ग्राफिक एरा में विशेषज्ञों ने बताए रात के समय सड़क दुर्घटना से बचने के उपाय
देहरादून में ग्राफिक एरा डीम्ड विश्वविद्यालय में आज ऑटो मेस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न कंपनियों से आए विशेषज्ञों ने सड़क दुर्घटना से बचने के लिए कई दिलचस्प तरकीबें बताई। छात्रों को बताया गया कि दिन और रात के समय हमें क्या उपाय अपनाने चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
रोड सेफ्टी कम ऑटो एक्सिबिशन के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए रात में हल्के रंग के कपडे पहनना, पैदल चलते समय सड़क के दांई तरफ चलना और हाई बीम और डिपर का समझदारी से इस्तेमाल करना चाहिए। ग्राफिक एरा डीम्ड विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं के साथ साझा किये। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
विश्वविद्यालय के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग और देहरादून परिवहन कार्यालय के इस कार्यक्रम में जहाँ छात्र-छात्राओं को अत्याधुनिक तकनीकों से निर्मित वाहनों की जानकारी दी गयी। वहीं उन्हें ट्रैफिक नियम और रोड सेफ्टी के लिए भी जागरूक किया गया। ओएनजीसी के सहयोग से आयोजित इस कर्यक्रम में आज छात्र-छात्राओं को हाइब्रिड, इलेक्ट्रिक और नई टेक्नोलॉजी से सुसज्जित कार, स्कूटी और मोटरसाईकिलें देखने के साथ-साथ रोड सेफ्टी के बारे में भी जागरूक किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर आरटीओ देहरादून की टैक्स ऑफिसर अनुराधा पंत ने कहा कि भारत में सालभर में साढ़े चार लाख रोड एक्सीडेंट होते हैं। इसमें डेढ़ लाख लोगों की जान चली जाती है। अधिकतर सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाने वाले लोगों की आयु 18 से 45 वर्ष होती है। एक्सीडेंट से बचाव के लिए जरूरी है कि हम गाड़ी चलाते हुए हेलमेट व सीट बेल्ट का प्रयोग करें। मोबाइल फोन न चलाए और हाई बिम और डिपर का इस्तेमाल समझदारी से करें। उन्होंने सड़क में बढ़ती हुई गाड़ियों को प्रदुषण को एक्सीडेंट का मुख्य कारण बताया और छात्र-छात्राओं को मोरल वैल्यूज बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित भी किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर आरटीओ के एमडी पापनोई ने अपने सम्बोधन में कहा कि रोड सेफ्टी का संबंध सिर्फ सड़क में चलने वाली गाड़ियों से नहीं, बल्कि पैदलयात्री और साइकिलिस्ट से भी है। उन्होने कहा की सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए रात में हल्के रंग के कपडे पहनना, पैदल चलते समय सड़क के दांई तरफ चलना जैसी जानकारी साझा की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदर्शनी का उद्घाटन ओएनजीसी के एग्जिक्युटव डायरेक्टर आईडीटी जीएवीएस प्रसाद ने किया। इंडस्ट्री और एकेडमिक इंटरेक्शन के तहत आयोजित इस प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओं को वाहन उद्योग के दिग्गज ब्रांड जैसे निसान, रॉयल एन्फील्ड, फॉक्सवेगन, कीया, हार्ले डेविडसन, ह्युंडई, केटीएम, जीप, मारुती-सुजुकी, टाटा, हीरो, जावा-मोटर्स, रेनॉल्ट, चेतक, ओकिनावा, स्कोडा और लक्जरी राइड्स के हाइब्रिड, इलेक्ट्रिक और नई टेक्नोलॉजी से सुसज्जित कार, स्कूटी और मोटरसाईकिल मॉडलों से रबरू होने का मौका मिला। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
साथ ही छात्र-छात्रओं को वाहन उद्योगों के एक्सपर्ट्स से अपने डॉउट्स क्लियर किये और नई टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी ली। इस मौके पर विश्वविद्यालय के महानिदेषक प्रो. डॉ संजय जसोला, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष, प्रो. डॉ. अश्विनी कुमार शर्मा, ओएनजीसी के जनरल मैनेजर हिमांशु शर्मा, यतार्थ जोशी और स्टूडेंट कोर्डिनेटर अश्मीत एर्रोन दास के साथ साथ शिक्षक और छात्र छात्राएं मौजूद रहे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।