मास्क न लगाने पर पुलिस कर्मियों ने युवक को लिटाकर सरेआम पीटा तो डीआइजी ने पढ़ाया अनुशासन का पाठ
गत दिवस पुलिस कर्मियों की ओर से आमजन के साथ किए गए दुर्व्यवहार के वीडियो सामने आने के बाद अब देहरादून पुलिस अपनी छवि में सुधार की कोशिश में लग गई है। ऐसे दो मामलों में आरोपी तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया। साथ ही डीआइडी एवं एसएसपी देहरादून को सभी थाना प्रभारियों को अनुशासन का पाठ पढ़ाने की जरूरत महसूसी हुई। फिर लगाई गई सभी थाना प्रभारियों और क्षेत्राधिकारियों की क्लास। इसमें आमजन के साथ शालीनता से पेश आने की सख्त हिदायत दी गई।
गत दिवस ऋषिकेश कोतवाली और नेहरू कालोनी पुलिस के अभद्रता के दो वीडियो शिकायत के रूप में किसी ने डीआइजी एवं एसएसपी देहरादून अरूण मोहन जोशी को भेजे। इनमें ऋषिकेश में दो पुलिस कर्मी एक युवक की पीट रहे थे। सड़क पर युवक को घसीटने, लिटाकर पीटने के वीडियो के संबंध में कहा गया कि युवक का अपराध सिर्फ यह था कि उसने मास्क नहीं लगाया था। इसी तरह दुर्व्यवहार का दूसरा वीडियो नेहरू कालोनी थाने का था। इस मामले में एसएसपी देहरादून ने नेहरू कॉलोनी से उप निरीक्षक देवेंद्र गुप्ता व कोतवाली ऋषिकेश से कांस्टेबल संजय सेजवाल व कांस्टेबल नीरज को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। साथ ही संबंधित क्षेत्राधिकारियों को प्रकरण की जांच भी सौंपी है।
गोष्ठी में दी हिदायत
इसके बाद पुलिस लाइन में गोष्ठी आयोजित कर डीआइजी एवं एसएसपी देहरादून ने समस्त पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी, थानाध्यक्षों को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने ऋषिकेश और नेहरू कालोनी क्षेत्र में दुर्व्यवहार के संबंध में नाराजगी जताते हुए कहा कि जनता के साथ किसी भी दशा में ऐसा दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि किसी थाने से ऐसी शिकायत भविष्य में मिलती है तो संबंधित थाना प्रभारी इसके लिए जिम्मेदार होंगे। साथ ही उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
गोष्ठी में उपस्थित सभी अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया है कि वह अपने अधीनस्थ नियुक्त समस्त अधिकारी कर्मचारी को स्पष्ट रूप से ब्रीफ कर दें कि ड्यूटी के दौरान किसी भी व्यक्ति से शालीनता से पेश आयें। आम जनता के साथ अच्छा आचरण रखा जाए। जिससे जनता के बीच पुलिस की अच्छी छवि बने।
साथ ही उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति ड्यूटी के दौरान पुलिस कर्मियों के साथ अभद्रता या सरकारी कार्य में बाधा डालता है तो उसकी वीडियों रिकॉर्डिंग अवश्य की जाय। सम्बन्धित व्यक्ति के साथ दुर्व्यवहार न कर उसके विरुद्ध नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही अमल में लायी जाय।
उन्होंने कहा कि कोई भी ऐसा कार्य न किया जाय, जिससे पुलिस विभाग की छवि खराब हो। पुलिस कर्मियों द्वारा की जाने वाले किसी भी दुर्व्यवहार व अभद्रता की घटना आम जनता द्वारा रिकॉर्ड कर ली जाती है या सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो जाती है, जिसे आम जनता द्वारा सोशल मीडिया में डालकर उसका प्रचार-प्रसार कर दिया जाता है, जिससे पुलिस की आम छवि खराब होती है।
उन्होंने थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि अपने अधीनस्थ कर्मियों को अनुशासन में रखें। विशेषकर जो कर्मी विभाग में नये हैं, उन्हें पुलिस विभाग के अनुशासन के बारे में अच्छे तरीके से ब्रीफ किया जाय। आम जनता से अच्छा व्यवहार किये जाने के सम्बनध में भी भली भांति ब्रीफ कर दिया जाय।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।