ट्रेन पर पत्थरबाजों से निपटने को डीजीपी ने दिए सख्त निर्देश, वन्य जीवों की रक्षा को हों बेहतर उपाय
रेल सुरक्षा के साथ ही वन्य जीवों की सुरक्षा को लेकर उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने राज्य रेलवे सुरक्षा समिति की बैठक ली। पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में हुई। इस बैठक में उत्तर रेलवे, पूर्वोत्तर रेलवे, राजाजी टाईगर रिजर्व, आरपीएफ, जीआरपी के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। इस मौके पर डीजीपी ने कहा कि रेलवे सुरक्षा व्यवस्था से सम्बन्धित सभी एजेन्सियों में आपसी समन्वय बेहतर हुआ है। इसे और अधिक बेहतर बनाने की दिशा में प्रयास करना होगा। इस मौके पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दिए ये निर्देश
1- ट्रेनों पर पत्थरबाजी एवं रेलवे ट्रेक से छेड़छाड़ की घटनाओं पर सख्त रूख अपनाते हुए अभियोग पंजीकृत कर ऐसे लोगों की गिरफ्तारी की जाए।
2- ट्रेनों में पत्थरबाजी रोकने के लिए ऐसे स्थानों का चिह्नीकरण कर वहां स्थित गांव/महौल्लों में गोष्ठी आयोजित की जाए। साथ ही लोगों की काउंसलिंग भी की जाए।
3- ट्रेन और रेलवे स्टेशनों पर चोरी, टप्पेबाजी, जेब कतरी आदि घटनाओं पर तुरंत अभियोग पंजीकृत कर पीड़ित को राहत दी जाये। अभियोगों के अनावरण का प्रतिशत भी बढ़ाया जाए। जीआरपी की एसओजी को और अधिक सुदृढ़ किया जाए।
4- अपराधों की रोकथाम एवं अपराध नियंत्रण के लिए जीआरपी व आरपीएफ समन्वय स्थापित कर आपस में पेशेवर अपराधियों एवं महत्वपूर्ण सूचनाओं का अदान-प्रदान करें।
5- वन्य जीवों को रेल संचालन से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए वन विभाग एवं राजाजी टाईगर रिजर्व के साथ समन्वय बैठक कर ऐसे स्थानों को चिह्नित कर उनकी फेन्सिंग किये जाने के साथ-साथ अन्य उपाय किये जाने पर भी जोर दिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
6- महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा के दृष्टिगत किए गए सिक्यूरटी ऑडिट की संस्तुतियों का अनुपालन कराया जाए। रेलवे स्टेशनों पर प्रकाश और अग्निशामक यंत्रों की पूरी व्यवस्था करन, सीसीटीवी से कवर कर आने-जाने वालों की पूरी चैकिंग/फ्रिस्किंग करने का भी निर्णय लिया गया।
7- रेलवे स्टेशनों, रेलवे ट्रेकों की सुरक्षा हेतु आरपीएफ, जीआरपी एवं स्थानीय पुलिस द्वारा रेलवे स्टेशनों में सयुंक्त रूप से प्रभावी चैकिंग के साथ-साथ पैदल व पुश ट्रॉली द्वारा रेलवे ट्रेकों का भी निरीक्षण किया जाये।
8- ट्रेनों में एस्कोर्ट करने वाले जीआरपी कर्मियों के लिए ट्रेनों में सीट आरक्षण के सम्बन्ध में रेलवे के अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया गया। साथ ही जीआरपी और आरपीएफ द्वारा एस्कोर्ट ड्यूटी चार्ट को आपस में साझा करने का भी निर्णय लिया गया।
9- ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन में जीआरपी की तैनाती व नए थाने की स्थापना के सम्बन्ध में भी विचार-विमर्श हुआ।
10- जीआरपी की जनशक्ति और इंफ्रास्ट्रक्चर के सम्बन्ध में विचार-विमर्श हुआ। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये रहे उपस्थित
बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था वी मुरूगेशन, पुलिस महानिरीक्षक कार्मिक विम्मी सचदेवा, पुलिस महानिरीक्षक पी/एम विमला गुंज्याल, प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर तारिक अहमद, पुलिस उपमहानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था/रेलवेज उत्तराखंड पी रेणुका देवी, चीफ ट्रैक इंजीनियर उत्तर रेलवे बडौदा हाउस नई दिल्ली रविन्द्र कुमार गोयल ने ऑनलाइन, पुलिस अधीक्षक अभिसूचना एवं सुरक्षा उत्तराखंड तृप्ति भटट, पुलिस अधीक्षक रेलवेज अजय गणपति, पुलिस अधीक्षक रेलवेज मुरादाबाद आशुतोष शुक्ला, वरिष्ठ मण्डल सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ लखनऊ डा. श्रेयांश चिंचवाडे, वरिष्ठ मण्डल सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ, पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर बरेली ऋषि पाण्डे, उपनिदेशक राजाजी टाईगर रिजर्व देहरादून कहकशा नसीम, अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तराखंड डा यूएस कण्डवाल सहित कई अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।