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November 14, 2024

दशहरा आज, पूजा पांडालों में सिंदूर खेला के बाद होगा दुर्गा का विसर्जन, हथियारों की होगी पूजा, ये है शुभ मुहूर्त

इस साल दशहरा आज यानी कि पांच अक्टूबर, बुधवार को यानी आज मनाया जा रहा है। इसके साथ ही पूजा पांडालों में सिंदूर खेला के बाद मां दुर्गा की मूर्तियों को विसर्जन के लिए नदियों में ले जाया जाएगा। नौ दिन के नवरात्रि पर्व के बाद आश्विन शुक्ल दशमी तिथि को दशहरा मनाया जाता है। हिंदू में इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत के तौर पर मनाया जाता है। पौराणिक धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्रीराम ने आश्विन शुक्ल दशमी तिथि को रावण का वध किया था। यही वजह है कि हर साल इस तिथि रावण का पुतला दहन किया जाता है। इसके अलावा इस दिन आयुध पूजा का भी विधान है। लोग विजयादशमी के दिन अस्त्र और शस्त्र की पूजा करते हैं। इसके अलावा विजयादशमी के दिन नए कार्य शुरू किए जाते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

दशहरा यानी विजयादशमी का शुभ मुहूर्त
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस बार दशहरा पर कई शुभ योग और मुहूर्त बन रहे हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, दशमी तिथि की शुरुआत 4 अक्टूबर, 2022 को दोपहर 2 बजकर 21 मिनट पर शुरू हो रही है। दशमी तिथि की समाप्ति 5 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे होगी। श्रवण नक्षत्र 4 अक्टूबर को रात 10 बजकर 51 मिनट से 5 अक्टूबर को रात 9 बजकर 15 मिनट तक रहेगा।
दशहरा पर विजय मुहूर्त- दोपहर 2 बजकर 07 मिनट से 2 बजकर 54 मिनट तक
अपराह्न पूजा का शुभ मुहूर्त- दोपहर 1 बजकर 20 मिनट से 3 बजकर 41 मिनट तक
अमृत काल शुभ मुहूर्त- 5 अक्टूबर सुबह 11 बजकर 33 से दोपहर 1 बजकर 2 मिनट तक
दुर्मुहूर्त- 5 अक्टूबर सुबह 11 बजकर 51 मिनट से 12 बजकर 38 मिनट तक (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सूर्यास्त के बाद से रात साढ़े आठ तक होगा रावण दहन
दशहरा यानी विजयादशमी के दिन रावण दहन का शास्त्रीय विधान है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस बार 5 अक्टूबर को रावण के पुतला का दहन करने का शुभ समय सूर्यास्त के बाद से रात 08 बजकर 30 मिनट तक है। ज्योतिष शास्त्र की मान्यता के अनुसार, रावण दहन हमेशा प्रदोष काल में श्रवण नक्षत्र में ही किया जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

महानवमी में आयोजित किए सांस्कृतिक कार्यक्रम, पुरस्कार वितरित
दूनघाटी मां दुर्गा सेवा समिति (रजि) देहरादून के तत्वावधान में कालिन्दी एन्क्लेव कांवली स्थित पार्क में 12वें शरदोत्सव में महानवमी के दिन सुबह करीब साढ़े आठ बजे पंडित शिव शंकर एवं अनुपम के मन्त्रोच्चारण के साथ महानवमी पूजा, साढ़े दस बजे पुष्पांजलि एवं प्रसाद वितरण, दोपहर 12 बजे हवन पूर्णाहुति, एक बजे भोग भंडारा का आयोजन किया गया। संघ्या आरती 7 बजे हुई। इसके बाद रात आठ बजे से बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। सांस्कृतिक कार्यक्रम में सामूहिक गीत अम्बे, गणेश पूजन, उत्तराखण्ड संस्कृति की झलक आदि अनेक कार्यक्रमों की प्रस्तुति ने दर्शकों का मनमोहा। कार्यक्रम में रीमा, अदिति, रीना, अर्नव, अर्मिमा, समृद्धि, इन्द्राणी आदि ने हिस्सा लेकर दर्शकों को मन्त्रमुग्ध किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इसके बाद बच्चों तथा पूजा महोत्सव को सफल बनाने के लिए सर्टिफिकेट एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन रेणु गोयल एवं प्रो. प्रदीप सिंह ने किया। आज पांच अक्टूबर को विसर्जन व देवी नौकायें गमन होगा। इसके तहत दशमी पूजा 8 बजे प्रात:, सिन्दूर खेला सुबह 9:15 बजे, विसर्जन के लिए हरिद्वार प्रस्थान सुबह 10बजे, शान्ति जल एवं विजय सम्मेलन रात आठ बजे शाम को होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

ये रहे उपस्थित
शरदोत्सव के मौके पर दूनघाटी मां दुर्गा सेवा समिति के संरक्षक धर्म सोनकर, अध्यक्ष रामपद जाना, उपाध्यक्ष नीरज अग्रवाल, सचिव अनन्त आकाश, कोषाध्यक्ष निमई, संगठन सचिव नन्द किशोर, प्रचार सचिव हरीश चन्द झा, मनीष गुप्ता, आर के सिन्हा, एम एन पराशर, डीडी डालाकोटी, पीके अग्रवाल, एसएन सिंह , भोलेनाथ राय, प्रभाकर गुप्ता, संजीव जैन, केके कुमार, अमित शाहा, अध्यक्ष सोसायटी जेके सिंह, वाई के त्यागी, सुभाष डंडरियाल, डाक्टर श्रुति शर्मा, प्रदीप सिंह, एचएस आहुजा, शोभा सोनकर, माधवी जाना, रोमा, रीमा, ममता झा, अन्नु राणा, कंचन, मनीषा पटेल, नीलम अग्रवाल, दीपा गुप्ता, पुष्पा प्रजापति, डिंपल जैन, रितु मलिक राजीव बजाज, प्रदीप गोयल, एके सिंह, अर्जुन सिंह त्यागी, गौतम सोनकर आदि अनेक प्रमुख लोग शामिल थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सीएम धामी ने दी दशहरा की बधाई
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को विजयादशमी, दशहरा पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि विजयादशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। शक्ति की उपासना का यह पर्व, हमें जीवन की कठिनाइयों से पार पाने की प्रेरणा देता है। यह पर्व हमें विश्वास दिलाता है कि सत्य के मार्ग में कितनी भी परेशानियां और कठिनाईयां क्यों न हो, विजय सदा सत्य की होती है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का जीवन हम सभी के लिये प्रेरणा हैं। उन्होंने समाज के हर वर्ग को जोड़ने का काम किया।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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