इस बार नहीं होगा दशहरे का मेला, प्रशासन ने लगाया प्रतिबंध, घर में बैठकर मनाएं दशहरे का पर्व
भारी भीड़ जुटने और स्थिति बिगड़ने के मद्देनजर इस बार दशहरे का मेला प्रतिबंधित कर दिया गया है। लोगों को घर बैठकर ही दशहरे का पर्व मनाना होगा। इस संबंध में जिलाधिकारी देहरादून ने आदेश जारी कर दिए।
देहरादून के जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया कि भारत सरकार एवं उत्तराखंड सरकार से जारी गाईडलाईन में वर्णित प्राविधानों के अुनसार कोविड-19 संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए इस वर्ष विजयदशमी (दशहरा) के मुख्य पर्व पर किसी भी धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं को एकत्रित होने में अग्रिम आदेशों तक प्रतिबन्ध रहेगा।
इसके तहत दशहरे के अवसर पर आयोजित होने वाले मेलों को प्रतिबंधित किया गया है। साथ ही चेतावनी दी गई है कि आदशों के उल्लंघन की दशा में महामारी अधिनियम के अन्तर्गत वर्णित प्राविधानों के अन्तर्गत कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। जिलाधिकारी ने जनपद क्षेत्रान्तर्गत कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए नगर मजिस्ट्रेट सहित सम्बन्धित उप जिलाधिकारियों को तैनात किया है।
शालीनता से घर पर मनाएं पर्व
जिलाधिकारी ने जनपदवासियों को दशहरे की शुभकामनाएं देते हुए जनमानस से दशहरे के त्यौहार को शालीनता से मनाने तथा कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत धार्मिक स्थलों, बाजारों, सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ एकत्रित न करने की अपेक्षा की। उन्होंने त्यौहार को अपने परिवार के साथ घर पर ही मनाने का अपील की है।
जिलाधिकारी ने अवगत कराया है वर्तमान में कोविड-19 संक्रमण के नियंत्रण हेतु क्रियान्वित तालाबन्दी के सम्बन्ध में मुख्य सचिव उत्तरखण्ड शासन द्वारा जारी आदेश अन्तर्गत क्रमवार तालाबन्दी की क्रमवार समाप्ति आदेश (अनलॉक-1,2,3,4,5) कर नवीन मानक प्रचालन विधि (एसओपी) जारी की गई है।
रामलीला मंचन को भी नहीं मिली थी अनुमति
देहरादून में इस बार रामलीलाओं के मंचन की भी किसी भी संस्था को अनुमति नहीं दी गई थी। नवरात्र की शुरुआत से ही दून में विभिन्न स्थानों पर रामलीलाओं का मंचन होता है। इस बार कोरोनाकाल में भीड़ जुटने के अंदेशे में ऐसा किया गया।
दशहरा मेला में जुटती है हजारों की भीड़
देहरादून में दशहरा मेले का मुख्य आयोजन परेड मैदान में होता है। इसे बन्नू विरादरी के लोग आयोजित करते हैं। इस बार बन्न समुदाय के लोग बन्नू स्कूल में दशहरा मेला आयोजित करने की तैयारी कर रहे थे। प्रशासन ने अब सभी तरह के मेलों को प्रतिबंधित कर दिया है। इसके अलावा प्रेमनगर, रायपुर सहित दून के अन्य शहरों में भी दशहरा मेला लगता है। इनमें हजारों की भीड़ उमड़ती है।