दून की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के सीएस ने दिए निर्देश, यहां नहीं होने दें धरना, आयुष के क्षेत्र में लाएं सुधार
उत्तराखंड के मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने सचिवालय में देहरादून शहर में ट्रैफिक की समस्या को दूर करने के लिए सम्बन्धित विभागों के साथ बैठक की। मुख्य सचिव ने कहा कि बैठक के दौरान जो भी निर्णय हों, इनसे धरातल पर सुधार दिखाई दें, इसके प्रयास किए जाएं। मुख्य सचिव ने शहर में ट्रैफिक जाम से मुक्ति पाने के लिए 3 ई, एजुकेशन, एनफोर्समेंट और इंजीनियरिंग पर फोकस करने की बात कही। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)उन्होंने कहा कि लोगों को ट्रैफिक रूल्स का पालन करने के लिए जागरूक करें। चालान और वाहन टॉविंग कर एनफोर्समेंट करें और जहां जहां पर जंक्शन में इंजीनियरिंग वर्क्स कर सुधार किया जा सकता है, किया जाए। उन्होंने इसके लिए डीएम देहरादून को बेस्ट एक्सपर्ट ट्रैफिक प्लानर या ट्रैफिक कंसल्टेंट नियुक्त किए जाने के भी निर्देश दिए। साथ ही, अन्य बड़े शहरों जहां अत्यधिक ट्रैफिक होने के बाद भी ट्रैफिक जाम नहीं लगता, ऐसे शहरों में क्या व्यवस्था की गई है इसका भी अध्ययन किया जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्य सचिव ने शहर के सभी चौराहों पर सीसीटीवी लगाकर चालान की संख्या और टॉविंग चार्ज भी बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने सड़कों में खड़ी होने वाली स्कूल बसों और शराब के ठेकों के पास खड़े वाहनों पर भी चालान किए जाने के निर्देश दिए। स्कूलों को स्कूल परिसर में ही स्कूल बसों को खड़ा किए जाने के लिए बात की जाए। मुख्य सचिव ने कहा कि जिला प्रशासन यह सुनिश्चित कर लें कि मॉल्स और अन्य संस्थानों द्वारा जो स्थान पार्किंग के लिए चिन्हित किया है वह पार्किंग के लिए ही प्रयोग हो रहा हो, जो अन्य कार्यों के लिए प्रयोग कर रहे हैं उन पर ग्रेडिंग जुर्माना लगाया जाए, जो अनुपालन न होने पर बढ़ता जायेगा। उन्होंने कंजेशन प्वाइंट चिन्हित कर उनका साइट टू साइट प्लान तैयार किए जाने के भी निर्देश दिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्य सचिव ने कहा कि स्मार्ट सिटी के ऐसे काम जो 80, 90 प्रतिशत पूर्ण हो चुके हैं, उन्हें प्राथमिकता के साथ पूर्ण किया जाए। साथ ही सभी फुटपाथ वर्किंग कंडीशन में लाया जाए। उन्होंने मिनी बसेज पर फोकस करते हुए पब्लिक ट्रांसपोर्ट बढ़ाए जाने की भी बात कही। ईसी रोड पर आर्मी कैंटीन को अन्यत्र स्थानांतरित किए जाने के निर्देश देते हुए मुख्य सचिव ने राज्य सरकार द्वारा भूमि उपलब्ध कराए जाने के भी निर्देश दिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि हाई कोर्ट द्वारा हाथीबड़कला में धरने प्रदर्शनों पर रोक के आदेश को 100 प्रतिशत अनुपालन कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने बल्लीवाला फ्लाईओवर पर लगातार हो रही दुर्घटनाओं के लिए स्टडी कराए जाने के भी निर्देश दिए। कहा कि जिन सड़कों के चौड़ीकरण की सम्भावना है और आवश्यकता भी है ऐसी सड़कें चिन्हित कर उन सड़कों के चौड़ीकरण का कार्य शीघ्र किया जाए। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव अरविंद सिंह ह्यांकि, एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर वी. मुरूगेशन, एसएसपी देहरादून डी. एस. कुंवर एवं जिलाधिकारी देहरादून सोनिका सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आयुष को बढ़ावा देने पर दिया जोर
मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने सचिवालय में आयुष एवं आयुष शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ आयुष के क्षेत्र में सुधार लाने हेतु बैठक की। मुख्य सचिव ने आयुष को बढ़ावा दिए जाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि यह क्षेत्र प्रदेश में स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। मुख्य सचिव ने प्रदेश में आयुष से सम्बन्धित एक वर्ल्ड क्लास म्यूजियम बनाए जाने के निर्देश दिए। कहा कि इससे आयुर्वेद को बढ़ावा मिलेगा। देश विदेश के लोग इससे आयुर्वेद की ओर आकर्षित होंगे। उन्होंने प्रदेश में एक आयुष टेली कंसल्टेशन कॉल सेंटर भी बनाए जाने के निर्देश दिए कहा कि इसमें निशुल्क परामर्श के लिए हाई क्वालिटी डॉक्टर्स की टीम लगाई जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्य सचिव ने आयुष के पैरामेडिकल स्टाफ की ट्रेनिंग के लिए उच्च गुणवत्तायुक्त व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि यह सिस्टम दूरस्थ क्षेत्रों के लिए बहुत ही उपयोगी होगा। उन्होंने केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री यमुनोत्री एवं अन्य पर्यटन स्थलों सहित जहां सामान्य और हाई एंड टूरिस्ट सभी प्रकार के टूरिस्ट जाते हैं, उनके लिए आयुष हॉस्पिटल, योगा केंद्र और वेलनेस सेंटर खोले जाने के भी निर्देश दिए, जिन्हें स्थानीय लोगों द्वारा संचालित कराया जाए, ताकि उनकी आर्थिकी का जरिया भी बने। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्य सचिव ने निजी क्षेत्र को भी इसमें जुड़ने के लिए बढ़ावा दिए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिए सब्सिडी आदि देकर सपोर्ट किया जाए। साथ ही, पंचकर्म, क्षारसूत्र और लीच थेरेपी को भी अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाए। मुख्य सचिव ने प्रदेश में आयुर्वेद का एक मॉडल अस्पताल खोले जाने के भी निर्देश दिए। अन्य अस्पतालों का भी उसी की तर्ज पर क्रमवार विकास किया जाए। उन्होंने टेलीमेडिसिन को प्रत्येक जिले में शुरू किए जाने के भी निर्देश दिए। इस अवसर पर सचिव आयुष डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय सहित विभाग के अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।



