पृथ्वी दिवसः एसआरएचयू में एकजुट हुए विशेषज्ञ, पर्यावरण संरक्षण को बताया अहम, नारी शिल्प में प्रतयोगिताएं
देहरादून के डोईवाला स्थित स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जौलीग्रांट में विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसमें विशेषज्ञ वक्ताओं ने पृथ्वी पर मंडरा रहे संकट को दूर करने के लिए पर्यावरण संरक्षण को बेहद आवश्यक बताया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सोमवार को विश्वविद्यालय के आदिकैलाश सभागार में नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज उत्तराखंड चैप्टर देहरादून के तत्वावधान में आयोजित विश्व पृथ्वी दिवस पर आयोजित अतिथि व्याख्यान को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता प्रख्यात इतिहासकार एवं पर्यावरणविद् अजय शर्मा ने कहा कि पृथ्वी मनुष्यों के साथ ही करोड़ जीव -जंतुओं और वनस्पतियों के रहने का स्थान है, लेकिन मनुष्य अपने आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पृथ्वी को लगातार नुकसान पहुंचा रहा है। इसके चलते प्राकृतिक आपदाएं आ रही है। इस दौरान उन्होंने देहरादून शहर के इतिहास, धरोहर और वर्तमान भौगोलिक स्वरूप के बारे में जानकारी दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एसआरएचयू जौलीग्रांट के कुलपति डॉ. राजेन्द्र डोभाल ने कहा कि इस वर्ष विश्व पृथ्वी दिवस की थीम ‘प्लैनेट वर्सेस प्लास्टिक’ है। इस थीम का उद्देश्य सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को समाप्त करना और उसके विकल्प की तलाश पर जोर देना है। एसआरएचयू ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर मिसाल स्थापित की है। प्लास्टिक निस्तारण को लेकर प्लास्टिक बैंक की स्थापना की गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
रिसर्च एंड डेवलपमेंट की निदेशक डॉ. बिन्दू डे उपस्थित सभी लोगों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान महानिदेशक (शैक्षणिक विकास) डॉ. विजेन्द्र चौहान, कुलसचिव डॉ. मुकेश बिजल्वाण सहित विभिन्न कॉलेजों के फैकल्टी सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वहीं, हिमालयन कॉलेज आफ नर्सिंग (एचसीएन) के कम्यूनिटी हैल्थ नर्सिंग विभाग की ओर से थानों गांव में जागरुकता अभियान चलाया गया। इसमें बीएससी नर्सिंग के छात्र-छात्राओं ने प्राथमिक विद्यालय थानो में बच्चों को नाटिका व पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस दौरान प्रिसिंपल डॉ. संचिता पुगाजंडी व कविता सोलंकी ने पौधे रोपे। इस अवसर पर अतुल कुमार, शोभा मसीह, चंदन कुमार, जॉन डेविडसन आदि फैकल्टी उपस्थित रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
फूल चन्द्र नारी शिल्प मंदिर गर्ल्स इंटर कॉलेज में प्रतियोगिताएं
देहरादून के चकराता रोड स्थित फूल चंद्र नारी शिल्प मंदिर गर्ल्स इंटर कॉलेज में भाषण व पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस मौके पर धरा के सौंदर्य और हरियारी को बनाए रखने का संकल्प लिया गया। सुबह प्रातः प्रार्थना सभा में शिक्षिका सुजाता शर्मा ने छात्राओं को पृथ्वी दिवस के महत्व को समझाते हुए पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। प्रधानाचार्या मोना बाली ने छात्राओं को बताया कि वातावरण को संरक्षित व लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर वर्ष पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर विद्यालय में भाषण व पोस्टर प्रतयोगिता दो वर्गों में आयोजित की गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भाषण प्रतियोगिता का परिणाम
प्रथम – शिवानी राणा कक्षा- 12,
पोस्टर प्रतियोगिता वरिष्ठ वर्ग
प्रथम – नंदनी- कक्षा– 12
द्वितीय- प्रेरणा नेगी- कक्षा-9
तृतीय- सलोनी वर्मा -कक्षा- 12
सांत्वना – शिवानी- कक्षा- 9
पोस्टर प्रतियोगिता कनिष्ठ वर्ग
प्रथम – अलीशा- कक्षा–8
द्वितीय-रेखा -कक्षा–7
तृतीय- खुशबू -कक्षा–7
सांत्वना – प्रिया कुमारी-कक्षा- 8 (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पेन-इंडिया स्कूल में चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित
विश्व पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में देहरादून में पेन-इंडिया स्कूल भानियवाला में संचालित सीएससी बाल विद्यालय ड्राइंग एंड क्राफ्ट एक्टिविटी का आयोजन किया गया। नौनिहालों ने पृथ्वी के चित्रों पर रंग भरकर पृथ्वी संरक्षण का दिया संदेश दिया। सोमवार को भानियावाला स्थित पेन-इंडिया स्कूल में पृथ्वी व पर्यावरण से संबंधित चित्रों पर नौनिहालों ने अपने मनचाहे रंग भरे। इन रंगों के जरिये बच्चों ने दुनिया को पृथ्वी संरक्षण का संदेश दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पेन-इंडिया फाउंडेशन के संरक्षक व प्रतिष्ठित वैज्ञानिक डॉ.प्रकाश केशवया ने अपने संदेश में कहा कि नौनिहाल ही हमारा भविष्य हैं, इसलिए इनको पृथ्वी और पर्यावरण संरक्षण के लिए अभी से जागरुक करना जरूरी है। पेन-इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक अनूप रावत ने बताया कि पृथ्वी दिवस एक वार्षिक आयोजन है, जिसे 22 अप्रैल को दुनिया भर में पर्यावरण संरक्षण के समर्थन में आयोजित किया जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
फाउंडेशन के सहसंस्थापक व निदेशक संतोष बुड़ाकोटी ने बताया कि पेन-इंडिया स्कूल में बच्चों को सिर्फ किताबी ज्ञान तक ही सीमित नहीं रखा जाता। बच्चों के समग्र विकास के लिए एक्टीविटी बेस्ड एजुकेशन दी जाती है, ताकि वह आसानी से उसे समझ सकें। शिक्षिकाएं ऋतु शर्मा, दीपालिका नेगी, दीपाली तोपवाल, निर्मला गुसाईं ने बच्चों को पृथ्वी संरक्षण दिवस का महत्व बताया।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।