हर सब्जी में नहीं डलता टमाटर, नहीं तो बिगड़ जाएगा स्वाद, जानिए स्वाद की जरूरी जानकारी
टमाटर अमूमन लोग हर सब्जी या दाल में इस्तेमाल करते हैं। आपको जानकारी होनी चाहिए कि टमाटर कई सब्जियों में नहीं डाला जाता है। कारण ये है कि टमाटर डालने से कुछ सब्जियों का स्वाद बिगड़ जाता है। ऐसे में आपको भी इन सब्जियों को पकाते समय टमाटर डालने की गलती नहीं करनी चाहिए। अगर आपने इन सब्जियों में टमाटर एड किया तो आपकी डिश का पूरा टेस्ट खराब हो सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कुछ सब्जियों में टमाटर डालने से बचें
बहुत थोड़ी सी सब्जियां ऐसी हैं, जिनमें टमाटर नहीं डाला जाता। ऐसे में आपको भी कुछ सब्जियों में टमाटर डालने से बचना चाहिए। ऐसी सब्जियों में भिंडी, करेला, अरबी, बंडा, पत्तेदार साग में चौलाई, पालक, मेथी, बथुआ में टमाटर डालने से इनका स्वाद बिगड़ सकता है। कटहल, करौंदा, ककोरा, सेम में भी टमाटर डालने की फूड एक्सपर्ट सलाह देते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
टमाटर के बारे में भी जानिए
टमाटर खाने योग्य है। पौधे की बेरी सोलनम लाइकोपर्सिकम, आमतौर पर टमाटर के पौधे के रूप में जाना जाता है। इस प्रजाति की उत्पत्ति पश्चिमी दक्षिण अमेरिका, मैक्सिको और मध्य अमेरिका में हुई। मैक्सिकन नाहुआट्ल शब्द टोमैटल ने स्पेनिश शब्द टोमेट को जन्म दिया। इससे अंग्रेजी शब्द टोमैटो निकला। एज़्टेक साम्राज्य की स्पैनिश विजय के समय एज़्टेक ने अपने खाना पकाने में टमाटर का इस्तेमाल किया और एज़्टेक के साथ संपर्क के बाद पहली बार स्पैनिश का सामना करने के बाद वे पौधों के व्यापक हस्तांतरण में पौधे को यूरोप में लाए। कोलंबियन एक्सचेंज के रूप में जाना जाता है। वहां से टमाटर को 16 वीं शताब्दी के दौरान यूरोपीय-उपनिवेशित दुनिया के अन्य हिस्सों में पेश किया गया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
टमाटर फल या सब्जी, ज्यादा लोगों को पता नहीं
टमाटर एक ऐसा फूड है, जिसका इस्तेमाल लगभग सभी तरह के खाने में किया जाता है। इसे न सिर्फ सब्जी में डाला जाता है, बल्कि सलाद में भी खाया जाता है। साथ ही टमाटर की चटनी भी बनाई जाती है। इसके अलावा टमाटर का बर्गर, पिज्जा या पास्ता में भी खूब उपयोग होता है। यानी टमाटर एक ऐसा फूड है, जिसका इस्तेमाल कैसे भी क्या जाता है। टमाटर को आमतौर पर सब्जियों में गिना जाता है, लेकिन आपने इसे कई बार इसे फल कहते हुए सुना या पढ़ा होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एक फल और सब्जी में फर्क
पोषण की बात करें तो फल और सब्जियों को विटामिन, खनिज पदार्थ और फाइबर का बड़ा स्त्रोत माना जाता है। कई फल और सब्जियों में ज्यादा फर्क नहीं होता। ऐसे में फलों और सब्जियों का वानस्पतिक वर्गीकरण मुख्य रूप से पौधे के संबंधित भाग की संरचना और फंक्शन पर आधारित होता है। फल के पौधे में पहले फूल आता है और फिर इससे फल बनता है। उदाहरण के तौर पर सेब, केला, आम, स्ट्रॉबेरीज़ आदि। दूसरी तरफ, पौधे की जड़ों, टहनी और पत्तियों को सब्ज़ी माना जाता है, जैसे- पालक, गाजर, आलू या प्याज। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
स्वाद भी है आधार
जब बात आती है कुकिंग की तो फल और सब्जियों को उनके स्वाद के हिसाब से इस्तेमाल किया जाता है। यानी फलों को आमतौर पर मुलायम और मीठे स्वाद के लिए जाना जाता है। कई बार यह कसैले या खट्टे भी होते हैं। इनका डेज़र्स, पेस्ट्री, स्मूदी, जैम या फिर स्नैक के तौर पर इस्तेमाल बेहतर होता है। वहीं, सब्जियां या तो बेस्वाद होती हैं या फिर कड़वी। इनका स्वाद फलों के तुलना मजेदार नहीं होता। कुछ सब्जियों को कच्चा खाया जा सकता है, वहीं कुछ को पकाना ही पड़ता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
विज्ञान कहता है फल है टमाटर
