मूसलाधार बारिश से देश में 22 राज्यों के 235 जिले बाढ़ से प्रभावित, उत्तराखंड के पौड़ी और उत्तरकाशी में बादल फटे

देशभर में मॉनसून की भारी बारिश हो रही है. बारिश के बाद देश के 22 राज्यों के 235 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। कम से कम 10 हजार मकान तबाह हो गए हैं। कई हेक्टेयर फसल भी बारिश और बाढ़ में खराब हो चुकी है। इस बीच महाराष्ट्र में भारी बारिश का अलर्ट है। उत्तराखंड में पांच दिन तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस बीच पौड़ी और उत्तरकाशी में बादल फटने से भारी तबाही हुई। खेत के खेत तबाह हो गेए हैं। बदरीनाथ, गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे बंद है। इसे खोलने के प्रयास हो रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पौड़ी जिले में भारी तबाही
पौड़ी जिले में थलीसैंण ब्लाक के अंतर्गत ग्राम रौली में बीती रात बादल फटने से भारी नुकसान हुआ। गांव के दोनों किनारों पर मौजूद बरसाती गदेरे ऊफान पर आने से गांव की करीब दो हेक्टेयर कृषि भूमि के साथ एक गोशाला भी बह गई। गोशाला में दो बैल और 11 बकरियां थी। इसके साथ ही थलीसैंण-पीठसैंण मोटर मार्ग पर स्थित एक पुल की दीवार भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। प्रशासन ने पुल पर आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी है। रौली गांव में बादल फटने से गांव के तमाम रास्ते और गांव में घरों को एक-दूसरे से जोड़ने वाली आठ पुलिया बह गईं। बताया जा रहा है कि घराट भी तेज बहाव में बह गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
घरों में घुसा बाढ़ का पानी
कोटद्वार में देर शाम मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। बारिश से पनियाली गदेरा अचानक उफान पर आ गया। जिससे लोगों के घरों में बाढ़ का पानी घुस गया। वहीं, आस-पास के इलाकों में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तरकाशी में भारी नुकसान
सीमांत जनपद उत्तरकाशी में रात करीब दो बजे से भारी वर्षा जारी है। बडकोट के निकट राजतर गंगनानी क्षेत्र में वर्षा से नुकसान होना बताया जा रहा है। रात का समय होने और बिजली न होने के कारण अभी नुकसान का आंकलन नहीं है। भले अभी कोई जनहानि की सूचना नहीं है। भारी वर्षा के कारण बिजली आपूर्ति भी ठप है। राजतार में रहने वाले दो परिवारों के घरों के बीच एक नाला उफान पर है। राजतर के पास एक कैंप साइड में दो से अधिक टेंट बहने की सूचना है। भले ही इन टेंटों में कोइ्र भी व्यक्ति नहीं था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बडकोट, गंगनानी, राजतर, नंदगांव क्षेत्र में ग्रामीण और स्थानीय निवासी भय के कारण रात भर जागे। जगह-जगह पत्थर व मलबा आने के कारण उपजिलाधिकारी राजतर नहीं पहुंच पाए हैं। राजतर गंगनानी में नंदगांव की ओर से आने वाले बरसाती गदेरे में उफान आया है। जिसके कारण सड़क पर मलबा आ गया है। यमुनोत्री हाईवे जगह-जगह मलबा, बोल्डर और दलदल होने से आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। उधर, पुरोला इलाके में आधी रात से मूसलाधार बारिश हो रही है। छाडा खंड में उफान से तीन छोटी गाड़ी और बाइक बहने की खबर है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड का मौसम
शनिवार को देहरादून सहित आसपास के इलाकों में सुबह से ही भारी बारिश हो रही है। पर्वतीय इलाकों का भी यही हाल है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, आज 22 जुलाई को राज्यभर के जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। 26 जुलाई तक इसी तरह का मौसम रहेगा। इस दौरान कहीं कहीं भारी बारिश, आकाशीय बिजली चकमने और तेज बौछारों की संभावना है। पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ सकती हैं। नदी नालों के किनारों पर रहने वालों को सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी गई है। क्योंकि, नदियों और नालों का जल प्रवाह बढ़ने की संभावना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
तापमान की स्थिति
देहरादून के तापमान की बात करें तो कल की अपेक्षा इसमें गिरावट है। 22 जुलाई की सुबह करीब 11 बजे देहरादून का तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के करीब था। इसके अधिकतम 25 डिग्री रहने की संभावना है। 23 जुलाई से लेकर 29 जुलाई तक अधिकतम तापमान 28 से 29 डिग्री के बीच रहेगा। वहीं न्यूनतम तापमान 24 डिग्री रहने की संभावना है। देहरादून में 29 जुलाई तक हर दिन बारिश की संभावना है।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

Bhanu Prakash
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।