जेल में बंद पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप, मुख्तार ने भी जताई थी हत्या की आशंका
यूपी में सजायाफ्ता बाहुबली पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी का निधन हो गया है। सूत्रों के अनुसार जेल में हार्ट अटैक आने के बाद मुख्तार को अस्पताल ले जाया गया। जहां उसकी मौत हो गयी। मुख्तार अंसारी की मौत के बाद बांदा मेडिकल कॉलेज परिसर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गयी है। जानकारी के अनुसार बेहद गंभीर हालत में मुख्तार को अस्पताल लाया गया था। अस्पताल की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि मुख्तार अंसारी को बेहोशी की हालत में लाया गया था। जहां उसे 9 डॉक्टरों की टीम के द्वारा चिकित्सा उपलब्ध करवायी गयी, लेकिन ईलाज के दौरान मुख्तार अंसारी की मौत हो गयी। वहीं, परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया। साथ ही न्यायिक जांच की मांग की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राजनीतिक रूप से थी खानदान की पहचान
मुख्तार अंसारी का जन्म गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद में 3 जून 1963 को हुआ था। उसके पिता का नाम सुबाहउल्लाह अंसारी और मां का नाम बेगम राबिया था। गाजीपुर में मुख्तार अंसारी के परिवार की पहचान एक प्रतिष्ठित राजनीतिक खानदान की है। 17 साल से ज्यादा वक्त से जेल में बंद मुख्तार अंसारी के दादा डॉक्टर मुख्तार अहमद अंसारी स्वतंत्रता सेनानी थे। मुख्तार अंसारी के नाना ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान को 1947 की लड़ाई में शहादत के लिए महावीर चक्र दिया गया था। जबकि मुख्तार अंसारी के पिता सुबहानउल्लाह अंसारी गाजीपुर की राजनीति में सक्रिय रहे थे। उनकी बेहद साफ-सुथरी छवि रही है। भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी रिश्ते में तो मुख्तार अंसारी के चाचा लगते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जहरीला पदार्थ देने का लगाया था आरोप
मुख्तार अंसारी के भाई एवं गाजीपुर से बहुजन समाज पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी ने मंगलवार को बताया था कि उन्हें मोहम्मदाबाद थाने से एक संदेश प्राप्त हुआ था। इसमें उन्हें बताया गया कि मुख्तार की तबीयत खराब है और उन्हें बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। अंसारी के मुताबिक, मुख्तार ने उन्हें बताया है कि उन्हें खाने में कोई जहरीला पदार्थ खिलाया गया है। ऐसा दूसरी बार हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्तार ने उन्हें बताया कि करीब 40 दिन पहले भी उसे जहर दिया गया था और अभी हाल ही में शायद 19 या 22 मार्च को फिर दिया गया है, जिसके बाद से उसकी हालत खराब है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बेटे ने भी जेल प्रशासन पर लगाया था गंभीर आरोप
मुख्तार अंसारी से मिलने पहुंचे उनके पुत्र उमर अंसारी ने आरोप लगाया था कि मुलाकातियों की सूची में उनके चाचा सांसद अफजाल अंसारी के साथ उनका नाम होने के बावजूद उन्हें अपने पिता मिलने नहीं दिया गया था। उमर ने संवाददाताओं से कहा था कि वह रोजा रखकर 900 किलोमीटर दूर से अपने पिता को देखने आये थे, लेकिन उन्हें उनकी एक झलक तक नहीं लेने दी गयी। उन्होंने कहा कि सारी चीजें अलग हैं लेकिन मानवता भी तो कोई चीज होती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुलाई आपात बैठक
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने आपात बैठक बुलाई है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी भी हालत में राज्य में कानून व्यवस्था में कोई तरह की दिक्कत नहीं हो। लॉ एंड आर्डर को लेकर राज्य के कई हिस्सों में प्रशासन को अर्लट किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
समाजवादी पार्टी ने जताया दुख
समजावादी पार्टी ने मुख्तार अंसारी की मौत पर दुख जताया है। पार्टी की तरफ से सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा गया है कि पूर्व विधायक श्री मुख्तार अंसारी जी का इंतकाल, दुःखद है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें। शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहने का संबल प्राप्त हो। विनम्र श्रद्धांजलि। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्तार अंसारी कुछ मामलों में हो चुकी थी सजा
2006 में कृष्णानंद राय की हत्या के एक प्रमुख गवाह शशिकांत की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। 2004 में डीएसपी शैलेंद्र सिंह ने मुख्तार अंसारी के ठिकाने से लाइट मशीन गन बरामद की थी। उनके खिलाफ POTA के तहत केस दर्ज किया गया था। 2012 में संगठित गैंग चलाने के चलते अंसारी प मकोका के तहत केस दर्ज किया गया। अप्रैल 2023 में बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के आरोप में उन्हें 10 साल सजा हुई। 13 मार्च 2024 को एक आर्म्स लाइसेंस केस में अंसारी को उम्रकैद की सजा हुई थी।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।