कर्नाटक में जिस स्थान पर राहुल गांधी ने दिया था मोदी सरनेम वाला बयान, वहीं से शुरू करेंगे चुनाव प्रचार
केंद्रीय चुनाव आयोग की कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद से ही सभी पार्टियां चुनाव तैयारियों में जुट गई हैं। इस बार के चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच माना जा रहा है। चुनाव के ऐलान के बाद से ही दोनों पार्टियों के शीर्ष नेताओं की तरफ से बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है। इस बार के चुनाव में बीजेपी के लिए जहां पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा जैसे शीर्ष नेता चुनाव प्रचार में शामिल होगें, वहीं कांग्रेस के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी प्रचार की अगुवाई करेंगे। खास बात ये है कि राहुल गांधी कर्नाटक में उसी जगह से अपने प्रचार अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं, जहां से उन्होंने 2019 में पीएम मोदी को लेकर बयान दिया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बीजेपी की बढ़ सकती है परेशानी
कर्नाटक में होने वाले चुनाव में जहां बीजेपी राहुल गांधी के मोदी सरनेम वाले बयान को ओबीसी के अपमान के रूप में प्रचारित कर इसे मुद्दा बना रही है। वहीं, कांग्रेस कर्नाटक में बीजेपी सरकार के भ्रष्टाचार को लेकर मुद्दा बनाएगी। इसके साथ ही अडानी से पीएम मोदी के रिश्ते और अडानी की शैल कंपनियों में हजारों करोड़ लगाने वाला आखिर कौन है, इस मामले को लेकर बीजेपी पर आक्रमक नजर आएगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वहीं, बीजेपी परेशान है कि निचली अदालत से दो साल की सजा होने के बावजूद राहुल गांधी अभी तक अपील करने ऊपरी अदालत क्यों नहीं गए। क्या बीजेपी के लिए ये दाव उलटा तो नहीं पड़ सकता है। क्योंकि कांग्रेस आगे क्या चाल चलने वाली है, इसका अभी किसी को पता नहीं है। सवाल ये भी है कि क्या राहुल गांधी कुछ समय तक जेल जाने को तैयार हैं। यदि ऐसा होता है तो बीजेपी के लिए आने वाले दिन और मुसीबत के होने वाले हैं। क्योंकि निचली अदालत से राहुल गांधी को जो अधिकतम सजा सुनाई गई, भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार मानहानि के मामले में हुआ है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कर्नाटक में 10 मई को होगा मतदान
बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग ने घोषणा की कि राज्य में 10 मई को मतदान होगा। चुनाव नतीजे 13 मई को आएंगे. केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने आज कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए तारीखों का ऐलान किया. कर्नाटक में कुल 224 विधानसभा सीटें हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस वक्त राज्य में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का शासन है और बसवराज बोम्मई मुख्यमंत्री हैं। कर्नाटक में कुल 5,21,73,579 वोटर हैं, जबकि 9.17 लाख नए वोटर जुड़े हैं। 1 अप्रैल को जिनकी उम्र 18 साल हो रही है, वे भी वोट कर सकेंगे। 100 बूथों पर दिव्यांग कर्मचारी तैनात रहेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कर्नाटक में 2018 विधानसभा चुनाव के बाद बनी जद (एस)-कांग्रेस की गठबंधन सरकार के गिर जाने के बाद 2019 जुलाई में कर्नाटक में भाजपा सत्ता में आई थी। जद (एस)-कांग्रेस गठबंधन के कई बागी विधायकों का समर्थन हासिल कर भाजपा ने यह सरकार बनाई थी। बाद में बागी विधायक भाजपा में शामिल हो गए और उपचुनाव लड़कर जीते। वर्तमान विधानसभा में भाजपा के 121 विधायक हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस के पास 70 और जद (एस) के पास 30 विधायक हैं. भाजपा ने अपने कार्यकाल के दौरान मुख्यमंत्री भी बदल दिया। बी.एस. येदियुरप्पा ने जुलाई, 2021 में मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था और उनके स्थान पर मौजूदा मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई गद्दी पर बिठाए गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है मोदी सरनेम वाले बयान का मामला
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 2019 में दर्ज ‘मोदी सरनेम’ वाले आपराधिक मानहानि के मामले में गुजरात के सूरत की जिला कोर्ट ने कल 23 मार्च को दोषी करार दे दिया है। साथ ही उन्हें दो साल की सजा सुनाई गई और हाथों हाथ बेल भी दे दी गई है। साथ ही उन्हें कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ 30 दिन की अपील का समय दिया गया है। राहुल गांधी ने कोर्ट में साफ कहा कि मैं माफी नहीं मांगूंगा। यह मामला राहुल गांधी की ओर से दिए गए ‘मोदी उपनाम’ संबंधी टिप्पणी से जुड़ा है। राहुल के खिलाफ यह मामला उनकी उस टिप्पणी को लेकर दर्ज किया गया है, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा था-क्यों सभी चोरों का समान उपनाम मोदी ही होता है? इस मामले में जब फैसला सुनाया गया, तब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सूरत जिला न्यायालय में मौजूद रहे। इससे पहले उन्होंने कहा था कि कोई उन्हें जो सजा देगी, वो उन्हें मंजूर होगी। उन्हें ऊपरी अदालत में अपील करने के लिए 30 दिन की मोहलत देते हुए उनकी सजा को निलंबित किया था। अब लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी की सदस्यता को रद्द कर दिया है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।