स्वामी रामकृष्ण परमहंस के महासमाधि दिवस पर धस्माना ने अर्पित की श्रद्धांजलि
इस अवसर पर धस्माना का आश्रम परिसर पधारने के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए स्वामी असीमात्मानंद ने कहा कि मिशन अपना निस्वार्थ भाव से सेवा कर रहा है। इसीलिए कोविड काल में अस्पताल द्वारा बिना कोई शुल्क लिए कोविड मरीजों का इलाज किया। उन्होंने बताया कि राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में मिशन आंखों के इलाज के लिए पूरी लगन से सेवा कर रहा है।
इस अवसर पर धस्माना ने कहा कि स्वामी रामकृष्ण परमहंस व स्वामी विवेकानंद के सबसे बड़े संदेश ही मानवता के लिए हैं। वो भी बिना भेद भाव के। एक बार किसी जिज्ञासु ने स्वामी विवेकानंद जी से पूछा कि स्वामी जी आपका धर्म क्या है। तो स्वामी जी ने उत्तर दिया कि- अगर मेरे देश का कोई श्वान भूखा है तो उसको भोजन देना, उसका ध्यान देना मेरा धर्म है। अन्यथा सब अधर्म है। धस्माना ने कहा कि पूरे देश में मिशन जो सेवा का काम कर रहा है वो बेजोड़ है।
इस अवसर पर स्वामी स्वस्वरूपानंद, हिमांशु दरमोड़ा, डॉक्टर मानसी पोखरियाल, डॉक्टर कुणाल शिंडे भी उपस्थित रहे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।