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August 6, 2025

उत्तराखंड में बारिश से आफत, स्कूटी सहित बहा होमगार्ड का जवान, गंगोत्री में बरसे पत्थर, 80 सड़कें बंद, 31 तक मुसीबत

उत्तराखंड में देहरादून सहित अन्य जिलों में भारी बारिश का दौर जारी है। नदियों और नालों का जल स्तर फिर बढ़ने लगा है। पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाओं के चलते प्रदेश के करीब 80 संपर्क मार्ग बंद हैं। वहीं, देहरादून में एक पुल भी बारिश की भेंट चढ़ गया। 

उत्तराखंड में देहरादून सहित अन्य जिलों में भारी बारिश का दौर जारी है। नदियों और नालों का जल स्तर फिर बढ़ने लगा है। पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाओं के चलते प्रदेश के करीब 80 संपर्क मार्ग बंद हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में चारधाम यात्रा मार्ग सहित अन्य स्थानों पर भी मलबा आने से सड़कें बार बार बंद हो रही हैं। इन्हें खोलने के लगातार प्रयास हो रहे हैं। कल 29 जुलाई से 31  जुलाई तक का ओरेंज अलर्ट है। इन दिनों भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। वहीं, देहरादून में एक पुल भी बारिश की भेंट चढ़ गया। वहीं, सेलाकुई क्षेत्र में बिजली के पोल बहने से औद्योगिक इकाइयों में उत्पादन प्रभावित हो रहा है। बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे बंद हैं। अल्मोड़ा में गदेरे के तेज बहाव की चपेट में आकर होमगार्ड का जवान बह गया। स्कूटी तो मिल गई, लेकिन उसका पता नहीं चल पाया है।

स्कूटी सहित बहा होमगार्ड का जवान
कुमाऊं के अल्मोड़ा में बारिश से उफनाई रामगंगा का सहायक बरसाती नागाड़ गधेरा (बरसाती नाला) स्कूटी सवार होमगार्ड के जवान को बहा ले गया। वह तड़के ड्यूटी कर अपने गांव लौट रहा था। गधेरा पार करते वक्त हादसा हो गया। सौ मीटर दूर स्कूटी बरामद कर ली गई। मगर जवान का कोई पता नहीं लगा है। पुलिस व ग्रामीणों ने भिकियासैंण तक सर्च अभियान चलाया। दोपहर एसडीआरएफ के गोताखोरों ने भी ऑपरेशन शुरू कर दिया।
दुर्घटना तड़के साढ़े चार बजे के आसपास की है। सौनगांव निवासी मोहन सिंह का 24 वर्षीय पुत्र राकेश किरौला ड्यूटी पूरी करने के बाद स्कूटी यूके 01 सी 7131 से घर की ओर निकला। रातभर भारी बारिश से नागाड़ गधेरा उफान पर था। अंधेरा होने के कारण राकेश तेज बहाव का अंदाजा न लगा सका। गधेरा पार करते वक्त पानी के थपेड़े उसे मय वाहन बहा ले गए।
देखें गंगोत्री में भागीरथी गंगा का उफान, वीडियो-सत्येंद्र सेमवाल

उत्तराखंड में गत रात से ही दून समेत कई हिस्सों में तेज बारिश हो रही है। सड़कें तालाब बन गई है, जिससे आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार 31 जुलाई तक मौसम के मिजाज में ज्यादा बदलाव की उम्मीद नहीं है। विभाग ने 28 और 29 जुलाई के लिए देहरादून और नैनीताल समेत सात जिलों के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया है। हालांकि अब भी प्रदेश में मलबे से करीब 80 संपर्क मार्ग बंद हैं।
देहरादून में पुल बहा
देहरादून में लगातार बारिश के चलते शहर के बीच डोभालवाला और बकरालवाला को जोड़ने वाला पुल सुबह के समय बह गया। पुश्तों पर बने इस सीमेंटेड पुल का एक पिलर करीब एक माह पहले बह गया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों का ध्यान इस और दिलाया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इस पुल के साथ ही इसके साथ पानी की लाइने भी टूट गई हैं। इसी इलाके में देहरादून के महापौर सुनील उनियाल गामा का भी घर है। देहरादून के सेंट जोजेफ स्कूल के सामने रिचिरिच गली से जोड़ने वाले इस पुल के टूटने से स्थानीय लोग परेशान हैं।

