रोड देहरादून में सड़क दुर्घटना के कारण उनका सामयिक स्वर्गवास हो गया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने स्व. कान्ता थापा के आश्रितजनों में बच्चों करिष्का मोहन थापा व परिचय थापा से पुलिस मुख्यालय में मुलाकात की और उनकी शिक्षा, जॉब व आवास से सम्बन्धित आवश्यकताओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। डीजीपी ने कान्ता थापा जी के असामयिक देहान्त पर गहन संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस विभाग में उनकी कर्तव्यनिष्ठा व योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने दोनों बच्चों की शिक्षा और भविष्य को लेकर हरसम्भव सहायता का आश्वासन दिया। साथ ही कान्ता थापाके आश्रितों को मिलने वाली पारिवारिक पेंशन एवं समस्त वित्तीय प्रकरणों को यथाशीघ्र निस्तारित करने के लिए पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी को निर्देशित किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
तत्पश्चात पुलिस महानिदेशक ने पंजाब नेशनल बैंक के जनरल मैनेजर सच्चिदानन्द दुबे व अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में दोनों बच्चों को दुर्घटना बीमा राशि एक करोड़ रुपये चेक पुलिस सैलरी पैकज योजना के तहत प्रदान किया। साथ ही डीजीपी ने पंजाब नेशनल बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों का इस योजना के लिए विशेष आभार जताया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर डीजीपी दीपम सेठ ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस न केवल कर्मियों के कर्तव्य पालन में सहयोगी है, बल्कि उनके और उनके परिजनों के कल्याण और सुरक्षा के लिए भी पूरी तरह समर्पित है। यह हमारा नैतिक दायित्व है कि हम अपने प्रत्येक पुलिसकर्मी और उनके परिवार को सम्मान, समर्थन और हर संभव सहायता प्रदान करें।
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