ईपीएफओ ने लॉंच की नई ई पासबुक, दस लाख की जमा राशि पर बढ़कर मिलेगी मात्र इतनी राशि, जानिए कहां जा रहा आपका पैसा
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने अपने अंशधारकों के लिए ई-पासबुक की नई सुविधा शुरू की है। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने मंगलवार को इसे लॉन्च किया। ईपीएफओ ने बताया कि नई सुविधा के जरिये उसके अंशधारक अपने खाते के बारे में अधिक विवरण ग्राफिकल रूप में देख सकेंगे। इस ई-पासबुक पहले के मुकाबले अधिक सुविधजनक है। इसमें सदस्यों को ईपीएफ अकाउंट के बारे में अधिक विस्तार से जानकारी दी जाएगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने बयान जारी कर कहा कि नई पासबुक में अब सदस्य ग्राफिकल रिप्रेजेंटेशन के साथ अपने खाते के बारे में अधिक विवरण देख सकेंगे। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी 2023 में ईपीएफओ में 14.86 लाख सदस्य शामिल हुए हैं। जारी किए गए बयान के मुताबिक, बोर्ड ने पोर्टफोलियो मैनेजर्स के एएमसी के विस्तार और निर्धारित सीमा में निवेश की किसी भी स्वीकार्य श्रेणी में ईटीएफ से आने वाली आय को निवेश करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी। इसके अलावा बयान में कहा गया कि बोर्ड ने ईपीएफओ और एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) के बीच साइन हुए एमओयू को भी मंजूरी दे दी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ईपीएफ पर ब्याज
सरकार की ओर से ईपीएफ खाते पर दी जाने वाली ब्याज दर तय कर दी है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी कि वित्त वर्ष 2022-23 के लिए ईपीएफ पर ब्याज दर 8.15 प्रतिशत निर्धारित की गई है। पिछले साल ईपीएफ पर ब्याज दर 8.10 प्रतिशत थी। हालांकि, श्रमिक संगठन महंगाई के दौर में इस ब्याज राशि को कम बता रहे हैं। उनकी मांग नौ फीसद ब्याज की थी। उनका कहना है कि जहां अडानी की कंपनियों पर करोड़ों रुपये कर्मचारियों की भविष्य निधि का पैसा लगाया जा रहा है, वहीं बदले में कर्मचारियों को ब्याज में मामूली बढ़ोत्तरी की गई है। महंगाई के इस दौर में कर्मचारियों को ब्याज राशि नौ फीसद होने की उम्मीद थी और उनकी उम्मीदों पर झटका लगा है। श्रमिकों का कहना है कि सरकार उन्हें सौ रुपये में मात्र पांच पैसे ब्याज दे रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
खाते में 10 लाख हैं तो मिलेगा सिर्फ 500 रुपये ज्यादा ब्याज
ईपीएफओ के ब्याज दरों में बढ़ोतरी का अंशधारकों को मामूली लाभ मिलेगा। इस वृद्धि के बाद किसी अंशधारक के ईपीएफ खाते में 10 लाख जमा हैं तो 8.15 फीसदी ब्याज के हिसाब से उसे 81,500 रुपये का ब्याज मिलेगा। यह 2021-22 की तुलना में सिर्फ 500 रुपये ज्यादा है। उस दौरान 10 लाख रुपये के जमा पर ईपीएफओ 81,000 रुपये का ब्याज देता था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बजट हुआ तय
ईपीएफओ में निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था सीबीटी की 233वीं बैठक में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने ईपीएफओ की योजनाओं के लिए वित्त वर्ष 2022-23 के लिए संशोधित अनुमान और वित्त वर्ष 2023-24 के अनुमानित बजट को मंजूरी दे दी। साथ ही बोर्ड ने ईपीएफओ के फिजिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुधारने के लिए 2200 करोड़ रुपये के बजट को भी मंजूरी दे दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जानें आपके पैसे कहां लगाता है ईपीएफओ
ईपीएफओ भविष्य निधि खातों में जमा होने वाली राशि का कई जगह निवेश करता है। इस निवेश से होने वाली कमाई का एक हिस्सा वह ब्याज के रूप में अंशधारकों को देता है। ईपीएफओ अपने कुल निवेश का 85 फीसदी हिस्सा डेट में निवेश करता है। इसके तहत सरकारी प्रतिभूतियां और बॉन्ड आते हैं। इस मद में करीब 36,000 करोड़ रुपये का निवेश होता है। बाकी बचे 15 फीसदी हिस्से को ईपीएफओ शेयर बाजार में लगाता है।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।