बिजली के पोल बहे, सेलाकुई इंड्रस्टियल एरिया की सप्लाई प्रभावित
लगातार बारिश से देहरादून में सेलाकुई इंड्रस्टियल एरिया को सप्लाई की जा रही विद्युत की 33 केवी की लाइन के दो पोल नदी में बह गए हैं। ऐसे में औद्योगिक आस्थान में उत्पादन भी प्रभावित हो रहा है। बताया गया कि सरना नदी में बिजली के दो पोल बह गए हैं। ऐसे में ऊर्जा निगम की ओर से ढकरानी से आ रही बिजली की लाइन से आपूर्ति देने का प्रयास किया जा रहा है। सारे उद्योगों को एकसाथ सप्लाई संभव न होने के कारण रोटेशन के आधार पर उद्योगों की आपूर्ति की जा रही है। जो आपूर्ति हो भी रही है, उससे भी लोड नहीं उठ पा रहा है। उद्यमी अनिल मारवाह के मुताबिक कई बार सब स्टेशन की मांग की गई, लेकिन अभी तक सरकार ने नहीं सुनी। ऐसे में हर बरसात में इस तरह की समस्या पैदा हो जाती है।

गंगोत्री में धमाके के साथ गिरे विशालकाय पत्थर, गंगा निकेतन को खतरा
श्री गंगोत्री धाम में भागीरथी गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से श्री गंगा निकेतन से को खतरा बना हुआ है। यहां विष्णु लोक टापू के पास पहाड़ी से दो बड़े पत्थर गिरने गंगा में गिरे। इससे गंगा निकेतन व विष्णु टापू में मिट्टी के कटान होने से खतरा पैदा हो गया। बताया जा रहा है कि पत्थर गिरने की आवाज इतनी तेज थी कि गंगोत्री में तीर्थ पुरोहित, संत आदि धर्मशाला, आश्रम को छोड़कर बाहर निकल गाए।

कैंप्टीफाल ने लिया विकराल रूप, गंगोत्री, यमुनोत्री और हाईवे बंद
उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदान तक आफत की बारिश जारी है। मसूरी में पूरी रात हुई मूसलाधार बारिश से कैंप्टी फाल ने विकराल रूप ले लिया है। इसे देखते हुए पुलिस ने फाल के आस-पास के दुकानों को खाली करवाया है। इसके साथ ही पर्यटकों को कैंपटी फाल पर जाने से फिलहाल रोक दिया गया है। प्रदेश में अन्य नदी-नाले भी उफान पर हैं। वहीं, गंगोत्री-यमुनोत्री और बदरीनाथ हाईवे जगह-जगह भूस्खलन होने से अवरुद्ध हो गया है।
सौंग में उफान से दहशत में ग्रामीण
दून घाटी व पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिस से नदी नाले उफान पर हैं। सौंग नदीं का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। बाढ़ के खतरे को देखते हुए तटवर्ती क्षेत्र गौहरीमाफी व साहब नगर गांव के लोग दहशत में हैं। बीते दिनों सौंग नदी में आए उफान से साहबनगर व गौहरीमाफी में अस्थायी बाढ़ सुरक्षा कार्य पहले ही ध्वस्त हो चुके हैं। ऐसे में अब नदी का रुख गांव की तरफ मुड़ गया है। कई तारजाल क्षतिग्रस्त हुए हैं और इन जगहों से बाढ़ के पानी का गांव में घुसने का खतरा बना हुआ है।

बीन नदी में बहा वाहन
तीर्थ नगरी ऋषिकेश सहित आसपास पर्वतीय क्षेत्र में सुबह से ही बारिश जारी है। यमकेश्वर प्रखंड के नाले और गधेरों में उफान आ गया है। इससे ऋषिकेश और चीला के मध्य बहने वाली बीन नदी में भी उफान आ गई है। यहां वाहनों का आवागमन रोक दिया गया है। यमकेश्वर प्रखंड के डांडा मंडल का ऋषिकेश से सड़क संपर्क टूट गया है। ऋषिकेश में गंगा चेतावनी रेखा से 90 सेंटीमीटर नीचे बह रही है।
क्षेत्र में हो रही बारिश के कारण सभी बरसाती नालों और गधेरों में अचानक बढ़ गया है। यमकेश्वर प्रखंड में निरंतर हो रही बारिश के कारण यहां के नालों में उफान आ गया है, जिससे बीन नदी में भी अचानक पानी बढ़ गया। राजाजी टाइगर रिजर्व की गोहरी रेंज के अंतर्गत आने वाली इस नदी से हरिद्वार और ऋषिकेश के मध्य वाहनों का आवागमन होता है। इस नदी में एक वाहन के बहने की सूचना है।

उत्तराखंड के मौसम का हाल
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक आज और कल दो दिन पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश के चलते भूस्खलन, नदी नालों में तेज बहाव के साथ ही बिजली चमकने की घटनाएं हो सकती हैं। ऐसे में लोगों को सुरक्षित रहने पर ध्यान देना होगा। मैदानी क्षेत्र में जलभराव की समस्या हो सकती है। उन्होंने बताया कि 29 जुलाई को उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी, देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं तेज बौछार के साथ भारी बारिश का अनुमान है। 30 व 31 जुलाई को उत्तरकाशी, देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर, तथा पिथौरागढ़ में कहीं कहीं तेज बौछार के साथ भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। एक अगस्त को उत्तराखंड के चमोली, नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में तेज बौछार के साथ भारी बारिश हो सकती है।

Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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