इतना बढ़ सकता है केंद्रीयकर्मियों का डीए, बेसिक सैलरी में मर्ज नहीं करने से होगा नुकसान
जुलाई माह में केंद्रीय कर्मचारियों की निगाह उनके प्रति सरकार के फैसलों पर रहती है। इस माह कर्मचारियों को महंगाई भत्ते का बेसब्री से इंतजार रहता है। बहुत जल्द देश का आम बजट भी पेश होने वाला है। उसमें कर्मचारियों को टैक्स में छूट के रूप में काफी उम्मीद रहती है। वहीं, जुलाई माह में महंगाई भत्ता लागू होता है। ऐसे में केंद्रीय कर्मचारियों को इसका भी इंतजार है। जुलाई माह के बाद ही कर्मचारियों को पता चलता है कि महंगाई भत्ते (DA Hike) में कितनी बढ़ोतरी हुई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
साल में दो बार तय होता है महंगाई भत्ता
कर्मचारियों के महंगाई भत्ते को लेकर साल में दो बार निर्णय किया जाता है। इसे एक जनवरी और एक जुलाई से लागू किया जाता है। केंद्र सरकार जनवरी 2024 में अपने कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 4% बढ़कर 50% तक कर चुकी है। तय प्रक्रिया के तहत 1 जुलाई 2024 से केंद्रीय कर्मचारियों का DA फिर दो या तीन प्रतिशत बढ़ना तय माना जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एआईसीपीआई इंडेक्स के मई तक के आंकड़े जारी
अभी केंद्रीय कर्मचारियों को 50 फीसदी महंगाई भत्ता दिया जा रहा है। केंद्र सरकार ने मार्च 2024 में ही महंगाई भत्ते में वृद्धि की थी। एआईसीपीआई (AICPI) के आंकड़ों से ही महंगाई भत्ता तय होता है। इस बीच AICPI इंडेक्स के मई 2024 के नंबर्स अपडेट हो गए हैं। इसके मुताबिक, महंगाई भत्ता 53 फीसदी पहुंच गया है। अब बस जून के नंबर आने बाकी हैं, जो 31 जुलाई को रिलीज होंगे। फिलहाल माना जा रहा है कि जुलाई माह से महंगाई भत्ते में तीन फीसद की बढ़ोत्तरी हो सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
केंद्रीय कर्मचारियों की मांग
आमतौर पर केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता जब 50 फीसद पहुंच जाता है तो उसे बेसिक सैलरी में मर्ज किया जाता है। इसके बाद महंगाई भत्ता शून्य हो जाता है। बेसिक सैलरी में महंगाई भत्ता मर्ज होने पर कर्मचारियों के एचआरए सहित कई भत्तों में वृद्धि हो जाती है। ऐसे में केंद्रीय कर्मियों की मांग है कि उनका 50% महंगाई भत्ता बेसिक में मर्ज करके दे दिया जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बेसिक सैलरी में मर्ज करने की उम्मीद कम
पिछली बार जब बेस इयर में बदलाव हुआ था, तब महंगाई भत्ता शून्य हुआ था। इस बार माना जा रहा है कि अभी महंगाई भत्ते की गणना जारी रहेगी। इसे बेसिक सैलरी में मर्ज नहीं किए जाने की संभावना है। वर्ष 2026 को आठवें वेतन आयोग का गठन होना है। ऐसे में अभी बेसिक सैलरी में डीए मर्ज करके बेस इयर को बदलने की आवश्यकता नहीं मानी जा रही है। इसलिए डीए की दर को 50 फीसदी से आगे बढ़ाया जा रहा है। ऐसे में यदि तीन फीसद महंगाई भत्ता बढ़ता है तो यह 53 फीसदी हो जाएगा। वहीं, फिलहाल कर्मियों को कई अलाउंस का नुकसान हो सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डीए को बेसिक सैलरी में मर्ज करने पर इन अलाउंस में होता है फायदा
हाउस रेंट अलाउंस (HRA)
चिल्ड्रेंस एजुकेशन अलाउंस (CAA)
चाइल्डकेचर स्पेशल अलाउंस
हॉस्टल सब्सिडी
ट्रांसफर पर TA
ग्रेच्युटी सीमा (Gratuity)
ड्रेस अलाउंस
खुद के ट्रांसपोर्ट के लिए माइलेज भत्ता
दैनिक भत्ता (Daily Allowance)
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।