अपराध को धार्मिक चश्मे से ना देखो, यहां पिता ने ही की थी बेटी की हत्या, फिर सूटकेस में टुकड़े डालकर सड़क पर फेंका
दिल्ली में श्रद्धा हत्याकांड को लेकर ट्रोल आर्मी सोशल मीडिया में जाति और धर्म के नाम पर इस मामले को लेकर प्रचार कर रही है। गुजरात चुनाव में तो इसे सांप्रदायिक रंग देकर वोट बटोरने की राजनीति हो रही है। इस घटना को लेकर एक धर्म के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। श्रद्धा हत्याकांड को धार्मिक चश्मे से देखा जा रहा है। वहीं, हमारा मानना है कि अपराधी की ना कोई जाति होती है और ना ही धर्म होता है। इससे श्रद्धा हत्याकांड से पहले देहरादन में अनुपमा गुलाटी हत्याकांड हो चुका है। इसमें भी पति राजेश गुलाटी ने पत्नी के कई टुकड़े किए और फिर लाश को ठिकाने लगाया था। इसी तंदूरकांड हो या अन्य मामले। किसी को जाति और धर्म की बजाय अपराध की दृष्टि से देखना चाहिए। क्योंकि अपराधी का कोई जाति और धर्म नहीं होता। वह सिर्फ अपराधी होता है। अब यूपी में एक ऐसी ही घटना सामने आ गई। मामला यूपी के आजमगढ़ का है। जहां एक युवक ने अपनी पूर्व प्रेमिका की सिर्फ इसलिए हत्या की क्योंकि उसने उसके अलावा किसी और शादी कर ली। आरोपी इतने पर ही नहीं रुका, उसने लड़की की हत्या करने के बाद उसके शव के 6 टुकड़े भी किए। वहीं, मथुरा में यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे ट्रॉली बैग में मिली लाश की गुत्थी भी पुलिस ने सुलझा ली है। इसमें भी पिता ने ही बेटी की हत्या की। श्रद्धा हत्याकांड को धार्मिक रंग देने वालों को सलाह है कि इस हत्यारोपी की जाति के साथ धर्म भी देख लो। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे ट्रॉली बैग में मिली लाश की शिनाख्त हो गई है। पुलिस के मुताबिक, लाश आयुषी यादव (21) की है, जो बदरपुर की रहने वाली थी। रविवार को मृतका की मां और भाई ने शव की शिनाख्त की. पुलिस के मुताबिक, मामला ऑनर किलिंग का है. पुलिस की शुरुआती जांच के मुताबिक, आयुषी के पिता ने बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. फिर ट्रॉली बैग में लाश को रखकर उसे एक्सप्रेस-वे के किनारे फेंक दिया थ। पुलिस ने आरोपी पिता और मां को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस मर्डर वेपन की भी तलाश में जुटी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आयुषी चौधरी बदरपुर के गली नंबर 65 गांव मोड बंद में रहती थी। उसका भरतपुर के रहने वाले एक लड़के से अफेयर था। यह लड़का उसके क्लासमेट का रिश्तेदार है। माता-पिता को बेटी का ये अफेयर मंजूर नहीं था। 17 नवंबर की दोपहर आयुषी का उस लड़के को लेकर मां से झगड़ा हुआ। फिर मां ने पिता को इसके बारे में बता दिया। पहले से मां और पिता दोनों ने मिलकर बेटी को समझाने की कोशिश की, लेकिन नहीं मानने पर गुस्से में आए पिता ने लाइसेंस रिवॉल्वर से सीने में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आयुषी अक्सर देर रात तक घर से बाहर रहती थी, जो पिता को नागवार था। सूत्र यह भी दावा कर रहे हैं कि उसने परिवार की मर्ज़ी के बिना दूसरी जाति के युवक से शादी कर ली थी। इन्हीं सब वजहों से नाराज़ पिता ने बेटी की हत्या कर दी और शव को सूटकेस में भरकर मथुरा में फेंक दिया। मथुरा एसपी के मुताबिक, बेटी के कत्ल के आरोप में मां-बाप को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ जारी है। इससे पहले रविवार को मथुरा में पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंची आयुषी की मां ब्रजवाला और भाई आयुष ने शव की शिनाख्त की थी। शिनाख्त के बाद परिवार बिना किसी से बात किए सीधे पुलिस के साथ गाड़ी में बैठकर निकल गए।
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Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




