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November 11, 2024

अर्थ आवर 2022 आज: अभिनेता और पर्यावरण कार्यकर्ता विभूति भूषण बेहरा ने की स्विच ऑफ की अपील

बॉलीवुड अभिनेता और पर्यावरण कार्यकर्ता विभूति भूषण बेहरा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि यह माहौल हमें जरूरी संसाधन मुहैया कराता है और हमारी सभी जरूरतों को पूरा करता है।

हर साल, मार्च के अंतिम शनिवार को रात 8:30 बजे, 190 से अधिक देशों और क्षेत्रों में समर्थक एकजुट होते हैं। इस दौरान वे ऊर्जा को बचाने के लिए घरों की बिजली करीब एक घंटे तक बंद करते हैं। साथ ही पृथ्वी के सामने आने वाले मुद्दों पर कार्रवाई करते हैं और जागरूकता बढ़ाते हैं। बॉलीवुड अभिनेता और पर्यावरण कार्यकर्ता विभूति भूषण बेहरा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि यह माहौल हमें जरूरी संसाधन मुहैया कराता है और हमारी सभी जरूरतों को पूरा करता है।
आजकल, भारत और दुनिया भर में, ग्रीनहाउस गैसें तेजी से बढ़ रही हैं और दुनिया भर के प्रमुख महानगरों में कुछ क्षेत्रों में सबसे अधिक प्रदूषण दर्ज किया गया है। हमें अपनी धरती मां को CO2 उत्सर्जन और ग्रीनहाउस गैसों के माध्यम से प्रदूषण से बचाने के लिए एक साथ आने की जरूरत है। आइए संकल्प लें बेहतर धरती के लिए। लोगों के लिए, ग्रह के लिए एकजुट होने के लिए अपनी रोशनी बंद करने के लिए मुझसे जुड़ें (जहां ऐसा करना सुरक्षित है)।
अर्थ आवर पृथ्वी के लिए सिर्फ एक घंटे से ज्यादा का होता है। यह हमारे अपने भविष्य के लिए, लोगों और ग्रह के लाभ के लिए एक आंदोलन है। और यह न केवल एकजुटता का प्रतीक है – यह परिवर्तन के लिए उत्प्रेरक है, भीड़ की शक्ति का उपयोग करता है। पृथ्वी भर के पर्यावरण कार्यकर्ता, अभिनेता, संगीतकार और समर्थक आज रात 8:30 बजे अर्थ आवर 2022 पर “गैर-आवश्यक” लाइट बंद करने के लिए एकजुट होने जा रहे हैं।
इसलिए मनाया जाता है ये दिन
बिजली बचाने के मकसद से दुनियाभर में विश्व भर में `अर्थ आवर डे` मनाया जाता है। अर्थ ऑवर वर्ल्ड वाइड फंड (WWF)का एक अभियान है। जिसका मकसद लोगों को बिजली के महत्व के प्रति और पर्यावरण सुरक्षा के प्रति जागरुक करना है। अर्थ आवर में दुनियाभर के नागरिकों से न सिर्फ एक घंटे के लिए गैरजरूरी लाइट्स को बंद रखने की अपील की जाती है, बल्कि सौर ऊर्जा को भी अपनाने की सलाह भी दी जाती है।
2007 में हुई थी अर्थ आवर की शुरुआत
अर्थ आवर की शुरुआत वर्ष 2007 में ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर से हुई थी और धीरे-धीरे यह दुनियाभर में पॉपुलर हो गया। 2008 में 35 देशों ने अर्थ आवर डे में हिस्सा लिया। अब अर्थ आवर डे में 190 देश शामिल हो गए हैं।
मार्च के आखिरी शनिवार को मनाया जाता है ये दिन
आमतौर पर अर्थ आवर हर साल मार्च के आखिरी शनिवार को मनाया जाता है। कई लोग कैंडल जलाकर अर्थ आवर को सेलिब्रेट करते हैं।
अर्थ आवर की जरूरत
सवाल है कि हमें क्यों इसका हिस्सा बनना चाहिए। इस अभियान में एक घंटे के लिए बिजली बचा लेने से कोई बड़ा बदलाव तो नहीं हो जाएगा। एक दिन लिए की गई कोशिश और लोगों की एकजुटता में यह सन्देश देने की कोशिश करते हैं कि बिजली बचाएं। कोशिश करें कि क्लाइमेट में तेजी से हो रहे बदलाव के प्रति लोगों को जागरूक करें।


प्रस्तुतकर्ता का परिचय
नाम-पुरु बंसल, कॉपीराइटर और sub-editor, Onlymyhealth। भोपाल, मध्य प्रदेश।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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