ग्राफिक एरा में डीएसटी साइंस कैम्प शुरू, मूल सिद्धांतो को स्पष्ट रखने पर जोर

देहरादून में ग्राफिक एरा में डीएसटी सांइस कैम्प शुरू हो गया। कैम्प में हाई स्कूल में अच्छे अंको से उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को विज्ञान के विभिन्न विषयों का प्रशिक्षण दिया जायेगा। डीएसटी-इंसपायर इंटर्नशिप साइंस कैम्प देश के विभिन्न स्थानों पर आयोजित किया जा रहा है। इसमें ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी भी शामिल हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कैम्प के पहले दिन आज कुलपति डा. नरपिन्दर सिंह ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि विज्ञान के छात्र-छात्राओं के लिए मूल सिद्धांतो को स्पष्ट रखना बहुत आवश्यक है। यह भविष्य में इंटरव्यू जैसी चुनौतियों का सामना करने में भी मददगार साबित होगा। उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास बढ़ाने और सम्पूर्ण विकास के लिए छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों में भी भाग लेना चाहिए। डा. नरपिन्दर सिंह ने छात्र-छात्राओं को नशे से दूर रहने, गुरू व माता-पिता का सम्मान करने, संतुलित आहार लेने और विनम्र रहकर कढ़ी मेहनत करने की सलाह दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कैम्प में पंजाब यूनिवर्सिटी के एमरूटस प्रोफेसर प्रो. केके भसीन ने कहा कि मनुष्य का जीवन मैटिरियल्स पर निर्भर करता है। पेंसिल से लेकर कपड़ों तक में विभिन्न प्रकार के मैटिरियल का इस्तेमाल किया जाता है। हीरे का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि हीरे की तरह कीमती बनने के लिए छात्र-छात्राओं को कढ़ी मेहनत करके खुद को तराशना होगा। उन्होंने छात्र-छात्राओं को विभिन्न कैमिकल रिएक्शन की जानकारी दी और प्रयोग के जरिए नाईट्रेटेड कॉटन की विशेषताओं पर भी प्रकाश डाला। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सीएसआईआर-नेशनल फिजिकल लैबोरेट्री के निदेशक प्रो. वेणु गोपाल अचंता ने मेटा मैटिरियल पर जानकारी देते हुए कहा कि किसी भी वस्तु को सटीकता से नापने के लिए मेटा मैटिरियल को उपयोग किया जाता है। यह मैटिरियल प्राकृतिक तौर पर मौजूद नहीं होते हैं। इन्हें कृत्रिम रूप से संचरित किया जाता है। उन्होंने कहा कि मेटा मैटिरियल दूरसंचार प्रणालियों को सुधारने, सेंसर के रिसोल्यूशन व संवेदनशीलता बढ़ाने, एंटीना और आप्टिकल फिल्टर आदि में किया जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस कैम्प में पण्डित पूर्णानन्द तिवारी आईसी जसपुर, निर्मल आश्रम ऋषिकेश, एपीएस अल्मोड़ा, आश्रम वेदिक विकासनगर, जीजीआईसी कोटद्वार, एपीएस बीरपुर सहित 13 विद्यालयों के छात्र-छात्राएं भाग ले रहे हैं। यह कैम्प पांच दिन चलेगा। कैम्प में आज ग्राफिक एरा के विशेषज्ञ प्रो. फतेह सिंह गिल ने छात्र-छात्राओं को डिफ्रैक्शन आॅफ लाइट विषय पर प्रशिक्षण दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
साइंस कैम्प का आयोजन केन्द्र के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने किया। कैम्प में कार्यक्रम संयोजक प्रो. अरूणिमा नायक व डा. अरूण कुमार के साथ डा. प्रतिभा नैथानी, डा. मनु पंत, डा. अंजु रानी, शिक्षक शिक्षिकाएं, पीएचडी स्कॉलर और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।