दिल्ली पुलिस ने बीजेपी सांसद बृजभूषण पर आरोप लगाने वाली महिला पहलवानों से मांगे सबूत
बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों की दिल्ली पुलिस जांच कर रही है। इस बीच खबर ये आई कि दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराने वाली महिला पहलवानों से उनके आरोपों के समर्थन में तस्वीरें, वीडियो या व्हाट्सएप चैट पेश करने को कहा है। साथ ही पुलिस ने खुद भी सबूत जुटाने की कोशिश की है। पुलिस ने एक CrPC 91 नोटिस जारी किया, जो जांच अधिकारी को शिकायतों पर मामले से संबंधित किसी भी दस्तावेज़ को मांगने की शक्ति देता है और उनसे मामले के संबंध में उनके पास मौजूद किसी भी सबूत को सौंपने के लिए कहता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इससे पहले पहलवान बजरंग पुनिया ने एनडीटीवी में एक विशेष इंटरव्यू में कहा था कि प्रदर्शनकारियों को पुलिस जांच पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सांसद को “बचाव” करने का प्रयास किया गया और उनके जेल से बाहर होने से जांच में बाधा आ रही है। वहीं, ओलंपियन साक्षी मलिक ने कहा कि “नाबालिग” जो उन सात महिला पहलवानों में शामिल थीं, जिसने बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, उसने दबाव में आकर अपना बयान बदल दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि समझौता करने के लिए हम पर भारी दबाव है। इसके साथ ही उन्होंने बृजभूषण सिंह पर शिकायतकर्ताओं को बुलाने और धमकाने का आरोप लगाया। साक्षी मलिक ने कहा, “बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के बिना निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती है। हालांकि बृजभूषण शरण सिंह ने सभी आरोपों का खंडन किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पहलवानों ने लगाए हैं ये आरोप
पहलवानों का आरोप था कि रेसलर फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने अपशब्दों का प्रयोग किया था और खिलाड़ियों को गाली भी दी थी। साथ की यौन शोषण के भी आरोप लगाए। पहलवानों ने कहा था कि हम यहां खेलने आए हैं। वो विशेष रूप से खिलाड़ी और राज्य को टारगेट कर रहे हैं। अध्यक्ष के खिलाफ सात महिला पहलवानों ने पुलिस को लिखित तहरीर भी दी है। इसमें एक नाबालिग पहलवान भी शामिल है। इन महिला पहलवानों ने संघ अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगाया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में देश के शीर्ष पहलवानों की भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह द्वारा कथित यौन दुराचार के खिलाफ एक याचिका पर सुनवाई हुई थी। इसके बाद दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं, लेकिन धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हमें दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं, वह कमजोर प्राथमिकी दर्ज कर सकती है। अब इस मामले में केस भी दर्ज कर लिया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धरनास्थल जबरन किया था साफ
कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर मंतर में करीब एक माह तक धरना देने वाले भारतीय पहलवानों को रविवार 28 मई को दिल्ली पुलिस ने तब गिरफ्तार किया था, जब वे नए संसद भवन की तरफ कूच करने का प्रयास कर रहे थे। इस दौरान कई पहलवानों को घसीटा गया। जंतर मंतर को पूरी तरह से खाली करा लिया गया। जंतर-मंतर से पहलवानों के अलावा सभी प्रदर्शनकारियों को हटाया गया। पहलवानों के टेंट और अन्य सामान को भी हटाकर जंतर मंतर को साफ कर दिया गया। हालांकि, रात को पहलवानों को रिहा कर दिया गया, लेकिन उन पर गंभीर धाराओं में मुकदमा भी दर्ज किया गया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गंगा में मैडल बहाने हरिद्वार पहुंचे थे पहलवान
इससे दुखी होकर 30 मई को आंदोलनरत पहलवान अपने मैडल को गंगा में बहाने के लिए हरिद्वार पहुंच गए थे। भारतीय किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत की अपील पर उन्होंने मैडल नहीं बहाए और गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पुलिस को पांच दिन का समय दिया।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।