सीटू की बैठक में 20 मई की हड़ताल पर चर्चा, भोजन माताएं, आशा वर्कर्स और आंगनवाड़ी भी होंगी शामिल

सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (सीटू) जिला कमेटी की बैठक देहरादून में संगठन के कार्यालय में हई। इसमें 20 मई की हड़ताल को लेकर चर्चा की गई। बैठक में भोजन माता संगठन और आंगनवाड़ी संगठन के साथ ही अन्य कई संगठनों ने हड़ताल में शामिल होने का आश्वासन दिया। साथ ही तय किया गया कि अब हड़ताल को सफल बनाने के लिए गेट मीटिंग और पर्चे बांटने का काम किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बैठक में सीटू के प्रांतीय सचिव लेखराज ने कहा कि 20 मई की हड़ताल मोदी सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ मजदूरों का आक्रोश के रूप में है। उन्होंने कहा कि 44 श्रम कानून को श्रमिकों ने बड़े बलिदानों से हासिल किए थे। इनमें से 29 श्रम कानूनों को समाप्त कर मोदी सरकार चार श्रम संहिताएं ला रही है। ये श्रम संहिताएं लाने का निर्णय भी ऐसे समय पर किया गया, जब कोरोना से पूरी दुनियां के लोग भयभीत और परेशान थे। वहीं, सरकार ने विपक्ष के सांसदों को निलंबित करते हुए चार श्रम संहिताएं लागू करने का प्रस्ताव संसद में पारित कर दिया। हालांकि, ट्रेड यूनियनों के विरोध के चलते इसे लागू नहीं किया जा सका है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि अब यह सरकार बैक डोर से इन्हें लागू कर रही है। या फिर पूरी तरह से लागू करना चाहती है। इसके खिलाफ यह ऐतिहासिक हड़ताल होने जा रही है। इस हड़ताल को अन्य जिलों के साथ ही राजधानी देहरादून में भी सफल बनाया जाएगा। बस्ती बचाओ आंदोलन के संयोजक अनंत अकाश ने बताया कि 20 मई की हड़ताल में एलिवेटेड रोड से प्रभावित हो रहे बस्तीवासी भी बड़ी संख्या में हिस्सेदारी करेंगे। बस्तियों मजदूर वर्ग ही रहता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ट्रेड यूनियन के वरिष्ठ नेता गोपाल दादर ने स्कूल कर्मचारियों से भी हड़ताल पर रहने का आह्वान किया। एसएसनेगी ने कहा कि आंगनवाड़ी, आशा वर्कर्स भी हड़ताल पर रहेंगी। भोजन माताओं की यूनियन की प्रांतीय अध्यक्ष रोशनी बिष्ट, महामंत्री मोनिका ने भोजन माताओं के हड़ताल में शामिल होने का आश्वासन दिया। साथ ही संविदा व निर्माण श्रमिक भी हड़ताल पर रहेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बैठक की अध्यक्षता कर रहे सीटू के जिला अध्यक्ष कृष्ण गुनियाल ने सारी यूनियनों के पदाधिकारियों को हड़ताल में अधिक से अधिक लोगों को शामिल करने के लिए कहा। साथ ही तय किया गया कि हड़ताल को सफल बनाने के लिए गेट मीटिंग, पर्चे बांटने का काम शुरू किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बैठक में रविन्द्र नौडियाल, राम सिंह भंडारी, अभिषेक भंडारी, नरेंद्र सिंह, प्रेमा गढ़िया, हरीश कुमार, बुद्धि सिंह चौहान, दया किशन पाठक, योगेश कुमार धीमान, जितेंद्र पुंडीर, गुरमीत सिंह, भोजन माताएं विमला कौशल, रजनी रावत, मोनिका, कमला गुरुंग, रोशनी, सोनू कुमार सहित कई यूनियनों के पदाधिकारियों उपस्थित थे।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।