चुनाव आयोग ने फिजीकली चुनाव कार्यक्रमों पर लगाई हुई है रोक, उत्तराखंड भाजपा 12 से 15 जनवरी तक चला रही कार्यक्रम
उत्तराखंड भाजपा की ओर से 12 से 15 जनवरी तक कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। भाजपा का प्रेस नोट में तो ये भी स्पष्ट हो रहा है कि इसमें जनता का जमावड़ा लगेगा।

ये है चुनाव कार्यक्रम
पांचों राज्यों में सात चरण में विधानसभा चुनाव होंगे। उत्तर प्रदेश में पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होगा और अंतिम चरण की वोटिंग सात मार्च को होगी। पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में 14 फरवरी को मतदान होगा। वहीं, मणिपुर में दो चरणों में मतदान होगा। यहां 27 फरवरी को पहले दौर और 3 मार्च को अंतिम दौर का मतदान होगा। सभी राज्यों में 10 मार्च को मतगणना होगी।
चुनाव आयोग के निर्देश
कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर इस बार चुनाव आयोग भी सख्त कदम उठाने की बात कर रहा है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने बताया कि पांचों चुनाव राज्यों में 15 जनवरी तक रैली, रोड शो आदि की इजाजत नहीं दी जाएगी। किसी भी राजनीतिक दल या उम्मीदवार को फिजिकल चुनावी रैलियों की इजाजत नहीं होगी। किसी भी नुक्कड़ सभा का आयोजन भी नहीं किया जा सकेगा। इसके अलावा चुनाव में जीत के बाद भी जुलूस निकालने पर प्रतिबंध लगाया गया है। डोर टू डोर कैंपेन के लिए केवल 5 लोग ही जा सकते हैं। 15 जनवरी के बाद हालात का जायजा लेकर चुनाव आयोग फैसला लेगा।
अब देखिए भाजपा का कार्यक्रम
भाजपा की ओर से जारी प्रेस नोट के मुताबिक, जनता के सुझावों से आगामी चुनावों को लेकर घोषणा पत्र तैयार करने की दिशा में भाजपा अपने अहम पड़ाव पर पहुंचने वाली है। इसी क्रम में 12 से 15 जनवरी के मध्य प्रदेश के समस्त जिलों में सुझाव पत्र पेटिका एकत्रीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इन अवसर पर संबन्धित जनपद के सांसद, विधायक, प्रदेश पदाधिकारी, विधानसभा प्रभारी समेत वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की उपस्थिती में एलईडी रथों में लगी सुझाव पेटिका, उपस्थित जनता और अन्य माध्यमों से आए सुझावों को पार्टी संगठन को सौंपा जाएगा।
इस प्रेस नोट में आगे कहा गया है कि-गौरतलब है कि पार्टी की भावी नीति निर्धारण को नियोजित करने के लिए विधानसभा स्तर पर प्रवासित एलईडी रथों के साथ लगी सुझाव पेटिका में जनता से सुझाव एकत्र किए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम में निर्धारित तिथि को संबन्धित जिले में मौजूद ऐसे रथों से सुझाव पत्र पेटिका को सार्वजनिक रूप में संबन्धित विधानसभा प्रभारियों द्धारा जिलाध्यक्ष के माध्यम से संघटन को सौंपा जाएग। इस अवसर पर पार्टी की कोशिश होगी कि मौके पर मौजूद अधिक से अधिक लोगों के सुझाव भी तत्काल पेटिका में एकत्र किए जाएं। इस अवसर स्थानीय सांसद, विधायक व प्रदेश संघटन द्धारा निर्धारित पदाधिकारियों समेत समस्त संघटन पदाधिकारी, मोर्चों के अध्यक्ष व स्थानीय नेता उपस्थित रहेंगे। प्रेस नोट में स्पष्ट है कि मौके पर मौजूद अधिक से अधिक लोगों के सुझाव तत्काल पेटिका में एकत्र किए जाएं। यानी कि सुझाव लेने के दौरान भीड़ का जमावड़ा भी लगेगा।
प्रदेश संघटन की ओर से तय कार्यक्रम के मुताबिक उत्तरकाशी में सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह व मनवीर चौहान, चमोली में कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत व बलबीर घुनियाल, रुद्रप्रयाग में सांसद और पूर्व सीएम तीर्थ सिंह रावत व शैलेंद्र बिष्ट, टिहरी में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल व ज्योति प्रसाद गेरोला, देहारादून जिले में कैबिनेट मंत्री सतपाल महराज व सांसद नरेश बंसल, देहरादून महानगर में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी व कुलदीप कुमार और ओ पी कुलश्रेष्ठ, हरिद्वार में कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द व अनिल गोयल, पौड़ी में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत व विपिन केंथुरा, पिथौरागढ़ में कैबिनेट मंत्री विशन सिंह चूंफाल व केदार जोशी, बागेश्वर में सांसद अजय ट्म्टा व पुष्कर सिंह काला, अल्मोड़ा में कैबिनेट मंत्री श्रीमति रेखा आर्य व कैलाश शर्मा, चंपावत में सांसद अजय ट्म्टा व श्रीमति किरण देवी, नैनीताल में कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत व राजेन्द्र भण्डारी, उधमसिंह नगर में कैबिनेट मंत्री अरविंद पाण्डेय व सुरेश भट्ट मुख्य अथिति के रूप में शामिल होंगे।