विज्ञान की मानें, तो टमाटर एक फल होता है। कुछ फलों में एक बीज होता है, तो कुछ में कई बीज होते। यह पौधे के फूल से उगते हैं। कई फलों की तरह टमाटर भी फूल से उगता है और इसमें कई बीज होते हैं। इन बीजों को सूखाकर टमाटर के कई पौधे उगाए जा सकते हैं। दिलचस्प बात यह है कि मॉडर्न टेक्नोलॉजी की मदद से टमाटर की कई ऐसी वैराइटी भी है, जिन्हें बिना बीज के उगाया जाता है। फिर भी टमाटर को फल ही माना जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सब्जी में क्यों गिनते हैं टमाटर को
टमाटर का इस्तेमाल सब्जी, दाल, सलाद, पिज्जा आदि जैसी डिशेज में ही किया जाता है। लोग इसे फल की तरह नहीं खाते। क्योंकि फल को बगैर किसी डिशेज में डाले हुए सीधे खाया जाता है। शायद यही वजह है कि इसे अक्सर सब्जी मान लिया जाता है। वहीं, यदि तकनीकी रूप से देखोगे तो ये एक फल है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये सब्जियां भी फल की कैटगरी में शामिल
वैसे टमाटर अकेला ऐसा फूड नहीं है, जिसे इस तरह की आइडेन्टिटी क्राइसिस से गुजरना पड़ता है। खीरा, मटर, बैंगन, मिर्च, भिंडी भी फल की कैटगरी में आते हैं। कारण ये है कि यह भी फूल से उगते हैं, लेकिन इनका उपयोग सब्जी के तौर पर किया जाता है। इसलिए कम ही लोग जानते हैं कि वैज्ञानिक तौर पर यह फल हैं, सब्जी नहीं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भिंडी और करेला में ना डालें टमाटर
आपको बता दें कि भिंडी बनाते समय टमाटर का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसके अलावा करेले में भी टमाटर नहीं डाला जाता है। भिंडी और करेले में टमाटर डालकर इन सब्जियों का स्वाद बिगड़ सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अरबी की सब्जी बनाते समय भी आपको टमाटर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इन सब्जियों में टमाटर एड करने की गलती इनके स्वाद को बेकार कर सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पत्तेदार साग में ना डालें टमाटर
चौलाई, पालक, मेथी और बथुआ जैसी सब्जियां पत्तेदार साग में शामिल होती हैं। माना जाता है कि इन सब्जियों को पकाते समय भी टमाटर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसके अलावा आपको सेम बनाते समय भी टमाटर नहीं डालना चाहिए वरना आपको पछताना पड़ सकता है। भारत में बनाई जाने वाली कुछ ही सब्जियों को पकाते समय टमाटर नहीं डाला जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कटहल और करौंदा में भी टमाटर का नहीं होता इस्तेमाल
कटहल की सब्जी में भी टमाटर नहीं डाला जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि करौंदा बनाते समय टमाटर का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। ज्यादातर सब्जियों को बनाते समय भारतीय लोग टमाटर जरूर डालते हैं क्योंकि टमाटर की वजह से कई सब्जियों में टेस्ट आता है। लेकिन अगर आप इन सब्जियों को अच्छा बनाना चाहते हैं तो आपको इन्हें बनाते समय टमाटर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
टमाटर खाने से फ़ायदे
-टमाटर में विटामिन सी, विटामिन ए, प्रोटीन, मिनरल्स, और कई तरह के एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं।
-टमाटर में मौजूद लाइकोपीन दिल की बीमारियों के खतरे को कम करता है।
-टमाटर में मौजूद लाइकोपीन इंसुलिन सेल्स को बेहतर बनाता है और डायबिटीज़ के मरीज़ों में ब्लड शुगर कम करने में मदद करता है।
-टमाटर में मौजूद फाइबर मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाता है और कब्ज़ की समस्या को कम करता है।
-टमाटर में मौजूद बीटा-कैरोटीन इम्यूनिटी को मज़बूत करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए
ज़्यादा मात्रा में टमाटर खाने से सेहत को नुकसान
-टमाटर में कैल्शियम ऑक्सालेट की मात्रा ज़्यादा होती है, जिससे किडनी स्टोन का खतरा रहता है।
-टमाटर में सोलनिन नामक अल्काइड होता है, जिससे जोड़ों में सूजन और दर्द हो सकता है।
-टमाटर में पोटैशियम की मात्रा ज़्यादा होती है, जिससे किडनी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
-टमाटर और दही का मिश्रण गैस और पेट में अपच का कारण बन सकता है।
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